दर्दनाक; परिवार के साथ दीपावली मनाने जा रहा था घर, ट्रेन की भीड़ में दम घुटने से मौत
कुशीनगर के ज्ञानेंद्र कुमार गोंड जो बड़ोदरा में मजदूरी करते थे दीपावली पर घर लौटते समय ट्रेन में अत्यधिक भीड़ के कारण दम घुटने से मौत हो गई। उनके भाई जैनेंद्र और पीयूष ने बताया कि ज्ञानेंद्र बड़ोदरा-गोरखपुर स्पेशल ट्रेन से यात्रा कर रहे थे और ट्रेन में अत्यधिक भीड़ थी जिसके कारण उनकी हालत बिगड़ गई। सेंट्रल स्टेशन पर डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

जागरण संवाददाता, कानपुर। कानपुर में एक दर्दनाक घटना सामने आया है। एक रेलवे यात्री की दम घुटने से मौत हो गई। यात्री दीवाली के त्योहार के मौके पर परिवार के पास जा रहा था। ट्रेन में भीड़ अधिक होने की वजह से उनकी दम घुटने से मौत हो गई।
दीपावली पर घर लौट रहे मजदूर की ट्रेन में भीड़भाड़ के दौरान हालत बिगड़ गई। सेट्रल स्टेशन पर साथियों ने जीआरपी की मदद से उसे लोको अस्पताल पहुंचाया। जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। स्वजन ने ट्रेन में भीड़भाड़ के चलते दम घुटने से मौत होने का आरोप लगाया है।
मूलरूप से कुशीनगर जनपद के रवीन्द्र नगर पडरौना धरमपुर बुजुर्ग निवासी 32 वर्षीय ज्ञानेंद्र कुमार गोंड बड़ोदरा में एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में मजदूरी करता था। परिवार में पत्नी रानी और आठ माह का बेटा देवेश है। ज्ञानेंद्र तीन भाइयों में बड़े थे उनके दो अन्य छोटे भाई जैनेंद्र और पीयूष हैं।
दोनों भाइयों ने बताया कि शनिवार शाम ज्ञानेंद्र बड़ोदरा-गोरखपुर स्पेशल ट्रेन से चले थे उनके साथ उनकी दो अन्य साथी मिंटू पाल और श्रीप्रसाद भी साथ थे। उन्होंने बताया कि ट्रेन में काफी भीड़ थी जिसकी वजह से ज्ञानेंद्र को काफी उलझन हो रही थी।
रविवार शाम ट्रेन सेंट्रल स्टेशन पहुंची तो काफी संख्या में यात्रियों की भीड़ चढ़ी जिससे कोच में पैर रखने तक की जगह नहीं बची और ज्ञानेंद्र की हालत बिगड़ गई। इस पर जीआरपी की मदद से साथी लोको अस्पताल ले गए। जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। स्वजन का आरोप है कि ट्रेन में भीड़ के दौरान ज्ञानेंद्र की दम घुटने से मौत हो गई।
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