कानपुर में परिवहन सुविधाएं बढ़ीं, अहिरवां-आरटीओ, यशोदा नगर-घंटाघर रूट में ई-बसों का संचालन शुरू
कानपुर में अहिरवां-आरटीओ और यशोदा नगर-घंटाघर रूट पर ई-बसों का संचालन शुरू हो गया है। इस पहल से शहर में परिवहन सुविधाएं बढ़ेंगी और नागरिकों को आवागमन में आसानी होगी। इलेक्ट्रिक बसों के चलने से प्रदूषण भी कम होगा और कनेक्टिविटी बेहतर होगी।

जागरण संवाददाता, कानपुर। सीएनजी बसों के फजलगंज डिपो में खड़ी होने के बाद शहरवासियों को परिवहन सुविधा पाने में दिक्कत न आए, इसके लिए केसीटीएसएल ने ई-बसों के फेरे बढ़ाए हैं। कानपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (केसीटीएसएल) ने दो नए रूट अहिरवां-आरटीओ और यशोदा नगर-घंटाघर रूट पर दो-दो ई बसों का संचालन शुरू कर दिया है। इन रूटों पर यात्रियों को नगरीय परिवहन सुविधा दी जा रही है।
वर्तमान में रामादेवी से बिंदकी तक जाने वाली 16 ई-बसों को सिकटिया (चौडगरा), रामादेवी से आइआइटी तक चलने वाली 23 ई-बसों को मंधना के आगे रामा मेडिकल कालेज और रामादेवी से रनिया रूट पर छह से बढ़ाकर नौ ई-बसों को संचालित किया जा रहा है। अब अगले साल जनवरी तक नई बसों के आने के आसार हैं। वर्तमान में करीब 77 ई-बसों का संचालन हो रहा है। इसमें औसतन 11 हजार शहरवासियों को परिवहन सुविधा मिल रही है।
केसीटीएसएल के मुख्य संचालन प्रबंधक रजनीश राजपूत ने बताया कि त्योहारी सीजन में ई-बसों में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ी है। आने वाले दिनों में कार्ययोजना बनाकर बसों का संचालन बेहतर बनाया जाएगा।
इधर, वाहनों के दबाव और डायवर्जन से जगह-जगह लगा जाम
छठ पूजा को लेकर यातायात पुलिस द्वारा सुगम यातायात के लिए किए गए डायवर्जन से वाहनों का दबाव बढ़ने से सोमवार को शहर में लोगों को जगह-जगह जाम से जूझना पड़ा। सोमवार को शहर में यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। घाटों की ओर जाने वाले मार्गों पर लगाए गए डायवर्जन के कारण मुख्य सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और लोग जाम में फंसे रहे। विशेष रूप से आवास विकास नहर, सचान चौराहा, गुजैनी नहर और जाजमऊ की ओर जाने वाले मार्गों पर वाहनों का भारी दबाव देखा गया। फजलगंज की ओर से आने वाले वाहनों के दबाव से मेडिकल कालेज पुल से लेकर पोस्टमार्टम हाउस से वाहनों की कतारें लग गई।
सोमवार सुबह से ही श्रद्धालु पूजा सामग्री की खरीदारी और घाटों की ओर जाने लगे। यातायात पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई स्थानों पर डायवर्जन व्यवस्था लागू की थी लेकिन व्यवस्था उल्टी पड़ गई। जिन रास्तों पर डायवर्जन किया गया, वहां वाहनों की आवाजाही बढ़ने से जाम लग गया। विजय नगर, स्वरूप नगर, आर्यनगर, पनकी रोड पर वाहन रेंगते नजर आए। दोपहर तक हालात ऐसे हो गए कि स्कूल बसें, एंबुलेंस और दोपहिया वाहन तक फंस गए। यातायात पुलिसकर्मियों को बूंदाबादी के दौरान जाम खुलवाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।

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