Kanpur News: दुश्मनी में रेलवे ट्रैक पर रखा गया था गैस सिलेंडर, आरोपी का नाम बताने वाले को एक लाख देगी पुलिस
बर्राजपुर रेलवे स्टेशन से 70 मीटर आगे ट्रैक किनारे सिलेंडर रखा होने को पुलिस साजिश मान रही है। यह दावा कानपुर कमिश्नरेट पुलिस का है। इस दावे के पीछे पुलिस उन पत्रों को हवाला दे रही है जो तीनों ही घटनाओं में मिले और उनमें एक ही परिवार के नाम दर्ज थे। तीनों पत्रों की लिखावट लगभग एक समान है।

जागरण संवाददाता, कानपुर। पांच साल पहले अनवरगंज-कासगंज रेलमार्ग पर बर्राजपुर रेलवे स्टेशन में ट्रेन के अंदर विस्फोट, फिर पिछले साल सितंबर में मुड़ेरी गांव के पास ट्रैक के बीचों गैस सिलेंडर रखने और अब बर्राजपुर रेलवे स्टेशन से 70 मीटर आगे ट्रैक किनारे सिलेंडर रखने की तीनों घटनाएं आतंकी साजिश नहीं बल्कि मक्का पुरवा गांव के एक परिवार को फंसाने की साजिश का हिस्सा थीं। यह दावा कानपुर कमिश्नरेट पुलिस का है।
इस दावे के पीछे पुलिस उन पत्रों को हवाला दे रही है, जो तीनों ही घटनाओं में मिले और उनमें एक ही परिवार के नाम दर्ज थे। दावा यह भी है कि तीनों पत्रों की लिखावट लगभग एक समान है। यानी कोई एक ही सूत्रधार है जो इस परिवार को फंसाने के लिए बार-बार कोशिशें कर रहा है। हालांकि इन पत्रों को लेकर अब तक पुलिस मौन साधे हुई थी। बावजूद इसके पुलिस अब तक उस व्यक्ति तक नहीं पहुंच सकी है जो साजिश कर रहा है।
एक लाख का इनाम देने की घोषणा
पुलिस आयुक्त ने इस घटनाक्रम के बारे में गोपनीय सूचना देने वाले को एक लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। वहीं दूसरी ओर फर्रुखाबाद जीआरपी में बुधवार को हुए घटनाक्रम को लेकर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था हरीश चंदर ने बताया कि बर्राजपुर रेलवे स्टेशन के पास पांच सालों में तीन बड़ी घटनाएं हुई हैं और तीनों में एक समानता है। पुलिस को मौके से तीनों बार कुछ पत्र मिले।
कागज में मिला था बारूद
21 फरवरी 2019 को कालिंदी एक्स्रपेस में विस्फोट वाली घटना में मक्का पुरवा निवासी गिन्ना, उसके बेटे रंजीत और मामा के बेटे अमर सिंह का नाम एक डायरी में लिखा मिला था। पुलिस ने इन्हें लेकर जांच शुरू की थी, मगर साक्ष्य नहीं मिलने पर फाइनल रिपोर्ट लगा दी। वहीं 9 सितंबर 2024 को हुई घटना में जिस कागज में बारूद मिला था, उसमें गिन्ना, रंजीत के अलावा रंजीत के बेटे अंकित, अमर सिंह और मोटू का नाम लिखा था।
मोटू गिन्ना की बहन का बेटा है, जिसका असली नाम अनार सिंह है। अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था के मुताबिक इस बार जो पत्र मिला है, उसमें गिन्ना व रंजीत का नाम है। अभी जांच नहीं हुई है, लेकिन तीनों पत्र की लिखावट एक जैसी है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोई एक है जो गिन्ना व उसके परिवार को फंसाना चाहता है। उन्होंने बताया कि गिन्ना से दुश्मनी रखने वालों की भी जांच हुई है, मगर वहां से भी सफलता नहीं मिली है।
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घटना एक
शिवराजपुर के बर्राजपुर रेलवे स्टेशन के करीब मंगलवार, 31 दिसंबर 2024 की रात एक खाली गैस सिलेंडर मिलने से सनसनी फैल गई थी। इस मामले में गुरुवार को फर्रुखाबाद जीआरपी में मुकदमा दर्ज किया गया। मुकदमा सहायक इंजीनियर रेलपथ रमेश चंद्र ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ दर्ज कराया। तहरीर में कहा गया है कि रात 9:10 बजे शिवराजपुर के बर्राजपुर रेलवे स्टेशन के पश्चिम में क्रासिंग संख्या 45 के पास रेलवे लाइन के किनारे घरेलू प्रयोग में आने वाला खाली पांच लीटर का एलपीजी गैस सिलेंडर रखा मिला।
सिलेंडर के पास में एक बोरी भी मिली। इस दौरान पेट्रोलिंग कर रहे गैंग संख्या 10 के मो. इफ्तखार अहमद अंसारी और मोहित कुमार की नजर पड़ी तो इसकी सूचना स्टेशन मास्टर बर्राजपुर व अन्य अधिकारियों को दी गई। गैंग मैन व की-मैन ने उस सिलेंडर को रेलवे लाइन के किनारे से हटाकर स्टेशन मास्टर को सौंप दिया। तहरीर में आरोप लगाया गया है कि सिलेंडर रखने का कार्य किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा रेल पथ को हानि पहुंचाने के उद्देश्य से किया गया।
घटना नंबर दो
बर्राजपुर रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर मुड़ेरी गांव के पास 9 सितंबर 2024 की रात कानपुर से भिवानी के लिए जा रही कालिंद्री एक्सप्रेस को रेलवे ट्रैक पर एलपीजी गैस से भरा सिलेंडर रख कर पलटाने की साजिश की गई थी। ट्रेन से सिलेंडर टकराने के बाद वह उछल कर दूर जा गिरा था। जिससे एक बड़ा हादसा होने से बच गया था।
घटना नंबर तीन
21 फरवरी 2019 को बर्राजपुर रेलवे स्टेशन पर खड़ी कालिंदी एक्सप्रेस की जनरल बोगी के शौचालय के पास जोरदार धमाका हुआ था। धमाके से शौचालय और बैटरी बैकअप बाक्स के परखच्चे उड़ गए। बोगी में भी थोड़ा नुकसान हुआ। हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ था।
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