कानपुर में 50 एकड़ जमीन में 500 प्लॉट बनाएगा KDA, दो स्कूलों के लिए भी काटे जाएंगे भूखंड; निकाली जाएगी लॉटरी
Kanpur News कानपुर विकास प्राधिकरण जवाहरपुरम में 50 एकड़ जमीन पर 500 भूखंड विकसित करेगा। इसके लिए 14 करोड़ रुपये से सड़क सीवर और पेयजल लाइन बिछाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। साथ ही प्लाटिंग की जा रही है। छह माह में विकास कार्य पूरा करना है। अप्रैल माह तक लॉटरी निकालने की तैयारी की जा रही है।

राहुल शुक्ल, कानपुर। केडीए जवाहरपुरम में 50 एकड़ जमीन पर 500 भूखंड विकसित करेगा। इसके लिए 14 करोड़ रुपये से सड़क, सीवर और पेयजल लाइन बिछाने का कार्य शुरू कर दिया गया है। साथ ही प्लाटिंग की जा रही है। छह माह में विकास कार्य पूरा करना है।
अप्रैल माह तक लाटरी निकालने की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा केडीए छोटे पाकेट में खाली करायी जमीन को विकसित करके प्लाटिंग करने की तैयारी कर रहा है ताकि फिर से कब्जे न हो पाएं और आय हो सके। पिछले साल केडीए ने जवाहरपुरम योजना में ही खाली पड़ी जमीन पर प्लाटिंग करके बेचकर ढाई सौ करोड़ रुपये की आय की थी।
सर्वे कराकर भूखंडों को किया जाएगा चिह्नित
केडीए उपाध्यक्ष मदन सिंह गर्ब्याल ने जमीन खाली कराने के साथ ही खाली पड़ी जमीनों को विकसित कर बेचने की तैयारी शुरू कर दी है। अपनी पुरानी योजनाओं का सर्वे कराके खाली पड़े भूखंडों को भी चिह्नित कराया जा रहा है। सचिव अभय पांडेय ने पिछले साल पुरानी योजनाओं का सर्वे कराया था, जिसमें 26 खाली भूखंड मिले थे। कब्जा ली गयी 50 एकड़ जमीन को विकसित किया जा रहा है।
जोन दो के अवर अभियंता सीपी पांडेय द्वारा जवाहरपुरम योजना में जमीन का समतलीकरण कराके प्लाटिंग की जा रही है। साथ ही सीवर, पेयजल और सड़क का निर्माण शुरू करा दिया गया है। इसके तहत 500 भूखंड विकसित किए जा रहे है।
योजना में 112.50 वर्ग मीटर, 128 वर्ग मीटर और दो सौ वर्ग मीटर जमीन के भूखंड विकसित किए जा रहे हैं। कूड़ा निस्तारण के लिए कूड़ाघर बनाने के साथ पावर की भी व्यवस्था की जाएगी। दो स्कूल, नर्सिंग होम, सामुदायिक केंद्र के लिए भी भूखंड काटे जाएंगे। यहां पर केडीए ने विकास कार्य शुरू करा दिया है।
अप्रैल तक प्लाटिंग करके योजना धरातल पर लाने की तैयारी की जा रही है। केडीए सचिव अभय पांडेय ने बताया कि जमीन खाली कराने के साथ ही आवासीय योजना विकसित की जा रही है। जवाहरपुरम में खाली जमीन पर प्लाटिंग की जा रही है। विकास कार्य कराए जा रहे हैं।
साढ़े छह हजार फ्लैट बचे, 12 सौ करोड़ रुपये फंसे
केडीए ने बिना डिमांड सर्वे के वर्ष 2014 से 2016 के बीच में शताब्दी नगर, जवाहरपुरम और मैनावती मार्ग समेत अन्य इलाकों में 11 हजार से ज्यादा फ्लैट का निर्माण कराया है। आठ साल में अभी तक सिर्फ साढ़े चार हजार फ्लैट ही बिक पाए हैं। करीब 12 सौ करोड़ रुपये फंसे है।
विकास नगर स्थित सिग्नेचर ग्रीन्स सिटी में फ्लैट बिक गए हैं। बाकी जगह फ्लैट नहीं बिकने के चलते दाम सीज कर रखे हैं। केडीए अपने बचे फ्लैट बेचने के लिए कई बार शिविर लगा चुका है। फ्लैट बेचने के लिए अपार्टमेंट में विकास कार्य कराए जा रहे है। उपाध्यक्ष मदन सिंह गर्ब्याल ने अफसरों को आदेश दिए हैं कि अपार्टमेंट में अधूरे कार्यों को पूरा कराया जाए।
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