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बजुर्गों की जिंदगी में अंधेरा: आपरेशन के बाद चार की गल गई आंख, डाक्टर पर मुकदमा और अस्पताल का लाइेसेंस भी रद

कानपुर में छह बजुर्गों की शिकायत के बाद जांच में चार पीड़ितों की आंख गलने और बाकी की रोशनी जाने की पुष्टि के बाद सीएमओ ने मोतियाबिंद का आपरेशन करने वाले डॉक्टर पर मुकदमा दर्ज कराया और अस्पताल का लाइसेंस भी रद कर दिया है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Thu, 24 Nov 2022 11:01 AM (IST)Updated: Thu, 24 Nov 2022 11:01 AM (IST)
बजुर्गों की जिंदगी में अंधेरा: आपरेशन के बाद चार की गल गई आंख, डाक्टर पर मुकदमा और अस्पताल का लाइेसेंस भी रद
बुजुर्गों ने आपरेशन के बाद गंवाई आंख की रोशनी।

कानपुर, जागरण संवाददाता। आराध्या आइ हास्पिटल में मोतियाबिंद का आपरेशन कराने वाले छह बुजुर्गों में से चार की आंखें गल गई हैं। डाक्टरों ने दो की रोशनी लौटने की उम्मीद जताई है। बुधवार को दो और पीिड़त सामने आए। अब तक कुल आठ लोग आंखों की रोशनी गंवा चुके हैं।

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आपरेशन से पहले बिना अनुमित परीक्षण शिविर लगाया गया था। न स्क्रीनिंग हुई, न सामान्य जांचें। आपरेशन खुद हास्पिटल संचालक डा. नीरज गुप्ता ने किए थे। एसीएमओ डा. एसके सिंह ने डा. नीरज गुप्ता और शिविर लगवाने वाले उत्तरीपुरा निवासी दुर्गेश शुक्ला के खिलाफ बर्रा थाने में धोखाधड़ी व जीवन संकट में डालने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।

बीरामऊ में हुई थी जांच और आराध्या हास्पिटल में आपरेशन

शिवराजपुर के सुघरदेवा निवासी 70 वर्षीय राजाराम कुरील, 63 वर्षीय रमेश कश्यप, 63 वर्षीय नन्हीं उर्फ मुन्नी, 75 वर्षीय सुल्ताना, 72 वर्षीय शेर सिंह और 67 वर्षीय रमादेवी ने सीएमओ डा. आलोक रंजन से आपरेशन के बाद आंखों की रोशनी जाने की शिकायत मंगलवार को की थी। पीड़ितों ने दो नवंबर को शिवराजपुर क्षेत्र की बीरामऊ में शिविर में आंखों की जांच कराई थी। बर्रा स्थित आराध्या आइ हास्पिटल में तीन नवंबर को आपरेशन कराया था। आपरेशन के बाद उनकी रोशनी तो लौटी ही नहीं, अन्य समस्याएं भी बनी हुई हैं।

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अस्पताल का लाइसेंस निरस्त

सीएमओ ने अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर दिया और जांच को समिति बनाई थी। बुधवार को जीएसवीएम मेडिकल कालेज के नेत्र रोग विभागाध्यक्ष प्रो. परवेज खान, प्रो. शालिनी मोहन, एसीएमओ डा. सुबोध प्रकाश व डा. एसके सिंह ने एलएलआर अस्पताल में पीड़ितों की जांच की। रमेश, मुन्नी, सुल्ताना और ज्ञानवती की आंखों में गंभीर संक्रमण है। पस पड़ने से कार्निया सफेद हो गया है। रमादेवी जांच कराने नहीं आईं। शेर सिंह और राजाराम की आंखों में रोशनी लौटने की उम्मीद दिखी है। बुधवार को गुडरा गांव की ज्ञानवती और राम आसरे शुक्ला की भी रोशनी नहीं लौटी है। 

चार बुजुर्गों की गलने लगी आंख

जीएसवीएम मेडिकल कालेज में नेत्र रोग विभागाध्यक्ष प्रो. परवेज खान बताते हैं कि इन सभी में आपरेशन के बाद संक्रमण हुआ है। चार बुजुर्गों में गंभीर संक्रमण होने से आंख गलने लगी हैं। जरूरत पर आपरेशन भी होगा। प्रयास कर रहे हैं कि उनकी आंख निकालनी न पड़े।  मेडिकल कालेज।


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