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    कानपुर में तीन घंटे में 52 थानेदारों की समीक्षा, गोविंदनगर, सचेंडी समेत आठ थानेदार और दो एसीपी पर तलवार

    Updated: Wed, 17 Dec 2025 11:33 PM (IST)

    कानपुर में पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल हो सकता है। 52 थानेदारों की तीन घंटे तक समीक्षा की गई, जिसके बाद गोविंदनगर और सचेंडी समेत आठ थानेदारों और दो एस ...और पढ़ें

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    क्राइम मीटिंग में निर्देश देते पुलिस आयुक्त रघुबीर लाल(मध्य), संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था आशुतोष कुमार, संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध एवं मुख्यालय विनोद कुमार सिंह। पुलिस

    जागरण संवाददाता, कानपुर। पुलिस आयुक्त रघुबीर लाल ने अपने कार्यकाल की दूसरी क्राइम मीटिंग बुधवार को पुलिस आयुक्त कार्यालय के सभागार में की, जिसमें तीन घंटे में 52 थानेदारों की समीक्षा की। मीटिंग में गोविंद नगर, सचेंडी, सजेती, घाटमपुर, सेन पश्चिम पारा, बेकनगंज, चौबेपुर, फीलखाना थाना प्रभारियों कार्यशैली से असंतुष्ट दिखे। वहीं दो एसीपी पर भी असंतोष जताया।

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    क्राइम मीटिंग में पुलिस आयुक्त रघुबीर लाल ने चोरी-लूट, महिला अपराध, साइबर अपराध, मादक पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाने के लिए सभी थानेदारों को स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होंने लंबित मामलों, निस्तारण करने, आइजीआरएस की शिकायतोंं और थानों पर आने वाली शिकायतों को गंभीरता से निस्तारण कराने के लिए कहा। इस दौरान छह थानेदारों की कार्यशैली बेहद खराब मिली, जिन्हें फटाकर भी लगाई। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि सतर्क रहें। जनसुनवाई और विवेचनाओं में लापरवाही मिली तो थानेदारी चली जाएगी। दोपहर दो बजे से शाम पांचे तक चली क्राइम मीटिंग में लंबित मामलों के साथ ही वांछित आरोपितों की गिरफ्तारी समेत कई बिंदुओं पर समीक्षा कर निर्देश दिए।

     

    पुलिस आयुक्त ने बताया कि शहर में 38 पुरस्कार घोषित अपराधी गिरफ्तारी शेष पाई गई है, जिनमें चकेरी, कोतवाली क्षेत्र में ज्यादा लंबित है। उन्हें टीम गठित कर गिरफ्तार करने के लिए कहा है। इसके साथ ही जनशिकायतों की समीक्षा के दौरान मुख्यालय स्तर पर आई शिकायती प्रार्थना पत्रों के निस्तारण में 80 प्रतिशत से कम प्रदर्शन करने वाले थाना प्रभारियों की कार्यशैली पर कठोर आपत्ति व्यक्त की। आइजीआरएस के संबंध में स्पष्ट निर्देश दिए कि सिर्फ औपचारिक रिपोर्ट लगाना स्वीकार्य नहीं है।

     

    मामलों में संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर समाधान कराने के लिए कहा। इस दौरान महिला थाना का 94.64 प्रतिशित निस्तारण के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन मिला। जबकि महाराजपुर में निस्तारण में अंतिम स्थान पर रहा। आइजीआरएस पोर्टल पर कोतवाली, मूलगंज, महिला थाना, कलक्टरगंज, रावतपुर का प्रदर्शन संतोषजनक व कल्याणपुर, छावनी, बिठूर, चकेरी व नर्वल के प्रदर्शन पर आपत्ति जताई।

     

    निरोधात्मक कार्रवाई में दक्षिण जोन संतोषजनक

    पुलिस आयुक्त ने निरोधात्मक कार्यवाहियों की समीक्षा करते हुए कहा कि कमिश्नरेट व्यवस्था लागू करने के बावजूद अपेक्षित सुधार अभी पर्याप्त नहीं है। आबकारी, गैंग्स्टर, गुंडा, शस्त्र व नारकोटिक के तहत की गई कार्रवाई में में दक्षिण जोन की स्थिति संतोषजनक रही। जबकि पूर्वी, पश्चिमी व सेंट्रल जोन में अधिक प्रभावी कार्रवाई किए जाने की आवश्यकता बताई गई। सक्रिय अपराधियों के खिलाफ की गई कार्रवाई में भी दक्षिण जोन बेहतर रहा। इन कार्रवाई में फीलखाना, बिठूर, सचेंडी, कल्याणपुर, बिल्हौर, गोविंद नगर, नौबस्ता, गुजैनी, ग्वालटोली, कर्नलगंज, रायपुरवा, बजरिया थानों द्वारा पिछले वर्ष की तुलना में कम कार्रवाई होने पर नाराजगी जताई। वहीं, पुलिस आयुक्त ने सीएम डैशबोर्ड के तहत महिला अपराध, एससी-एसटी अपराध, वांछित आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई, नागरिक सेवाओं से संबंधित प्रकरणों में संतोषजनक नहीं मिला।

     


    नियत समय के बाद शराब की बिक्री रोकें

    क्राइम मीटिंग में आबकारी विभाग ने पुलिस से पूरा सहयोग मिलने की बात कही। पुलिस आयुक्त ने आबकारी विभाग और पुलिस विभाग की संयुक्त टीमें गठित कर प्रभावी कार्यवाही करने, नियत समय के बाद शराब की बिक्री पर पूरी तरह से रोकने के लिए थाना प्रभारियों को कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इस दौरान जेल अधीक्षक ने शासन स्तर से कुछ सजा याफ्ता बंदियों की समय से पहले रिहाई से संबंधित प्रकरणों पर थानों से आख्या समय पर उपलब्ध कराने की अपेक्षा की। पुलिस आयुक्त ने इसके लिए थाना प्रभारियों को निर्देशित किया। वहीं, अभियोजन शाखा ने न्यायिक अभिरक्षा की मांग के समय हर प्रकरण में ग्रांउड आफ अरेस्ट व गिरफ्तारी का कारण स्पष्ट रूप से दर्शाने पर जोर दिया।

     

    पूर्वी जोन के छह, पश्चिम के नौ और सेंट्रल के एक मुकदमे का जल्द करें राजफाश

    पुलिस आयुक्त ने हत्या, लूट, डकैती, नकबजनी से संबंधित मामलों में पूर्वी जोन के छह, पश्चिम जोन के नौ, सेंट्रल जोन के एक मुदकमे का जल्द राजफाश करने के निर्देश दिए। जबकि बीते माह पूर्वी में 242, पश्विमी जोन में 333, दक्षिण जाने में 403, सेंट्रल जोन में 219 विवेचनाओं का निस्तारण किया जा चुका है।