कानपुर सेंट्रल स्टेशन में यात्रियों की भीड़, दिल्ली के लिए चलानी पड़ी स्पेशल ट्रेन; पैसेंजर्स ने चादर बांधकर बनाई सीट
होली के बाद काम पर लौटने वालों की भीड़ से रेलवे स्टेशन और ट्रेनें खचाखच भरी हुई हैं। कानपुर सेंट्रल स्टेशन से दिल्ली के लिए विशेष ट्रेन चलानी पड़ी। जीआरपी आरपीएफ और पीएसी की टीमें अलर्ट हैं। यात्रियों को चढ़ने-उतरने में धक्कामुक्की का सामना करना पड़ रहा है। कई ट्रेनों के जनरल व स्लीपर कोच में यात्रियों ने चद्दर बांधकर सीट बना ली। इसमें बच्चों को बैठाकर सफर पूरा किया।
जागरण संवाददाता, कानपुर। होली में घर गए लोगों की कार्यस्थल की तरफ वापसी में सोमवार को फिर ट्रेनों के कोच और स्टेशन के प्लेटफार्म ठसाठस रहे। सेंट्रल स्टेशन से दिल्ली के लिए विशेष ट्रेन चलानी पड़ी। जीआरपी, आरपीएफ व पीएसी की टीमें अलर्ट कर दी गईं। दिल्ली-मुंबई व गुजरात की ओर जा रही ट्रेनों के दरवाजों, शौचालय, सीटों के आसपास तक यात्री बैठे। चढ़ने-उतरने में धक्कामुक्की के हालत नजर आए। सेंट्रल स्टेशन से दिल्ली के लिए विशेष ट्रेन चलानी पड़ी।
होली पर बिहार, झारखंड, बंगाल व पूर्वांचल के जिलों में जाने वालों के कारण ट्रेनें एक मार्च से ही फुल हो गई थीं। ये स्थिति होली के दिन तक चली। अब यही लोग वापस अपने कार्यस्थलों की ओर लौट रहे हैं। इससे फिर भीड़ बढ़ी है। सेंट्रल स्टेशन, गोविंदपुरी, पनकी धाम व अनवरगंज में हर ट्रेन के कोच में मारामारी के हालात नजर आए। कई ट्रेनों के जनरल व स्लीपर कोच में यात्रियों ने चद्दर बांधकर सीट बना ली। इसमें बच्चों को बैठाकर सफर पूरा किया।
भीड़ बढ़ने पर चलाई गई विशेष ट्रेन
10 प्लेटफार्मों पर ट्रेनों के पहुंचते ही यात्रियों ने ट्रैक फांदने में भी गुरेज नहीं किया। कई बार उद्घोषणा पर जल्दबाजी में जान जोखिम में डाली। वापस जाने वालों की भीड़ बढ़ने के कारण वाणिज्य, आरपीएफ, जीआरपी व परिचालन विभाग की टीम सहायक वाणिज्य प्रबंधक संतोष कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में लगाई गई है। भीड़ बढ़ने के कारण सेंट्रल से नई दिल्ली के लिए प्लेटफार्म संख्या एक से 11 बजे विशेष ट्रेन चलाई गई।
होली विशेष ट्रेन रूरा, झींझक, फफूंद, इटावा, फिरोजाबाद, टूंडला, हाथरस जंक्शन, अलीगढ़ व खुर्जा होकर दिल्ली गई। इससे बड़ी संख्या में शहर से दिल्ली जाने वाले यात्रियों को फायदा हुआ। स्टेशन अधीक्षक अवधेश कुमार द्विवेदी, जीआरपी निरीक्षक ओम नारायण सिंह, आरपीएफ निरीक्षक बीपी सिंह मुस्तैदी से डटे रहे। सेंट्रल के निदेशक आशुतोष सिंह ने बताया कि ट्रेनों में भीड़ को संभालने के लिए टीमें मुस्तैद हैं।
- 288 ट्रेनें प्रतिदिन सेंट्रल स्टेशन के रास्ते गुजरती हैं।
- 2 से ढाई लाख यात्री सोमवार को आए-गए, जबकि सामान्य दिनों में ये संख्या सवा लाख तक रहती है।
- 10 प्लेटफार्म हैं सेंट्रल स्टेशन पर, सभी में रही यात्रियों की भीड़।
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