कानपुर में सर्किल रेट में संशोधन, 20 फिट की गलियों के फ्लैटों पर छूट नए साल से
कानपुर में नए साल से सर्किल रेट में संशोधन किया गया है। 20 फीट की गलियों में स्थित फ्लैटों पर छूट मिलेगी। यह संशोधन शहर के प्रॉपर्टी बाजार को प्रभावित ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कानपुर। अब 20 फिट की गलियों के फ्लैटों पर 15 प्रतिशत सर्किल रेट कम करने की छूट नए साल से ही मिलने की उम्मीद है। एक माह पहले तैयार सर्किल रेट में आंशिक संसोधन के प्रस्तावों पर अभी तक अमल नहीं हो सका है। एआइजी स्टांप को इन प्रस्तावों पर जिलाधिकारी की अनुमति लेनी है।
नए सर्किल रेट जुलाई में लागू होने थे। इसके लिए प्रस्ताव तैयार किए गए थे। जिलाधिकारी ने इनमें कुछ संसोधन कराए थे। इसके बाद आपत्तियां मांगी गई थीं। आपत्तियों के निस्तारण के बाद सितंबर माह में नए सर्किल रेट लागू किए गए थे। सर्किल रेट लागू होने के बाद अधिवक्ताओं ने कुछ आपत्तियां जताई थीं। कहा था कि चार मंजिला से ऊपर के पुराने प्लैटों में भी छूट मिलनी चाहिए।
नगर निगम की सीमा से बाहर चौबेपुर और सचेंडी औद्योगिक क्षेत्र की जमीन चाहे वह अधिसूचित हो या न हो, पर 40 प्रतिशत छूट मिलनी चाहिए। कटरी ख्योरा की डूब क्षेत्र के सर्किल रेट ज्यादा हैं। इस पर कुछ मिलनी चाहिए। कटरी ख्योरा की डूब क्षेत्र की जमीन के सर्किल रेट में भी छूट मिलनी चाहिए। प्रीमियम फ्लैटों पर पचास फीसदी तक सर्किल रेट बढाए गए हैं, इनमें कुछ राहत मिलनी चाहिए।
इस पर जिलाधिकारी ने सभी सब रजिस्ट्रार से प्रस्ताव तैयार करने के लिए कहा था। एक माह पहले यह प्रस्ताव तैयार हो गए थे, लेकिन अभी तक इन पर फैसला नहीं हो सका है। एआइजी स्टांप श्याम सिंह बिसेन का कहना है कि जल्द इन प्रस्तावों पर जिलाधिकारी की अनुमति ली जाएगी।
इधर, मार्निंग वाकरों के लिए खुशखबरी, एक जनवरी से खुलेगा बाटेनिकल गार्डन
मार्निंग वाकरों के लिए खुशखबरी...केडीए एक जनवरी से बैराज स्थित बाटेनिकल गार्डन को जनता के लिए खोलने जा रहा है। इसमें फिलहाल प्रवेश निश्शुल्क रहेगा। बाटेनिकल गार्डन को 35 करोड़ रुपये से विकसित किया जा रहा है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। एक साल में बाटेनिकल गार्डन का स्वरूप बदला नजर आएगा। बाटेनिकल गार्डन वर्ष 2018 से बंद पड़ा है। केडीए ने नए सिरे से इसको जनता के लिए खोलने की तैयारी की है। टहलने व घूमने के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम और खेलकूद की पार्क में व्यवस्था होगी। चारों तरफ वाटर बाडी व टहलने की जगह होगी। पौधों की जानकारी के लिए नर्सरी होगी। गार्डन को विकसित करने के लिए नेशनल बाटेनिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (एनबीआरआइ) लखनऊ से केडीए अनुबंध किया है। गार्डन में नर्सरी, वनस्पतियों के संग्रहालय आदि की व्यवस्था की जाएगी। केडीए उपाध्यक्ष मदन सिंह गर्ब्याल ने बताया कि एक जनवरी से टहलने व घूमने वालों के लिए निश्शुल्क खोल दिया जाएगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।