कानपुर में रिंग रोड से जुड़ेगा एयरपोर्ट, डेढ़ किमी फोरलेन सड़क बनाएगा NHAI; 700 हेक्टेयर जमीन का होगा अधिग्रहण
Kanpur Ring Road कानपुर के चकेरी एयरपोर्ट तक पहुंचना अब और आसान होने जा रहा है। रिंग रोड से एयरपोर्ट को सीधे जोड़ा जाएगा जिससे यात्री शहर के किसी भी स्थान से 30 से 45 मिनट में एयरपोर्ट पहुंच सकेंगे। परियोजना निदेशक एनएचएआइ अमन रोहिल्ला ने बताया यरपोर्ट को सीधे रिंग रोड से जोड़ने के लिए डेढ़ किमी तक कुलगांव मोड़ से अलग सड़क बनाई जाएगी।

रितेश द्विवेदी, कानपुर। अब चकेरी एयरपोर्ट जाने वाले यात्रियों को जाम से नहीं जूझना पड़ेगा क्योंकि रिंग रोड से एयरपोर्ट को सीधे जोड़ा जाएगा। रिंग रोड से जुड़ने के बाद शहर के किसी भी स्थान से 30 से 45 मिनट में यात्री एयरपोर्ट पहुंच जाएंगे। एनएचएआइ (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) रिंग रोड के पैकेज तीन से कुलगांव मोड़ से एयरपोर्ट रोड तक डेढ़ किमी का फोरलेन रास्ता बनाएगा। एनएचएआइ ने 30 माह में इस परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
एनएचएआइ शहर के चारों तरफ 93.20 किमी की रिंग रोड का निर्माण कर रहा है। चार अलग-अलग पैकेज में रिंग रोड का निर्माण शुरू हो चुका है। पैकेज एक सचेंडी से महाराजपुर व पैकेज चार में जरकला से पकरी वाया डिफेंस कारिडोर से होते हुए निर्माण कार्य चल रहा है। पैकेज तीन का निर्माण उन्नाव जिले के बदरका से हरबंश उचेती गांव तक होगा।
टेंडर फाइनल होते ही शुरू हुआ काम
एनएचएआइ ने 28 जनवरी को टेंडर लेने वाली उत्तराखंड की कंपनी हिलवेज कंस्ट्रक्शन को वर्कआर्डर जारी कर दिया है। 19 किमी लंबे इस पैकेज का टेंडर फाइनल होने के साथ ही काम शुरू कर दिया गया है। इसमें कुलगांव के पास एयरपोर्ट जाने के लिए डेढ़ किमी सड़क बनाई जाएगी। इसके बनने से यात्री रिंग रोड होते हुए सीधे एयरपोर्ट तक पहुंच जाएंगे।
मंधना-उन्नाव स्टेट हाईवे से रिंग रोड होते हुए जाएंगे वाहन
अभी यात्री जीटी रोड और वीआइपी रोड होते हुए रामादेवी चौराहे से एयरपोर्ट पहुंचते हैं। इन सभी रोड में ट्रैफिक लोड अधिक होने के कारण एयरपोर्ट पहुंचने में एक से दो घंटे तक लग जाते हैं लेकिन रिंग रोड और मंधना-उन्नाव स्टेट हाईवे बनने के बाद एयरपोर्ट आसानी से पहुंचा जा सकेगा। ट्रांसगंगा सिटी से उन्नाव-शुक्लागंज होते हुए लखनऊ एक्सप्रेसवे तक 19 किमी तक रिंग रोड का निर्माण हो रहा है। एनएचएआइ के इंजीनियरों ने बताया कि टू-बी परियोजना का टेंडर फाइनल हो गया है। इस हिस्से का निर्माण लखनऊ की फर्म अजय प्रकाश को मिला है।
सात सौ हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण कर रहा एनएचएआइ
एनएचएआइ रिंग रोड के लिए सात सौ हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण कर रहा है। पैकेज टू-ए की जमीन का अधिग्रहण करने की कार्यवाही चल रही है। 93.20 किमी लंबा रिंग रोड शहर के बाहर से सभी जनपदों के हाईवे से जोड़ेगा। इसमें केंद्र सरकार 40 अरब 77 करोड़ रुपये का बजट खर्च कर रही है।
ये हैं रिंग रोड के पैकेज
पैकेज संख्या | स्थान | लंबाई (किमी) | निर्माण लागत (करोड़) | भूमि लागत (करोड़) |
---|---|---|---|---|
01 | सचेंडी से महाराजपुर | 23.32 | 854.60 | 593.63 |
02ए | चौधरिया से ट्रांसगंगा | 8.76 | 972.93 | 98.54 |
02बी | ट्रांसगंगा से सथारा | 19.11 | 718.13 | 392.46 |
03 | बदरका से हरबंस उचेती | 17.45 | 808.51 | 307.7 |
04 | जरकला से पकरी | 24.55 | 722.93 | 356.25 |
परियोजना निदेशक एनएचएआइ, अमन रोहिल्ला ने बताया
रिंग रोड के दो पैकेजों में 20 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। पैकेज थ्री का वर्क आर्डर जारी होने के साथ ही निर्माण कार्य शुरू किया जा रहा है। एयरपोर्ट को सीधे रिंग रोड से जोड़ने के लिए डेढ़ किमी तक कुलगांव मोड़ से अलग सड़क बनाई जाएगी, जिससे रिंग रोड से एयरपोर्ट पहुंचना आसान हो जाएगा। जून 2027 तक परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य है।
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