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    महिला दारोगा के साथ लिव इन में था फर्जी रॉ एजेंट, मदद से बनाई थी पुलिस में पैठ

    By AbhishekEdited By:
    Updated: Wed, 05 Feb 2020 12:05 PM (IST)

    गणतंत्र दिवस परेड के दौरान पुलिस अधिकारी के पूछताछ करने पर खुद को खुफिया अफसर बता बचकर निकल गया था।

    महिला दारोगा के साथ लिव इन में था फर्जी रॉ एजेंट, मदद से बनाई थी पुलिस में पैठ

    कानपुर, [चंद्रप्रकाश गुप्ता]। बिरहाना रोड से दवा व्यापारी को अगवा कर 10 लाख रुपये फिरौती मांगने वाले फर्जी रॉ एजेंट सतेंद्र कुमार चौहान फेसबुक फ्रेंड बनी महिला दारोगा के साथ लिव इन में था। उसकी मदद से ही पुलिस विभाग में पैठ बनाई थी। गणतंत्र दिवस परेड के समय पुलिस अधिकारी ने टोका था लेकिन वह खुद को खुफिया अफसर बताकर बच निकला था। रेल बाजार स्थित महिला दारोगा के कमरे से आरोपित का बैग बरामद हुआ है।

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    डिप्टी एसपी की वर्दी पहनकर घूमा सतेंद्र

    पुलिस सूत्रों के मुताबिक शहर में तैनात महिला दारोगा ने सतेंद्र को साथी दारोगा व सिपाहियों से मिलवाया था। फर्जी रॉ एजेंट महिला दारोगा को स्कूटी से पुलिस लाइन छोडऩे और लेने जाता था। गणतंत्र दिवस पर वह डिप्टी एसपी की वर्दी और पी-कैप लगाकर सुबह करीब नौ बजे पुलिस लाइन पहुंचा। परेड के दौरान वह पुलिस अफसरों के साथ ही खड़ा रहा। तभी यूपी 100 के एक अधिकारी की नजर सतेंद्र की वर्दी पर पड़ी। कंधे पर तीन सिल्वर स्टार के साथ रिबन देख अटपटा लगा। साथ ही उसकी लंबाई भी मानक से कम लगी। उन्होंने पूछताछ की तो सतेंद्र ने खुद को रॉ का अधिकारी बताते हुए कहा कि उनके यहां रिबन लगा सकते हैं। यह भी कहा कि वैसे तो उसके यहां वर्दी जैसी व्यवस्था नहीं है, लेकिन गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में आना था तो वर्दी पहन ली।

    पंडाल में चौथी लाइन में बैठा था

    सत्येंद्र यह भी पुलिस अफसर से कहा था कि वह सीएए को लेकर शहर में हुए उपद्रव की जांच करने आया है। कुछ देर बाद उसने वर्दी से रिबन हटा दिया। परेड के बाद आरोपित पंडाल में आगे से चौथी लाइन में बैठा, जहां एक एएसपी और तीन सीओ बैठे थे। कुछ देर बाद वह महिला दारोगा के साथ चला गया। उसने एस-10 सदस्यों के साथ फोटो भी खिंचवाई थी। सतेंद्र के मोबाइल से पुलिस अधिकारियों के साथ उसकी फोटो मिली है। प्रतिसार निरीक्षक सुरेंद्र विक्रम ने बताया कि गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में काफी भीड़ थी। अन्य विभागों के राजपत्रित अधिकारी भी आए थे। रैंक व प्रोटोकॉल के हिसाब से सबको बैठाया गया। फर्जी डिप्टी एसपी के आने की जानकारी नहीं है।

    अपहरण से पहले महिला दारोगा को किया था फोन

    महिला दारोगा के साथ लिव इन में रह रहे अमरोहा के मंडी धनौरा निवासी सतेंद्र कुमार चौहान ने साथियों के साथ मिलकर एक फरवरी की दोपहर बिरहाना रोड दवा मार्केट से व्यापारी पिंटू गुप्ता उर्फ गुड्डू का अपहरण कर 10 लाख रुपये फिरौती मांगी थी। इससे पहले उसने महिला दारोगा से मोबाइल फोन पर बात की थी। उसके मोबाइल की कॉल डिटेल से यह बात सामने आई है। दोनों में क्या बात हुई? इस बारे में अभी पता नहीं चल सका है।

    महिला दारोगा के कमरे से ही आरोपित का बैग, आइपीएस का बैच लगी वर्दी, फर्जी आइडी कार्ड बरामद हुए हैं। एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि महिला दारोगा दो फरवरी से रिवार्ड लीव पर हैं। बुधवार को उनसे पूछताछ की जाएगी। थाने के स्टाफ को महिला दारोगा ने बताया कि उन्हें भी आरोपित की सच्चाई नहीं मालूम थी, उसने उन्हें भी धोखा दिया।

    ग्लॉक पिस्टल लगाकर घूमता था फर्जी रॉ एजेंट

    फर्जी रॉ अफसर ग्लॉक पिस्टल लगाकर शहर में घूमता था। उसने फेसबुक पर भी पिस्टल के साथ कई फोटो डाली हैं। पिस्टल वैसी ही है, जैसी दारोगा या सिपाहियों को दी जाती है। पुलिस उस पिस्टल को बरामद नहीं कर सकी है।

    पुलिस अफसरों के साथ भी फोटो

    सतेंद्र के मोबाइल से कई पुलिस अधिकारियों के साथ उसकी फोटो मिली है। वह किस मकसद ने फोटोग्राफ्स का संकलन कर रहा था, यह जानने के लिए पुलिस उसे रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। इस दौरान उससे पिस्टल बरामदगी, पिस्टल कहां से मिली व गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में पूछताछ होगी।

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