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    कानपुर प्रेस क्लब के पू्र्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित छह माह के लिए जिला बदर, जमीन कब्जाने और रंगदारी के 21 मामले

    Updated: Wed, 24 Sep 2025 02:40 PM (IST)

    कानपुर के सिविल लाइंस में मैरी एंड मैरीमैन कंपाउंड की जमीन कब्जाने के मामले में पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष अवनीश दीक्षित को 6 महीने के लिए जिलाबदर कर दिया गया है। 339 दिन जेल में रहने के बाद वे जमानत पर रिहा हुए थे। पुलिस ने उन्हें जमीन कब्जाने और रंगदारी के 21 मामलों में गिरफ्तार किया था। गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई थी।

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    कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित।

    जागरण संवाददाता, कानपुर। सिविल लाइंस में मैरी एंड मैरीमैन कंपाउंड की करीब एक हजार करोड़ की जमीन कब्जाने के प्रयास और डकैती के आरोपित प्रेसक्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित को छह माह के लिए जिलाबदर किया गया है। यह कार्रवाई संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आशुतोष कुमार ने की है। अवनीश 339 दिन तक जेल में रहने के बाद दो जुलाई को जमानत पर रिहा हुआ था।

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    शहर में इंटररेंज गैंग के सरगना और प्रेसक्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित के खिलाफ बुधवार को जिलाबदर की कार्रवाई की गई। नजूल की जमीन कब्जाने और डकैती के मामले में 28 जुलाई 2024 को पुलिस से उसे जेल भेजा था। 339 दिन तक जेल में रहने के बाद दो जुलाई को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद अवनीश को रिहा किया गया था। अवनीश दीक्षित के जेल में रहते हुए पुलिस ने उसके पुराने आपराधिक मामलों की भी जांच की और एक के बाद एक 21 मामले दर्ज किए गए, जिसमें गैंग्सटर एक्ट भी शामिल है।

    पुलिस आयुक्त अखिल कुमार के निर्देश पर अवनीश को गैंग लीडर बनाते हुए पहला इंटरजोनल गैंग घोषित किया था। कुख्यात विकास दुबे गैंग के बाद अवनीश दीक्षित इंटररेंज का दूसरा दूसरा सबसे बड़ा गैंग घोषित है, जिसमें 26 सदस्य है। पुलिस सभी मामलों में चार्जशीट लगा चुकी है।

    अन्य मामलों के सात आरोपितों को भी जिलाबदर किया गया

    संयुक्त पुलिस आयुक्त ने रेउना थाने के वकील को पाक्सो समेत चार मुकदमों में तीन माह के लिए जिलाबदर किया। वहीं नौबस्ता के शंकर उर्फ शंकर राइडर को हत्या के प्रयास समेत चार मुकदमों में और बसंत विहार के आयुष गुप्ता उर्फ पुच्ची को शस्त्र अधिनियम समेत छह मामलों में छह माह के लिए जिलाबदर किया गया है। उधर पनकी कटरा के मुस्तफा उर्फ छोटू और बदुआपुर के अमित सिंह सेंगर को चार-चार मुकदमों में तीन माह के लिए जिलाबदर किया गया है। जबकि रावतपुर के आयुष शर्मा को चार मुकदमों और सचेंडी के शंकर सिंह उर्फ धीरज सिंह को हत्या के प्रयास समेत पांच मुकदमों के लिए छह माह के लिए जिलाबदर किया गया है।

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