कानपुर में फुटपाथ पर बने अवैध चट्टे शहर की सुंदरता पर लगा रहे बट्टा, सीवर लाइनें भी हुईं चोक
सर्वोदयनगर स्थित नगर निगम के बालिक विद्यालय के बाहर चट्टे वाले ने कब्जा कर रखा है। गेट पर ही जानवरों के बंधने के कारण स्कूले की शिक्षकों स्टाफ अौर बच्चों को जाने के लिए जूझना पड़ता है। स्कूल के गेट के बाहर ही गंदगी फैली रहती है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। एक तरफ शहर स्मार्ट हो रहा है वहीं दूसरी तरफ नगर विकास मंत्री के अादेश के बाद भी तीन साल में चट्टे शहर से बाहर नहीं हो पाए है। महापौर ने पिछले साल अभियान चलाकर कई चट्टे बाहर किए थे। अफसरों के ढीले पड़ने के बाद से फिर चट्टे वालों ने कब्जा कर लिया है। चट्टे वालों के कारण कई इलाकों की सीवर लाइन चोक हो गई है बिना बरसात के क्षेत्र में गंदा पानी भर रहा है।
सर्वोदयनगर स्थित नगर निगम के बालिक विद्यालय के बाहर चट्टे वाले ने कब्जा कर रखा है। गेट पर ही जानवरों के बंधने के कारण स्कूले की शिक्षकों, स्टाफ अौर बच्चों को जाने के लिए जूझना पड़ता है। स्कूल के गेट के बाहर ही गंदगी फैली रहती है। गोबर नाली में बहाने के कारण चोक पड़ी है। इसके अलावा अन्य चट्टे भी क्षेत्र में है।सीवर लाइन में गोबर मिलने से लाइन चोक पड़ी है।
शारदा नगर, गीतानगर, नवाबगंज, हरबंश मोहाल, बादशाही नाका, अहरिवां ग्वालटोली समेत कई इलाकों में चट्टों के कारण क्षेत्र की सीवर लाइन चोक पड़ी है। नमामि गंगे के तहत पिछले दिनों सीवर लाइनों की सफाई हुई है फिर से गोबर जाने के कारण चोक हो गई है। बिना बरसात के ही क्षेत्रों में जलभराव रहता है।
क्षेत्र के राकेश तिवारी, अनुज गुप्ता, अंकुश त्रिवेदी, संतोष तिवारी, विशाल मिश्र समेत कई लोगों ने बताया कि चट्टों के कारण क्षेत्र में जाम भी लगा रहता है। साथ ही बुजुर्गों, महिलाअों व बच्चों का निकलना दूभर हो जाता है। यह स्थित तब है जब नगर विकास मंत्री ने तीन साल पहले शहर में चट्टों को बाहर करने के अादेश नगर अायुक्त को दिए थे। दो माह में हटने वाले चट्टे तीन साल में नहीं हट पाए। एक तरफ शहर को स्मार्ट सिटी अौर मेट्रो का दर्जा मिल गया है वहीं दूसरी तरफ शहर समस्याअों से जूझ रहा है।