QS Sustainability Ranking में IIT कानपुर ने जमाई धाक, हासिल की ये रैंक... CSJMU ने भी बनाई जगह
IIT कानपुर ने क्यूएस सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग में 277 पायदान की छलांग लगाई है। यह पर्यावरण संरक्षण और पृथ्वी को बचाने के लिए संस्थान के प्रयासों का प्रमाण है। आइआइटी कानपुर को कुल 75.6 अंक मिले हैं। इस रैंकिंग में छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय ने भी पहली बार वैश्विक स्तर पर 683वां स्थान हासिल किया है। कानपुर के दोनों संस्थानों ने नाम कमाया है।

जागरण संवाददाता, कानपुर। क्यूएस वर्ल्ड, क्यूएस एशिया रैकिंग के बाद क्यूएस सस्टेनबिलिटी रैंकिंग में भी शहर के दो शिक्षण संस्थानों ने अपनी धमक का अहसास कराया है। आइआइटी (Kanpur IIT) के साथ छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय को भी रैंक मिली है। सीएसजेएमयू ने पहली बार रैंक हासिल की है तो आइआइटी ने एक साल में 277 पायदान की छलांग लगाकर पर्यावरण सुरक्षा और पृथ्वी को बचाने के साथ ही दुनिया के सतत विकास लक्ष्यों के प्रति अपने संकल्प को मजबूती से प्रदर्शित किया है।
क्यूएस सस्टेनबिलिटी रैंक 2025 मंगलवार को जारी हुई है। इसके अनुसार, आइआइटी कानपुर को दुनिया में 245वां स्थान मिला है, जबकि पिछले साल इसकी रैंक 522 वीं थी। इससे भी ज्यादा अहम है कि छत्रपति शाहूजी महाराज विवि ने पहली बार अपना खाता खोला है और क्यूएस रैंकिंग में वैश्विक स्तर पर 683वां स्थान हासिल किया है।
आइआइटी को कुल 75.6 अंक मिले हैं
आइआइटी को कुल 75.6 अंक मिले हैं। क्यूएस (क्वेकवरी साइमंड्स) हर साल अलग अलग मानकों के आधार पर वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग और एशिया यूनिवर्सिटी रैंक जारी करती है। 2023 से सस्टेनबिलिटी रैंक भी जारी की जा रही है, जिसमें शिक्षण संस्थानों को रैंक जारी की जाती है।
इसमें शिक्षण संस्थानों में ऊर्जा उपभोग और अन्य कार्य व्यवहार के आधार पर पर्यावरणीय प्रभाव, सामाजिक प्रभाव और सुशासन के मानक पर मूल्यांकन किया जाता है। इस रैंक से पता चलता है कि कोई शिक्षण संस्थान दुनिया को बचाने के सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में कितना काम कर रहा है। सस्टेनबिलिटी सूची में आइआइटी दिल्ली को विश्व में 171वां, आइआइटी खड़गपुर को 202, बांबे को 234 वां स्थान मिला है।
प्रदेश में सीएसजेएमयू का दबदबा, देश में 59 वां स्थान
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) ने क्यूएस सस्टेनबिलिटी रैंकिंग 2025 में पर्यावरणीय स्थिरता श्रेणी में पहली बार ही उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। विश्वविद्यालय पहले ही विश्व सूची में 1501 प्लस संस्थानों में शामिल हो चुका है। सस्टेनबिलिटी रैंक में भी देश के 78 संस्थानों में 59वें स्थान पर रहा। विश्वविद्यालय ने पर्यावरणीय स्थिरता श्रेणी में 683 वां वैश्विक स्थान प्राप्त किया।
कुलपति प्रो. विनय पाठक ने कहा कि यह सम्मान विश्वविद्यालय के सतत प्रयासों का प्रमाण है, जो अकादमिक उत्कृष्टता के साथ-साथ वैश्विक स्थिरता की चुनौतियों को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की उपलब्धि में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के मार्गदर्शन की विशेष भूमिका है ।
- आइआइटी दिल्ली 171वां स्थान
- आइआइटी खड़गपुर 202 वां स्थान
- आइआइटी बांबे 234वां स्थान
- आइआइटी कानपुर 245वां स्थान
- आइआइटी मद्रास 277वां स्थान
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