अखिलेश दुबे से जुड़ी कई फाइलों दस्तावेज गायब, केडीए के कर्मियों और दलालों पर नजर
केडीए में अखिलेश दुबे से जुड़ी कई फाइलें गायब हैं जिससे खलबली मची है। जोन तीन से जुड़ी 35 फाइलों की छानबीन हो रही है जिनमें नगर निगम की संपत्तियां भी शामिल हैं। केडीए दुबे से जुड़ी 18 इमारतों को नोटिस दे चुका है पर कोर्ट से स्टे मिला है। एसआईटी ने केडीए के पीए सहित कई कर्मचारियों को पूछताछ के लिए बुलाया है।

जागरण संवाददाता, कानपुर। केडीए में अखिलेश दुबे से जुड़ी कई फाइलों के दस्तावेज नहीं मिल रहे है। इनको ढूंढा जा रहा है। अकेले केडीए के जोन तीन से जुड़ी 35 फाइलें सामने आयी है। इसमें नगर निगम की भी संपत्तियां है। साथ ही कई के आवंटन की जानकारी नहीं है। केडीए ने अब तक अखिलेश दुबे से जुडी़ 18 इमारतों को नोटिस दे चुका है और दो संपत्तियों को सील भी कर चुका है।
कोर्ट से स्टे आने के कारण कार्रवाई रुकी है। साथ ही केडीए के कई और कर्मियों और दलालों पर नजर रखी जा रही है। इसको लेकर खलबली मची है। केवल सीसीटीवी कैमरे से जांच करा ली जाए तो कई बाहरी व्यक्ति ऐसे दिख जाएगे जो रोज प्राधिकरण में डेरा डाले रहते है।
विशेष जांच प्रकोष्ठ (एसआइटी) ने इस मामले में केडीए के उपाध्यक्ष के पूर्व पीए महेन्द्र सोलंकी और वर्तमान पीए कश्यप कांत दुबे को पूछताछ के लिए नोटिस दी है। इसके अलावा कई और कर्मचारी भी नजर में है। इसमें कई दलाल भी है। पुलिस ने केडीए की जोन तीन से जुड़ी योजना साकेत नगर, निराला नगर, यशोदानगर, तुलसी विहार, डब्ल्यू स्कीम द्वितीय जूहीकला से जुड़ी करीब 30 संपत्तियों है। इनकी छानबीन की जा रही है। इसमें कई संपत्तियों लेखा जोखा नहीं है।
इसके अलावा पिछले दिनों फर्जी दस्तावेज के माध्यम से केडीए के भूखंड पर कब्जा करने वालों के नाम भी सामने आए है। इनकी भी छानबीन की जा रही है। इसमें कई दलाल है जो प्राधिकरण कर्मचारियों के साथ मिलकर खेल खेल रहे है। साकेत नगर की योजनाओं की भी छानबीन की जा रही है। केडीए के जोन तीन में जुड़ी साकेत नगर, निरालानगर, डब्ल्यू ब्लाक जूही और जोन चार में पनकी योजना की जांच की जाए तो खेल और सामने आएगे। इसको लेकर केडीए में खलबली मची हुई है। जांच होगी तो कई मामले सामने आएगे।
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