I Love Muhammad के बाद कानपुर में बुर्का विवाद, स्कूल के पीटीएम में अभिभावकों को जाने से रोका, हंगामा
कानपुर के चकेरी में एक निजी स्कूल में पीटीएम के दौरान नकाब पहनकर पहुंची महिलाओं को स्कूल प्रबंधन ने प्रवेश से रोका जिससे हंगामा हुआ। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि परिसर में चेहरा खुला रखना सुरक्षा के लिए जरूरी है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को समझाकर मामला शांत कराया। स्कूल प्रबंधन ने इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।

जागरण संवाददाता, कानपुर। चकेरी चरारी स्थित एक निजी स्कूल में शनिवार को पैरेंट्स टीचर मीटिंग (पीटीएम) में कुछ महिलाएं और एक बच्ची नकाब पहनकर स्कूल पहुंचीं। इसपर पर स्कूल प्रबंधन ने उन्हें क्लास रूम में प्रवेश से रोक दिया। कहा, कुछ मुस्लिम महिलाओं ने विरोध कर हंगामा किया। इसके बाद विधायक हसन र यहां हंगामे पर गई पुलिस ने सभी को समझाकर विवाद शांत कराया।
चकेरी के चरारी स्थित एक निजी स्कूल में शनिवार सुबह पैरेंट्स टीचर मीटिंग थी। जिसमें मुस्लिम समुदाय की कुछ महिलाएं बच्चियों के समेत नकाब पहनकर स्कूल पहुंची। जहां स्कूल प्रबंधन ने उन्हें नकाब पहनकर क्लासरूम में पीटीएम में न आने की बात कही। बताया गया कि स्कूल में एक अलग कामन रूम बनाया गया है। जिसमें वह नकाब उतारकर पीटीएम में शामिल हो। इसपर बात पर दो - तीन मुस्लिम महिलाओं व उनके साथ आए लोगों से स्कूल प्रबंधन से विवाद शुरू हो गया। देखते ही देखते वहां हंगामा होने लगा। मामले में स्कूल में पुलिस पहुंची। इसके बाद महिलाओं को समझाकर मामला शांत कराया।
मामले में स्कूल प्रिसिंपल ने कहा कि स्कूल में लगभग आधी आधी संख्या में हिंदू - मुस्लिम वर्ग के बच्चे पढ़ते हैं। इसमें सीनियर क्लास की मुस्लिम वर्ग की कई छात्राएं नकाब पहनकर आती हैं। इसके लिए स्कूल में एक कामन रूम (कमरा ) रखने के लिए रखा गया है, जिसमें स्कूल की शिक्षिकाएं भी कामन रूम में अपना नकाब रखकर क्लास रूम में जाती हैं। फिर स्कूल के बाद उसे पहन कर वापस घर जाती हैं। यहां पीटीएम में आई महिलाओं से भी विनम्रता पूर्वक इस कमरे में नकाब रखकर पीटीएम में शामिल होने को कहा गया था। लेकिन उन्होंने मामूली बात कर हंगामा कर पीटीएम को चौपट कर दिया।
बताया कि यह शिक्षा के अधिकार से प्रवेश पाने बच्चों के अभिभावक है, स्कूल में इस कानून से दस प्रवेश हुए हैं। इसमें हंगामा करने वाले दो - तीन बच्चों को अभिभावक ही थे। वहीं, अन्य सभी ने पूर्व से लागू व्यवस्था पर अमल किया। मामले में चकेरी थाना प्रभार संतोष कुमार शुक्ला का कहना है कि स्कूल पहुंचकर दोनों पक्ष की बात सुनीं गई। वहीं , उन्हें समझा गया है, मामले में कोई तहरीर नहीं मिली है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।