अधिवक्ताओं के साथ लखनऊ जा रहा भूमाफिया नेगी गंगा बैराज से गिरफ्तार, गैंग्सटर से लेकर हत्या के 18 मुकदमे
कानपुर पुलिस ने भूमाफिया गजेंद्र सिंह नेगी को गिरफ्तार किया। वह वकीलों के साथ लखनऊ भाग रहा था। उस पर धोखाधड़ी समेत 18 मामले दर्ज हैं। नेगी रियल एस्टेट डेवलपर बनकर लोगों को ठगता था पैसे वसूलता था और रजिस्ट्री के नाम पर धमकाता था। ऑपरेशन महाकाल के तहत उसके खिलाफ 10 मुकदमे दर्ज हुए।

जागरण संवाददाता, कानपुर। पुलिस से बचने के लिए तीन अधिवक्ताओं के साथ लखनऊ जा रहे भूमाफिया गजेंद्र सिंह नेगी को पुलिस टीम ने मुखबिर और सर्विलांस टीम की मदद से दबोच लिया। पुलिस के रिकार्ड में उसके खिलाफ धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज,रंगदारी, हत्या के प्रयास, गैंग्सटर समेत धाराओं में कुल 18 मुकदमे दर्ज हैं।
केशवपुर के आवास विकास-1 कैलाश विहार निवासी भूमाफिया गजेंद्र सिंह नेगी खुद को रियल इस्टेट डेवलपर बता लोगों को अपने प्रोजेक्ट में फंसाता था। वह व्यवसायिक व आवासीय जगह दिखा उसमें फ्लैट, दुकान, व अन्य कार्य के लिए जगह दिखा उन्हें बेचने की बात कहकर एग्रीमेंट करता और करोड़ों रुपये वसूल लेता था, जब लोग रजिस्ट्री करने को कहते तो वह काफी समय तक बहाने बना टालता था, फिर उन्हें धमकाने लगता था।
कई मामलों में नेगी और उसके दो अन्य भाई व साथियों ने लोगों को बंधक बनाकर पीटता और उन पर रिवाल्वर तान रुपये भूल जाने की धमकी देता था। वह लोगों से खुद को अधिवक्ता बताता था और काले रंग का कोट पहनकर लोगों पर रौब भी गांठता था। यही नहीं उसके प्रभाव में थाना पुलिस लेकर कई अधिकारी तक आ जाते थे और पीड़ितों की शिकायतों को नजरअंदाज कर देते थे, लेकिन आपरेशन महाकाल में तहत जब कार्रवाई शुरू हुई तो पीड़ितों ने भी हिम्मत दिखा नेगी के खिलाफ एक बार फिर तहरीर देना शुरू कर दिया। पुलिस ने भी हर शिकायत की जांच के बाद एक के बाद एक करके उसके खिलाफ रावतपुर थाने में मुकदमे दर्ज होना शुरू हो गए। मुकदमों की संख्या बढ़ते नेगी ने अपने ठिकाने बदलना शुरू कर दिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, कुछ दिन वह शहर के विभिन्न स्थानों पर छिपकर पुलिस की गतिविधियों पर नजर रख रहा था। इसके बाद अलग-अलग शहरों में छिपा, लेेकिन इसीबीच वह वापस शहर आया। इधर उसकी तलाश के लिए सर्विलांस टीम पहले से सक्रिय थी और उसका व परिवार और रिश्तेदारों के मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगा दिए गए थे, जिससे वह किसी भी नंबर से परिवार के सदस्यों से संपर्क करता तो उसकी लोकेशन ट्रेस हो जाए।
शनिवार दोपहर नेगी अपने तीन खास अधिवक्ताओं से बात कर लखनऊ जाने के लिए निकला था। तभी सर्विलांस टीम व मुखबिर की सूचना पर डीसीपी पश्चिम की क्राइम टीम ने गंगा बैराज के पास गजेंद्र सिंह नेगी को दबोच लिया। हालांकि चर्चा यह भी है कि नेगी के पास रिवाल्वर व कारतूस भी मिले हैं, लेकिन पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर रही है।
आपरेशन महाकाल में ही दर्ज हो चुके 10 मुकदमे
आपरेशन महाकाल में जमीन से जुड़े मामलों की जांच बहुत तेजी से हुई और मुकदमे दर्ज होना शुरू हुआ तो गजेंद्र सिंह नेगी के प्रताड़िना का शिकार पीड़ितों ने भी अधिकारियों को प्रार्थना पत्र देकर गुहार लगाया, जिसमें जांच इतनी तेजी से हुई कि आपरेशन महाकाल में ही गजेंद्र सिंह नेगी के खिलाफ 10 मुकदमे दर्ज हो चुके। हालांकि कई मामले में सीआरपीसी और चेक बाउंसिंग के उसके खिलाफ कोर्ट में भी चल रहे हैं।
गजेंद्र सिंह नेगी की तलाश पुलिस टीम काफी दिनों से कर रही थी। शनिवार को उसे गंगा बैराज से गिरफ्तार कर लिया। उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। रविवार को उसे कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा जाएगा।
- दिनेश त्रिपाठी, डीसीपी पश्चिम
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