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    यूपी में गठबंधन के साथ 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस! प्रियंका गांधी वाड्रा के करीबी नेताओं में खलबली

    Updated: Tue, 26 Dec 2023 04:04 PM (IST)

    Loksabha Election ताजपोशी के साल भर बाद सामने आई टीम खरगे से कानपुर-बुंदेलखंड में कांग्रेस की सियासत बदलने के पूरे आसार हैं। प्रदेश प्रभारी बने अविनाश पांडेय को इस क्षेत्र की पूरी जानकारी होने से लोकसभा चुनाव की रणनीति बदलेगी। 10 लोकसभा सीटों में गठबंधन व अकेले चुनाव लड़ने पर फिर से मंथन होगा। वहीं टीम प्रियंका के ओहदेदार नए कदम से उनका कद घटने को लेकर बेचैन हैं।

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    यूपी में गठबंधन के साथ 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस! प्रियंका गांधी वाड्रा के करीबी नेताओं में खलबली

    जागरण संवाददाता, कानपुर। ताजपोशी के साल भर बाद सामने आई टीम खरगे से कानपुर-बुंदेलखंड में कांग्रेस की सियासत बदलने के पूरे आसार हैं। प्रदेश प्रभारी बने अविनाश पांडेय को इस क्षेत्र की पूरी जानकारी होने से लोकसभा चुनाव की रणनीति बदलेगी।

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    10 लोकसभा सीटों में गठबंधन व अकेले चुनाव लड़ने पर फिर से मंथन होगा। उनके नेतृत्व में दोनों बार पार्टी कुछ खास तो नहीं कर सकी, लेकिन फिर भरोसा जताने के पीछे अनुभव व बेहतर काम माना जा रहा है। वहीं, टीम प्रियंका के ओहदेदार नए कदम से उनका कद घटने को लेकर बेचैन हैं।

    अविनाथ पांडेय को बनाया गया यूपी प्रभारी

    प्रियंका वाड्रा के स्थान पर अविनाश पांडेय को उत्तर प्रदेश के प्रभारी की कमान मिलने के बाद बुंदेलखंड तक निष्क्रिय कार्यकर्ताओं में उत्साह है। कारण, वो 2014 के लोकसभा और 2017 के विधानसभा चुनाव में प्रभारी रहने के दौरान आते-जाते हर नब्ज जानते हैं।

    प्रियंका के प्रभारी रहते कुछ नेताओं की खूब चल रही थी लेकिन, अब उनको झटका लगना तय है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि प्रियंका के करीबी ताकत में कमजोर हो सकते हैं, जबकि पिछले कई निर्णयों के आधार पर उनके मजबूती की बात भी कही जा रही। पूर्व प्रदेश सचिव विकास अवस्थी कहते हैं, नए प्रभारी के काम से सभी वाकिफ हैं, इसलिए बड़े बदलाव की उम्मीद है। टीम प्रियंका में नहीं, काम न करने वाले बेचैन हैं।

    पुराने नेता खोज रहे रिश्ते

    कांग्रेस के पुराने नेताओं ने नए प्रदेश प्रभारी से अपने पहले के रिश्ते खोजने शुरू कर दिए हैं। जिलाध्यक्षों के बदलाव की चर्चाओं में संपर्क साधने की शुरुआत हो गई है।

    यूपी जोड़ो यात्रा बनेगी पैमाना

    सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद से शाहजहांपुर, सीतापुर होकर लखनऊ तक की यूपी जोड़ो यात्रा भी नेताओं के लिए पैमाना बनेगी। इसमें प्रदेश भर के नेताओं को जिम्मा दिया गया है। उसके बाद प्रदर्शन पर निर्णय होगा।

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