हमीरपुर में प्रधान ने ये क्या कह दिया, ग्राम पंचायत सदस्य व उसके पुत्र का सिर काटकर लाने पर रखा एक लाख इनाम
उत्तर प्रदेश में एक ग्राम प्रधान ने पंचायत सदस्य और उसके पुत्र की हत्या पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित करने की धमकी दी। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने प्रधान के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

संवाद सहयोगी, जागरण, सुमेरपुर (हमीरपुर)। गांव में मनरेगा योजना के तहत हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ ग्राम पंचायत सदस्य द्वारा शिकायत करना ग्राम प्रधान को रास नही आया और उन्होंने इंटरनेट मीडिया में ऐसी घोषणा कर दी कि जिसने भी उसे पढ़ा और देखा तो वह दंग रह गया। प्रधान ने अपने फेसबुक एकाउंट पर स्टोरी लगाते हुए लिखा कि जो भी ग्राम पंचायत सदस्य व उसके बेटे का सिर काटकर लाएगा उसे एक लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा। जैसे ही पोस्ट इंटरनेट मीडिया में प्रचलित हुई हर तरफ खलबली मच गई।
वहीं पीड़ित ग्राम पंचायत सदस्य ने थाना सुमेरपुर समेत साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए खुद को व बेटे को असुरक्षित बताकर जानमाल की सुरक्षा की मांग की है। ग्राम पंचायत सदस्य का कहना है कि यदि उसे या उसके बेटे को कुछ होता है तो उसका जिम्मेदार ग्राम प्रधान होगा। इससे पूरा परिवार भयभीत है।
विगत माह विकासखंड सुमेरपुर के मौहर गांव निवासी ग्राम पंचायत सदस्य विनोद कुमार तिवारी ने मनरेगा योजना के तहत पंचायत में हुए भ्रष्टाचार की शिकायत की थी। इस शिकायत से नाराज होकर ग्राम प्रधान राममिलन निषाद ने अपने फेसबुक अकाउंट में शिकायतकर्ता विनोद तिवारी एवं उसके पुत्र का सिर काट कर लाने पर एक लाख रुपये नकद देने की घोषणा कर पोस्ट डाली है। पोस्ट के प्रचलित होते ही गांव में खलबली मच गई और लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
इंटरनेट मीडिया में डाली गई पोस्ट के स्क्रीनशाट लेकर पीड़ित ने मामले की शिकायत साइबर थाने में करते हुए जान माल की सुरक्षा की मांग की है। पीड़ित ने बताया कि उसने मामले की शिकायत पुलिस चौकी कैथी में भी की है। पुलिस ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है। थानाध्यक्ष अनूप सिंह ने बताया कि प्रकरण उनके संज्ञान में नहीं है और न ही अभी तक कोई तहरीर मिली है। इस संबंध में ग्राम प्रधान राममिलन निषाद ने बताया कि उनकी फेसबुक आइडी किसी ने हैक कर ली है और इस तरह की पोस्ट डाल दी है। उनके द्वारा ऐसी कोई पोस्ट नही डाली गई है।
गोशाला की जांच करने गए लेखपाल को भी बना चुका है बंधक
बीते दिनों गोशाला की जांच करने गए लेखपाल को भी मौहर ग्राम प्रधान के द्वारा बंधक बनाया गया था। जिस पर एसडीएम द्वारा किए गए फोन के बाद प्रधान ने जांच करने पहुंचे लेखपाल को गोशाला से मुक्त किया था। इस मामले ने भी काफी तूल पकड़ा था। लेकिन अभी तक उसमें कोई कार्रवाई नही हुई। वहीं दूसरी यह घटना ग्राम प्रधान द्वारा की गई है। जिससे पूरे गांव समेत क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।
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