कानपुर की नर्वल तहसीलदार विनीता पांडेय निलंबित, क्या है पूरा मामला?
कानपुर की नर्वल तहसीलदार विनीता पांडेय को राजस्व परिषद ने निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई पूर्व में कौशांबी जनपद में तैनाती के दौरान हुई शिकायत की जांच में दोषी पाए जाने के बाद की गई है। निलंबन की सूचना जिला प्रशासन को मिल गई है, लेकिन लिखित आदेश का इंतजार है।

संवाद सहयोगी, जागरण, महाराजपुर(कानपुर)। कानपुर की नर्वल तहसीलदार विनीता पांडेय को शनिवार को राजस्व परिषद ने कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया है। पूर्व में तैनात दूसरे जनपद में किसी मामले में कार्रवाई होने की बात प्रशासनिक अमले द्वारा कही जा रही है। नर्वल में उनका कार्यकाल लगभग एक साल तक रहा।
नर्वल तहसीलदार विनीता पांडेय के निलंबन की सूचना शनिवार शाम जिला प्रशासन को मिली। कानपुर में तैनाती से पहले वो कौशांबी जनपद में कार्यरत थीं। वहीं उनकी शिकायत हुई थी, जिसकी जांच चल रही थी। राजस्व परिषद से निलंबन की कार्रवाई की गई है। कानपुर में सबसे पहले कुछ माह वह नर्वल की तहसीलदार रहीं। इसके बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले उन्हे नर्वल से हटाकर सदर तहसील का तहसीलदार बनाया गया था।
राजनीतिक विरोध हुआ था उनका
चुनाव के बाद फिर से उन्हें नर्वल भेजा गया। हालांकि नर्वल में उनकी छवि तेज तर्रार आधिकारियों में की जाती रही। कई सरकारी जमीनें जो करोड़ों में थीं उनको राजनीतिक दबाव के बावजूद कब्जा मुक्त कराया था। साढ़ में डिफेंस कारिडोर के पास ग्राम पंचायत की सुरक्षित जमीन के बेशकीमती बड़े भूभाग को कब्जा मुक्त कराने के दौरान बड़ा राजनीतिक विरोध हुआ था।
राजस्व परिषद ने की निलंबन की पुष्टि
तहसीलदार विनीता पांडेय के निलंबन की राजस्व परिषद ने पुष्टि की है। वहीं एसडीएम नर्वल विवेक मिश्रा ने बताया तहसीलदार विनीता पांडेय के निलंबन की मौखिक जानकारी मिली है। अभी तक उनके पास कोई लिखित आदेश नहीं आया है। वहीं एडीएम वित्त एवं राजस्व डा. विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि तहसीलदार विनीता पांडेय के निलंबन की सूचना अलग-अलग माध्यमों से मिली है। लिखित कोई आदेश नहीं मिला है। राजस्व परिषद से तहसीलदार के निलंबन का आदेश जिला प्रशासन को भेजे जाने की बात कही गई है। तहसीलदार विनीता पांडेय से बात करने की कोशिश की गई तो उनका फोन बंद जाता रहा।

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