कानपुर में महाठग रवींद्रनाथ सोनी पर एक और FIR, NRI से 98 लाख की ठगी का मामला
कानपुर पुलिस ने दुबई निवासी एनआरआई मणिकंदन राजगोपाल से 98 लाख रुपये की ठगी के मामले में महाठग रवींद्रनाथ सोनी और उसके साथियों के खिलाफ एक और एफआईआर दर ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कानपुर। दुबई में रहने वाले प्रवासी भारतीय (एनआरआइ) से 98 लाख रुपये की ठगी के मामले में कोतवाली पुलिस ने महाठग रवींद्रनाथ सोनी, उसके साथी सूरज जुमानी और गुरनीत कौर के खिलाफ एक और रिपोर्ट दर्ज की है।
इस बार यह रिपोर्ट जीरो क्राइम नंबर पर दर्ज की गई है, जिसे तमिलनाडु के चेन्नई स्थित संबंधित थाने को ट्रांसफर किया जाएगा।
तमिलनाडु के चेन्नई कोलाथुर क्षेत्र के मदनमकुप्पम रोड निवासी मणिकंदन राजगोपाल ने कोतवाली थाने में दी तहरीर में बताया कि वर्ष 2022 में गुरनीत कौर ने उन्हें फोन कर ब्लूचिप कामर्शियल ब्रोकर कंपनी में निवेश का झांसा दिया। निवेश के नाम पर उन्हें हर महीने 1.5 प्रतिशत लाभांश का लालच दिया गया।
उन्होंने शुरुआत में 36,700 दिरहम (8.97 लाख रुपये) का निवेश किया जो कुछ समय बाद मुनाफे के साथ वापस मिल गए। उनका विश्वास बढ़ गया तो आरोपितों ने ज्यादा मुनाफे का भरोसा दिलाते हुए तीन से चार प्रतिशत रिटर्न का वादा किया।
झांसे में आकर मणिकंदन ने दो बार में 98.44 लाख रुपये निवेश कर दिए। कुछ दिनों बाद पता चला कि कंपनी के कार्यालय पर ताला लगा आरोपित फरार हो चुके हैं। मणिकंदन ने बताया कि इंटरनेट मीडिया से जानकारी मिली कि कानपुर पुलिस ने रवींद्रनाथ सोनी को गिरफ्तार किया है तो यहां पहुंचे।
एसीपी कोतवाली आशुतोष सिंह ने बताया कि मामला दूसरे राज्य से जुड़ा होने के कारण जीरो क्राइम नंबर पर रिपोर्ट दर्ज की गई है, जिसे पीड़ित के गृह जनपद स्थित थाने को स्थानांतरित किया जाएगा। इसके बाद संबंधित थाने की पुलिस मामले की जांच करेगी।
ईडी को भेजी जाएगी रिपोर्ट
अधिकारियों के अनुसार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस ठगी प्रकरण से संबंधित पूरी जानकारी मांगी थी। इसकी रिपोर्ट तैयार कर ली गई है, जिसे पुलिस आयुक्त रघुबीर लाल की अनुमति के बाद सोमवार तक ईडी को भेज दिया जाएगा। इसके बाद यदि ईडी दस्तावेजों की मांग करती है तो उन्हें उपलब्ध कराया जाएगा।

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