Railway News: लखनऊ-कानपुर रेलमार्ग पर 120 की स्पीड से दौड़ेगी ट्रेन, यात्रियों को बचेगा समय
अमृत भारत योजना के तहत विकसित गोविंदपुरी स्टेशन पर एक और विशेष ट्रेन चलेगी जिससे यात्रियों को सुविधा होगी। लखनऊ-कानपुर रेलमार्ग पर अब ट्रेनें 120 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ेंगी जिससे यात्रा का समय 40-45 मिनट हो जाएगा। गंगा पुल की मरम्मत के बाद ट्रेनों की रफ्तार बढ़ी है। रेलवे 1 जनवरी 2026 से नई समयसारिणी लागू करेगा।

जागरण संवाददाता, कानपुर। अमृत भारत योजना के तहत विकसित पिंक (महिला) स्टेशन गोविंदपुरी के रास्ते एक जोड़ी और विशेष ट्रेन का परिचालन होगा। इससे यात्रियों को गर्मी के दौरान सुविधा मिलेगी। इस स्टेशन पर पहले से ही 12 जोड़ी ट्रेनें जुलाई से चलाने के लिए शिफ्ट की जा चुकी हैं।
इससे 100 से अधिक ट्रेनें स्टेशन के रास्ते गुजरने लगेंगी। रेलवे जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार, मालदा टाउन-आनंद विहार टर्मिनल-मालदा टाउन ग्रीष्मकाल विशेष ट्रेन के परिचालन को हरी झंडी दिखाई गई है। मालदा टाउन-आनंद विहार टर्मिनल ट्रेन प्रत्येक सोमवार को दो, नौ, 16, 23 व 30 जून को पांच फेरा चलेगी।
आनंद विहार टर्मिनल-मालदा टाउन विशेष ट्रेन प्रत्येक मंगलवार को तीन, 10, 17, 24 जून व एक जुलाई को पांच फेरा लगाएगी। इसी तरह हुबली-मुजफ्फरपुर-हुबली विशेष ट्रेन 30 जून व तीन जुलाई को निरस्त रहेगी। रेलवे वर्तमान समयसारिणी पर चल रही ट्रेनों का समय 31 दिसंबर के बाद बदलेगा।
रेलवे जनसंपर्क अधिकारी के अनुसार, एक जनवरी, 2026 से नई समयसारिणी प्रभावी होगी। जल संरक्षण व स्वच्छता को लेकर अभियान: उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अमित सिंह ने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस पखवाड़ा के तहत मंगलवार को वर्षा जल संचयन व स्वच्छता को लेकर सेंट्रल स्टेशन पर जागरूकता लाई गई। रेलवे कालोनियों में बच्चों को जागरूक कर प्लास्टिक व जल प्रदूषण के नुकसान बताए गए।
गोविंदपुरी के रास्ते एक जोड़ी और विशेष ट्रेन, मिलेगी सुविधा
लखनऊ-कानपुर रेलमार्ग पर अब 120 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रेनें दौड़ेंगी। इससे कानपुर से लखनऊ के बीच का सफर सुगम और आसान होगा। पहले जहां सवा से डेढ़ घंटे तक का समय लग रहा था, वहीं अब 40 से 45 मिनट का समय ही लगेगा। रेलवे के पुराने गंगा पुल की मरम्मत के बाद इस पर भी ट्रेनों की रफ्तार बढ़ गई है।
पहले 10 किमी प्रति घंटा के स्थान पर अब पुल से 45 किमी की रफ्तार से ट्रेनें गुजारी जा रही हैं। इससे ट्रेनों का परिचालन सुधरा है। रेलवे के पुराने गंगा पुल पर एच-बीम स्लीपर डालने के लिए प्रतिदिन नौ घंटे का मेगा ब्लाक पिछले दिनों लिया गया था।
इससे पहले कानपुर-लखनऊ रेल मार्ग पर ट्रैक को दुरुस्त किए जाने का काम भी चल रहा था, जो काफी हद तक पूरा किया जा चुका है। इससे लखनऊ जंक्शन स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस, चित्रकूट एक्सप्रेस, तेजस एक्सप्रेस समेत सुपरफास्ट ट्रेनों की गति को बढ़ाकर परीक्षण किया जा चुका है। इसमें बेहतर परिचालन मिला।
जून में ही ट्रेनों की औसतन रफ्तार 120 किमी प्रतिघंटा की इस रूट पर कर दी जाएगी। इससे कानपुर से लखनऊ की दूरी कम समय में तय होगी। दैनिक यात्रियों को इससे सबसे अधिक सहूलियत मिलेगी। प्रतिदिन 50 हजार दैनिक यात्री कानपुर से लखनऊ की यात्रा करते हैं।
दिसंबर 2024 में इस रेलखंड का अफसरों ने निरीक्षण किया था, तभी से रफ्तार बढ़ाने को लेकर तैयारी चल रही थी। कानपुर सेंट्रल के निदेशक आशुतोष सिंह ने बताया कि ट्रेनों की गति बढ़ाने का काम काफी समय से चल रहा है। इससे ट्रेन यात्रियों को सुविधा होगी।
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