कानपुर में कब्जा हटाने चली जेसीबी, हंगामा, जान देने लेटा बुजुर्ग बोला-मेरी पैतृक जमीन, बैरंग लौटी टीम
कानपुर के अंबेडकर पुरम में आवास विकास की टीम को प्लॉट पर कब्जा करने के दौरान विरोध का सामना करना पड़ा। एक बुजुर्ग जेसीबी के आगे लेट गए और परिवार ने हंगामा किया उनका कहना है कि जमीन उनकी पैतृक है और मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है। सूरज प्रसाद शुक्ला के अनुसार आवास विकास बार-बार परेशान कर रहा है। विरोध के बाद टीम को वापस लौटना पड़ा।

जागरण संवाददाता, कानपुर। आवास विकास तीन के अंबेडकर पुरम में एक प्लाट पर कब्जा करने पहुंची आवास विकास टीम को हंगामे के चलते वापस लौटना पड़ा। जेसीबी के आगे एक बुजुर्ग लेट गए और स्वजनों ने जमकर हंगामा किया। बुजुर्ग के मुताबिक ये जमीन उनकी पैतृक है। हाईकोर्ट में मुकदमा भी विचाराधीन है बावजूद इसके आए दिन आवास विकास के अधिकारी परेशान कर रहे है।
आवास विकास के अंबेडकर पुरम में बुधवार को भारी पुलिस फोर्स के साथ आवास विकास की टीम एक जमीन पर कब्जा करने पहुंची। जहां लोगो ने इसके विरोध में जमकर हंगामा किया, पुलिस ने समझाने का प्रयास किया तो खुद को जमीन का मालिक बताने वाले सूरज प्रसाद शुक्ला ने कोर्ट में मुकदमा विचाराधीन होने की बात कही। इस दौरान सूरज प्रसाद जेसीबी के आगे लेट गए।
करीब एक घंटे चले हंगामे के बाद आखिरकार आवास विकास टीम बैरंग लौट गई। सूरज प्रसाद शुक्ला ने बताया कि रकबा नंबर 358 और 813 की करीब 3 बीघे 11 विश्वा उनकी पैतृक जमीन है जिस पर उनका और उनके परिवार का कब्जा है।1986 में इसे आवास विकास ने एक्वायर किया था लेकिन वह कोर्ट चले गए।
मौजूदा समय में हाई कोर्ट में मुकदमा विचाराधीन है। वर्ष 2004 से लगातार आवास विकास उनकी जमीन पर कब्जा करने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने बताया कि जब उनका मुकदमा फाइनल पर था तभी परिषद ने ये जमीन पेट्रोलियम विभाग को करीब 27 करोड़ में बेंच दी है। जबकि उनका महज 7 रुपये वर्ग गज के हिसाब से मुआवजा बना रहे हैं। जबकि जिलाधिकारी ने वर्ष 2013 में नए एक्ट में शामिल करने की बात कही है।
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