Kanpur GSVM मेडिकल कालेज में इमरजेंसी मरीजों को रिपोर्ट का इंतजार खत्म, अब महज 20 मिनट में मिलेगी
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में इमरजेंसी मरीजों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें अपनी रिपोर्ट के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। कॉलेज प्रशासन ने रिपोर्ट मिलने का समय घटाकर केवल 20 मिनट कर दिया है। जिससे मरीजों को तुरंत इलाज मिलना संभव हो पाएगा और उनकी जान बचाई जा सकेगी। यह सुविधा इमरजेंसी सेवाओं को बेहतर बनाने में मददगार साबित होगी।

जागरण संवाददाता, कानपुर। जीएसवीएम मेडिकल कालेज में इलाज के लिए आने वाले गंभीर मरीजों को अक्सर सीटी और एमआरआइ जांच के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। इससे सिर में चोट, स्पाइन व अन्य गंभीरता वाले मरीजों का इलाज प्रभावित होता है। अब इस समस्या से निपटने के लिए सुपर स्पेशलिस्ट ब्लाक जीएसवीएसएस पीजीआइ में लागू टेली जांच रिपोर्टिंग कारगर होगी। इसमें कम समय में अधिक जांच होने के साथ उसकी रिपोर्ट भी समय पर मिल जाएगी।
पिछले दिनों हुई समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित कुमार घोष के सामने जीएसवीएम मेडिकल कालेज की ओर असम माडल को अपनाकर 24 घंटे आनलाइन सीटी स्कैन व एमआरआर रिपोर्टिंग करने का प्रस्ताव रखा गया था। अब इसकी शुरुआत हो जाने से इमरजेंसी मरीजों की सीटी व एमआरआइ रिपोर्ट महज 20 मिनट में तैयार हो सकेगी। इसके साथ ही दो से तीन महीने की वेटिंग लिस्ट को भी समाप्त किया जा सकेगा।
रिपोर्ट बनाने में लगता था अधिक समय
न्यूरो सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डा. मनीष सिंह ने बताया कि असम के स्वास्थ्य प्रोजेक्ट टेली रिपोर्टिंग से सीटी स्कैन और एमआरआइ की वेटिंग को काफी हद तक खत्म कर लिया जाएगा। अभी अस्पताल में 20 से 22 एमआरआइ जांच और 25 सीटी स्कैन जांच प्रतिदिन होती है। जिसकी रिपोर्ट बनाने में अधिक समय लगता है। लेकिन असम, बंगाल व दिल्ली में प्रयोग हो रही तकनीक का प्रयोग कर इमरजेंसी, आइसीयू व ओपीडी मरीजों की गंभीरता के हिसाब से इलाज किया जा सकेगा।
रेडियोलाजिस्ट 24 घंटे मरीजों की करते जांच
उन्होंने बताया कि असम में नेशनल मेडिकल कमीशन से आनलाइन रिपोर्टिंग की व्यवस्था लागू है। इसमें रेडियोलाजिस्ट 24 घंटे मरीजों की जांच करते हैं और उसकी रिपोर्टिंग संबंधित कंपनियों के रेडियोलाजिस्ट देते हैं। असम के प्रोजेक्ट को आधार मानते हुए जीएसवीएसएस पीजीआइ में ट्रायल के रूप में टेली रिपोर्टिंग करने की तैयारी हैं। जिससे यहां पर 24 घंटे सीटी और एमआरआइ की सुविधा शुरू हो सकेगी।

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