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    कानपुर की 8 करोड़ की लुटेरी दुल्हन के कितने शिकार? दरोगा से लेकर बैंक अधिकारी भी फंसे इसके हुस्न के जाल में

    Updated: Mon, 17 Nov 2025 08:44 PM (IST)

    कानपुर में एक लुटेरी दुल्हन के पास दस खाते मिले जिसमें आठ करोड़ रुपये थे। उसने पुलिस से लेकर बैंक अधिकारियों को अपने जाल में फंसाया। दुल्हन को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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    दारोगा आदित्य कुमार लोचव के साथ लुटेरी दुल्हन दिव्यांशी चौधरी की शादी की फोटो। व लुटेरी दुल्हन दिव्यांशी चौधरी। पुलिस

    जागरण संवाददाता, कानपुर। शादी, दुष्कर्म का मुकदमा फिर समझौता। इसी साजिश के सहारे ब्लैकमेल कर करोड़ों रुपये लूटने वाली दुल्हन चौथे पति ग्वालटोली थाने में तैनात बुलंदशहर जनपद के दारोगा आदित्य कुमार लोचव के फंसाया लिया। उस पर आरोप लगा दिए। जब इसकी जांच हुई तो लुटेरी दुल्हन के मोबाइल फोन ने मायाजाल का राजफाश कर दिया। तब भी ह उस पर हमलावर हो गई।

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    अवैध संबंध, महिलाओं के शोषण समेत न जाने कितने आरोप लगाकर पुलिस आयुक्त से शिकायत कर आई। पुलिस ने जांच कराई तो उसके 10 बैंक खातों में आठ करोड़ रुपये मिले जबकि दारोगा आदित्य के अलावा एक दारोगा और दो बैंक मैनेजर भी पूर्व पति के रूप में जबकि कुछ सरकारी कर्मचारी प्रेमजाल में फंसकर उसका शिकार हुए मिले।


    जांच में परतें खुलीं तो पता चला कि यह संगठित गिरोह है जिसमें उसके साथ पुलिस के कई वर्तमान और पूर्व अधिकारी भी मददगार हैं। आरोपित महिला को शिवाला बाजार से ग्वालटोली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। उसे छुड़ाने के लिए वकीलों ने महिला थाने पर हंगामा किया लेकिन पुलिस के आगे एक नहीं चली।

     Kanpur  Looteri Dulhan (2)

    इस तरह फंसा बुलंदशहर के रहने वाले दरोगा

    बुलंदशहर के बीबीनगर में रहने वाले आदित्य 2019 बैच के दारोगा हैं। उनके पिता ऋषिपाल किसान और मां राजेश देवी का निधन हो चुका है। परिवार में एक दिव्यांग भाई है। गांव के ही रिश्ते में लगने वाले ताऊ घर से करीब 50 किमी दूर मेरठ जनपद के मवाना थाने के पास रहने वाली दिव्यांशी चौधरी का रिश्ता लेकर आए। दहेज में स्कार्पियो, लाखों के जेवर मिलने की बात कही। दारोगा ने शादी के लिए स्वीकृति दे दी। सहमति से पिछले साल 17 फरवरी को शादी हो गई।


    फिर हुआ कुछ ऐसा

    आदित्य ने बताया कि शादी के बाद से दिव्यांशी बीएड और सीटेट की परीक्षा की तैयारियों का बहाना बनाकर लंबे समय तक ससुराल में नहीं रुकती थी। जब घर आती थी तो अपने मोबाइल फोन से फोन-पे, गूगल-पे व अन्य यूपीआइ (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) एप हटा देती थी। आदित्य ने बताया कि जब वह ड्यूटी पर होते तो दिव्यांशी उनसे आनलाइन रुपये मांगती थी। शादी के चार महीने बाद जब वह छुट्टी पर घर गए तो दिव्यांशी भी घर पर ही थी। दिव्यांशी का मोबाइल फोन पकड़ा तो वह बेचैन हो गई।

     

    यूपीआई हटाने पर शंका

    आदित्य ने दिव्यांशी से पूछा कि जब वह घर आते हैं तो वह मोबाइल फोन से सारे यूपीआइ एप क्यों हटा देती है। दिव्यांशी ने गोलमोल जवाब दिया तो आदित्य ने जबरन यूपीआइ एप डाउनलोड कराए। जांच की तो उसके होश उड़ गए। ट्रांजेक्शन हिस्ट्री में 10 से ज्यादा खाते और करोड़ों का लेनदेन दिखा। खातों के बारे में पूछने के बाद दिव्यांशी उनसे झगड़कर मायके चली गई थी। पिछले साल 25 नवंबर को दिव्यांशी ने हाईवोल्टेज ड्रामा करते हुए तत्कालीन पुलिस आयुक्त अखिल कुमार से दारोगा पति पर परेशान करने और 14.50 लाख रुपये हड़पने का आरोप लगाया। उसने कहा कि उसके पति के कई महिलाओं से संबंध हैं। वो इंटरनेट मीडिया पर लड़कियों को फंसाता है। उनका शारीरिक शोषण कर फोटो-वीडियो से उन्हें ब्लैकमेल करता है।

    Kanpur  Looteri Dulhan (1)


    शिकायत पर हुई जांच तो राजफाश

    दिव्यांशी की शिकायत और दारोगा के पक्ष रखने के बाद तत्कालीन पुलिस आयुक्त ने जांच बैठाई थी। तत्कालीन स्टाफ आफिसर अमिता सिंह जांच कर रही थीं। दारोगा आदित्य ने दिव्यांशी के खिलाफ सैकड़ों साक्ष्य दिए। उन्होंने पुलिस को बताया कि दिव्यांशी ने दो बैंक मैनेजर और मेरठ के एक दारोगा से पहले भी शादी की थी और फिर दुष्कर्म का आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज कराया। इसके अलावा एक अन्य सरकारी अधिकारी समेत कई लोगों को शिकार बनाया। बैंक मैनेजरों के मुकदमों में वह कोर्ट में ट्रायल के दौरान बयान से पलट गई। इससे यह साबित हुआ कि दिव्यांशी ब्लैकमेलर है। मंगलवार को पुलिस मामले का राजफाश करेगी।


    दारोगा बोले-कई पुलिस अधिकारियों ने बनाया दबाव

    दरोगा आदित्य ने बताया कि दिव्यांशी के खातों की जांच में पुलिस को मेरठ में तैनात रह चुके दारोगा, प्रभारी निरीक्षक व सीओ तक के खातों में करोड़ों का लेनदेन मिला है। यह लेनदेन प्रमाण है कि दिव्यांशी के लिए पुलिस के कई अधिकारी काम करते हैं। तत्कालीन पुलिस आयुक्त अखिल कुमार का तबादला होते ही उसके गिरोह से जुड़े कई पुलिसकर्मियों और अधिकारियों ने उसे बरगलाना शुरू कर दिया। इनमें एक सेवानिवृत्त सीओ के साथ एडीजी जोन मेरठ के कार्यालय में तैनात दारोगा भी दिव्यांशी की पैरवी को आ चुके हैं। दिव्यांशी के पकड़े जाने के बाद कई लोग समझौते का दबाव डाल रहे थे।

     

    थाने पर वकीलों का हंगामा, नहीं गली दाल

    लुटेरी दुल्हन ने गिरफ्तारी होने के बाद खुद को छुड़ाने के लिए महिला थाने में वकीलों की फौज बुला ली। हालांकि पुलिस के आगे किसी की नहीं चली। फिलहाल उसे महिला थाने में रखा गया है, जहां से उसे मंगलवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा जाएगा।

     

    लुटेरी दुल्हन को गिरफ्तार कर उसके बैंक खातों की जांच की जा रही है। मंगलवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। जहां से बाद में उसका रिमांड लिया जाएगा।
    - श्रवण कुमार सिंह, डीसीपी सेंट्रल