कानपुर अग्निकांड: 5 मंजिला इमारत से निकलती लपटों को काबू करने में छूटे पसीने, ज्वलनशील पदार्थ ने बढ़ाई मुश्किलें
पांच मंजिला इमारत की पहली और दूसरी मंजिल में जूता-चप्पल का कारखाना बना रखा है जबकि भूतल में गोदाम था। बताया जा रहा है कि गोदाम में कच्चा और बना माल समेत भारी मात्रा जूते-चप्पलों को चिपकाने वाला केमिकल भी रखा था जिसमें लगी आग रह रहकर भड़क रही थी।

जागरण संवाददाता, कानपुर। पांच मंजिला इमारत में लगी आग को काबू करने में दमकलकर्मियों के भी पसीने छूट गए। इमारत में रखा ज्वालनशील पदार्थ रह रहकर आग को भड़काती रही। बाद में हाइड्रोलिक फायर टेंडर मौके पर पहुंचने के बाद चौथी और पांचवीं मंजिल में लगी आग को बुझाने का कार्य शुरू हो सका।
पांच मंजिला इमारत की पहली और दूसरी मंजिल में जूता-चप्पल का कारखाना बना रखा है, जबकि भूतल में गोदाम था। बताया जा रहा है कि गोदाम में कच्चा और बना माल समेत भारी मात्रा जूते-चप्पलों को चिपकाने वाला केमिकल भी रखा था, जिसमें लगी आग रह रहकर भड़क रही थी।
इमारत में आग करीब रात 8:45 बजे लगी थी और सूचना के कुछ ही देर बाद दमकल की गाड़ियां भी मौके पर पहुंच गई थीं। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने नीचे लगी आग को काबू कर लिया था। इसके बाद इमारत में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश शुरू हुई, लेकिन इसी बीच केमिकल में लगी आग भड़क गई।
इस बार आग की लपटें तीसरी और चौथी मंजिल से होते हुए पांचवीं मंजिल तक पहुंच गई। इस पर फंसे लोगों को रेस्क्यू किया जाना भी मुश्किल हो गया। बाद में हाइड्रोलिक फायर टेंडर के पहुंचने के बाद आग को काबू करने के लिए सामने से पानी की बौछार शुरू की गई।
दंपती और तीनों बेटियों समेत पांच के शव बरामद
मनगंज के प्रेम नगर स्थित जूता चप्पल के कारखाने में लगी आग में दंपती और उनकी तीन बेटियों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। मकान की तीसरी मंजिल पर दंपती और चौथी मंजिल पर सीढ़ियों के पास तीनों बेटियों के शव बरामद हो गए। शव इस कदर जल चुके थे कि उन्हें पहचानना मुश्किल हो गया।
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