Kanpur के नीलवाली गली में सराफा कारीगर के यहां सिलिंडर फटा, दो झुलसे
कानपुर के नीलवाली गली में एक सराफा कारखाने में लीकेज सिलिंडर में आग लगने से धमाका हो गया। इस घटना में सुरेश कुमार सोनी के बेटे मयंक और एक कारीगर सुनील झुलस गए जिन्हें उर्सुला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लाटूश रोड समेत तीन फायर स्टेशनों की गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया।

जागरण संवाददाता, कानपुर। फीलखाना क्षेत्र के नीलवाली गली में सराफा कारखाने में जेवरात बनाने के दौरान लीकेज सिलिंडर में आग लगने से धमाका हो गया जिसके बाद आग लग गई। धमाका इतनी तेज था कि सिलिंडर फट गया गैस के संपर्क में आकर आग तेजी से फैली। आग की चपेट में आकर कारखाना संचालक का बेटा और एक कर्मचारी गंभीर रूप से झुलस गये।
सूचना पर दमकल की चार गाड़ियां मौके पर पहुंची, लेकिन तंग गली के कारण अंदर तक नहीं जा सकी। दमकल कर्मियों ने हौंज पाइप जोड़कर कारखाने तक पहुंचाया और करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस दौरान दमकल कर्मियों ने कारखाने की ऊपर मंजिल पर फंसे दो परिवार के छह लोगों को रेस्क्यू करके सकुशल बाहर निकाल लिया।
दोनों झुलसे लोगों को पुलिस की मदद से उर्सुला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां कारखाना संचालक के बेटे की हालत गंभीर बताई जा रही है। दमकल के जवानों ने मौके से दो छोटे व दो बड़े भरे हुए सिलिंडर भी बरामद किए हैं अगर से फट जाते तो आसपास के घर भी इसकी चपेट में आ जाते।
नीलवाली गली में सुरेश कुमार सोनी का सराफा कारखाना चलाते हैं। भूतल पर कारखाना संचालित होता है, जबकि ऊपरी मंजिल पर दो अन्य परिवार रहते हैं। सुनील सराफा व्यापारियों से आर्डर लेकर जेवरात तैयार करने का काम करते हैं। शनिवार देर शाम कारखाने में कारीगर जेवर तैयार कर रहे थे, वहीं सुनील का बेटा मयंक काम देख रहा था। कर्मचारी घरेलू सिलिंडर से मेटल (सोना और चांदी) गलाने का काम कर रहे थे।
इसी बीच सिलिंडर लीकेज होने से वहां आग लग गयी। आग लगी देख कर्मचारियों ने उसे बुझाने का प्रयास किया, लेकिन गैस के संपर्क के कारण आग तेजी से फैली तो कर्मचारी कारखाने के बाहर भागे। वहां मौजूद संचालक सुरेश का बेटा मयंक और एक कर्मचारी सुनील भी भागने का प्रयास करने लगे, लेकिन तभी सिलिंडर तेज धमाके के साथ फट गया और आग तेजी से फैली।
आग की चपेट में आकर मयंक और कर्मचारी सुनील गंभीर रूप से झुलस गये। धमाके की आवाज सुनकर पार्षद विकास जायसवाल समेत इलाकाई लोग आ गये और आग लगी देख सबमर्सिबल पंप से पानी डालने लगे। इस बीच सूचना पर एसीपी कलक्टरगंज आशुतोष कुमार सिंह सर्किल फोर्स के साथ पहुंचे। पुलिस ने दमकल विभाग को जानकारी दी। सूचना पर लाटूश रोड और कर्नलगंज से दमकल की चार गाड़ियां पहुंची लेकिन लेकिन गलियां तंग होने के कारण मौके पर नहीं पहुंच सकीं।
इसके बाद दमकल कर्मियों ने पाइपों को जोड़ा और मौके पर पहुंचकर आग बुझाना शुरु किया। मुख्य अग्निशमन अधिकारी दीपक शर्मा और कर्नलगंज अग्निशमन अधिकारी प्रदीप शर्मा ने जवानों के साथ मिलकर ऊपरी मंजिल में फंसे दो परिवारों को सुरक्षित निकाला। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक कारखाने में रखा सामान जल चुका था। दमकल कर्मियों ने बताया कि कारखाने में जेवर गलाने के लिए घरेलू सिलेंडर का इस्तेमाल हो रहा था, आग बुझाने के बाद अंदर से दो छोटे और दो भरे हुए सिलिंडर बरामद किये गये हैं।
सराफा कारखाने में लीकेज सिलिंडर के चलते आग लगने वह धमाके के साथ फट गया जिससे आग लग गई। जिसकी चपेट में आकर झुलसे दोनों लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। समय रहते आग पर काबू पाने के साथ ही भरे हुए सिलिंडर निकालकर सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
- दीपक शर्मा,मुख्य अग्निशमन अधिकारी
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