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    कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे का अंतिम पड़ाव, पास हुए तो तय हो जाएगी उद्घाटन की तारीख

    Updated: Mon, 15 Dec 2025 06:18 AM (IST)

    कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे अब अपनी अंतिम परीक्षा से गुजरने वाला है। यदि यह परीक्षा पास हो जाती है, तो इस महीने से इस मार्ग पर यात्रा सुगम हो जाएगी। एक्सप ...और पढ़ें

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    लखनऊ कानपुर हाइवे पर उन्नाव स्थित एक्सप्रेसवे का प्रवेश द्वार। जागरण

    जागरण संवाददाता, कानपुर। कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। अब एक्सप्रेसवे को कार्यपूर्ति प्रमाण पत्र (कंप्लीशन सर्टिफिकेट) जारी करने के लिए चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। संयुक्त कमेटी में कानपुर और लखनऊ के परियोजना निदेशक, क्षेत्रीय परियोजना निदेशक के साथ ही क्षेत्रीय कार्यालय के उप महाप्रबंधक (डीजीएम) अंकित वर्मा को शामिल किया गया है। यह टीम 16 दिसंबर को एक्सप्रेसवे का निरीक्षण करेगी और निर्माण की गुणवत्ता, सुरक्षा मानकों तथा अधूरी सुविधाओं की स्थिति देखने के बाद प्रमाण पत्र जारी करने की कार्रवाई शुरू करेगी।

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    लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे के शुभारंभ को लेकर अंतिम चरण की कार्रवाई राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने शुरू कर दी है। मंगलवार को चार सदस्यीय टीम एक्सप्रेसवे का निरीक्षण करेगी, लेकिन अभी तक एक्सप्रेसवे से जुड़े अप्रोच रोड से जुड़ी समस्याओं का निराकरण नहीं हो सका है। जाजमऊ पुल से एक्सप्रेसवे तक हाईवे की अव्यवस्थाओं का ठीकरा लखनऊ क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारियों ने कानपुर परियोजना निदेशक के सिर पर फोड़ दिया है। इसे लेकर स्थानीय स्तर पर असंतोष भी देखा जा रहा है, क्योंकि यह हिस्सा एक्सप्रेसवे से जुड़ने का सबसे अहम लिंक माना जा रहा है, लेकिन अव्यवस्थाओं को लेकर कोई भी अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों को स्वीकार नहीं कर रहा है।

     

    एक्सप्रेसवे के कार्यपूति प्रमाण पत्र के लिए गठित की गई समिति अप्रोच रोड को दुरुस्त करने के लिए भी निर्णय लेगी। लखनऊ–कानपुर एक्सप्रेसवे के परियोजना निदेशक नकुल वर्मा ने बताया कि जांच के बाद कार्यपूर्ति प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि एक्सप्रेसवे के शुभारंभ की संभावित नई तिथि मार्च माह तय की जा रही है। हालांकि इससे पहले भी कई बार उद्घाटन की तारीख बढ़ाई जा चुकी है, लेकिन इस बार होली से एक्सप्रेसवे की सौगात देने की तैयारी में एनएचएआइ के अफसर जुट गए हैं।

     

    अप्रोच रोड दुरुस्त करने के लिए शुरू हुई पहल

    जाजमऊ से एक्सप्रेसवे तक अप्रोच रोड को दुरुस्त करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग ने कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए लखनऊ और कानपुर के परियोजना निदेशक बैठक करके जल्द निर्णय लेंगे। हालांकि कागजों पर तस्वीर जितनी आकर्षक दिखाई देती है, जमीनी हकीकत उतनी ही चिंताजनक है। सबसे बड़ी समस्या कानपुर शहर के भीतर जाजमऊ पुल से आजाद नगर तक के करीब साढ़े चार किलोमीटर लंबे उस हिस्से को लेकर है, जो एक्सप्रेसवे से जुड़ने का मुख्य मार्ग है। यही हिस्सा एक्सप्रेसवे की तेज रफ्तार के दावे पर सबसे बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है।

     

     

    आठ से अधिक अवैध कट

    इस छोटे से सेक्शन में हालात इतने बदतर हैं कि हाई–स्पीड एक्सप्रेसवे पर पहुंचने का सपना शुरुआत में ही टूट जाता है। सड़क पर आठ से अधिक अवैध कट बने हुए हैं। कई स्थानों पर डिवाइडर टूटे पड़े हैं और एल्यूमिनियम क्रैश बैरियर पूरी तरह ध्वस्त हो चुके हैं। खुले मोड़ों पर कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं है। सड़क पर घूमते बेसहारा पशु रोजाना दुर्घटनाओं को न्योता दे रहे हैं।

     

     

    इन समस्याओं का निराकरण में जुटे अधिकारी

    त्रिभुवन खेड़ा और कल्लूपुर मोड़ के पास स्थिति और भी गंभीर है। यहां वाहनों का दबाव सबसे ज्यादा रहता है, लेकिन सुरक्षा के नाम पर न तो संकेतक लगे हैं और न ही बैरियर। इन समस्याओं का समाधान बिना एक्सप्रेसवे की तेज रफ्तार शहर में प्रवेश करते ही जाम और हादसों में तब्दील हो सकती है। ऐसे में इन समस्याओं के निराकरण के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी जुट गए हैं। अब निगाहें मंगलवार को आने वाली जांच टीम पर टिकी हैं। देखना होगा कि क्या कार्यपूर्ति प्रमाण पत्र से पहले इन खामियों को गंभीरता से लिया जाएगा या फिर एक्सप्रेसवे का उद्घाटन एक बार फिर अधूरी तैयारियों के साथ कर दिया जाएगा।

     

     

    कार्यपूर्ति कमेटी में यह अधिकारी किए गए शामिल

    • विशाल पहाड़िया, क्षेत्रीय निदेशक, एनएचएआइ
    • अंकित वर्मा, उप-महाप्रबंधक, क्षेत्रीय कार्यालय एनएचएआइ
    • नकुल वर्मा, परियोजना निदेशक, लखनऊ इकाई एनएचएआइ
    • पंकज यादव, परियोजना निदेशक,कानपुर इकाई एनएचएआइ

     


    एक्सप्रेसवे का पूरा विवरण

    • लंबाई : 62.7 किमी
    • लागत : 4700 करोड़
    • संरचना : 18 किमी एलीवेटेड 45 किमी ग्रीनफील्ड
    • लेन : 6 (भविष्य में 8 लेन)
    • शुरुआत : आजाद नगर चौराहा (उन्नाव शुक्लागंज बाईपास)
    • अंत : शहीद पथ, लखनऊ
    • गति सीमा : 100–125 किमी/घंटा
    • टोल प्लाजा : मीरनपुर पिनवट, खंडदेव, बनी, उन्नाव–लालगंज, आजाद नगर
    • रेस्ट एरिया : अडेरवा (नेवरना), पड़री खुर्द, उन्नाव
    • ट्रामा सेंटर एवं अस्पताल : 10 बेड सुविधाएं प्रस्तावित

     

     

     

    बोले जिम्मेदार...

     

    कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे का शुभारंभ करने से पहले कार्यपूर्ति प्रमाण पत्र जारी करने के लिए कमेटी गठित की गई है। यह कमेटी एक्सप्रेसवे का 16 दिसंबर को निरीक्षण करने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू करेगी। मार्च माह तक एक्सप्रेसवे का शुभारंभ हो जाएगा, इस दौरान जो कमियां हैं, उन्हें भी दुरुस्त किया जाएगा। जाजमऊ से एक्सप्रेसवे तक अप्रोच रोड की जिम्मेदारी कानपुर परियोजना कार्यालय इकाई की है, उसके स्तर से ही निराकरण की कार्रवाई होगी।
    नकुल वर्मा, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ लखनऊ इकाई कार्यालय

     

     

    जाजमऊ पुल की मरम्मत के लिए इस माह टेंडर फानइल हो जाएगा। जाजमऊ पुल से आगे अप्रोच रोड की मरम्मत को लेकर लखनऊ के विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक करके उचित निर्णय लिए जाएंगे। सुरक्षा संबंधी जो भी कदम हैं, वह उठाए जाएंगे।
    पंकज यादव, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ कानपुर इकाई कार्यालय