औरैया : पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ने की थी पुलिस से बदसलूकी, पुलिस ने पुत्र के समेत किया गिरफ्तार
रंगदारी के मामले में बेटे के बचाव में आए पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष दीपू सिंह ने कोतवाल को बुरा-भला कहा था। इसके साथ ही कोतवाली में कुछ लोगों ने हंगामा किया था। जिसका वीडियो वायरल हुआ। जिसके बाद पुलिस एक्शन में आ गई।

औरैया, जागरण संवाददाता। दो पक्ष में रंगदारी को लेकर हुए विवाद के मसले पर बेटे के पक्ष में आकर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ने सदर कोतवाली में प्रभारी निरीक्षक से अभद्रता की, इसके बाद वर्ग विशेष भड़काने का कार्य किया। इसका एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद चुनावी माहौल में और ज्यादा गर्माहट आ गई। कारण, आदर्श आचार संहिता प्रभावी होने के बावजूद 10 से 12 लोग कोतवाली में एकत्र हुए और हंगामा किया। सोमवार देर रात तोड़फोड़ व कुछ लोगों से मारपीट की। कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ने पर आइजी कानपुर रेंज प्रशांत कुमार ने एसपी ने पूरा मामला पूछा। देर रात तक चली कसरत के बीच आरोपित पिता-पुत्र को उनके घर के बाहर से गिरफ्तार कर लिया गया। मुकदमा दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई शुरू की गई है।
शनिवार को सदर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत दो अलग-अलग स्थानों पर रंगदारी मामले को लेकर दो पक्षों में कहासुनी हुई थी। इसके बाद उनके बीच जमकर मारपीट। इसमें पुलिस ने पांच नामजद समेत तकरीबन 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए जांच शुरू की। बचाव में आए कुछ लोगों को भी कार्रवाई की जद में लिया। इस बीच एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया। दर्ज किए गए मामले में बचाव को लेकर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ने कोतवाल को बुरा-भला बोला। कहीं न कहीं उनमें इस मामले में उनके बेटे से हुई पूछताछ का गुस्सा था। जातिवाद का आरोप लगाते हुए उन्होंने कोतवाल को भ्रष्ट तक कह दिया। जातिवाद व लगाए गए आरोपों से नाराज हिंदू संगठन के पदाधिकारियों ने सोमवार को कोतवाली घेर दी।
बता दें कि रंगदारी मामले में नामजद आरोपितों के बचाव में पहुंचे भाजपा से जिला पंचायत सदस्य कर्मवीर सिंह राजावत को पुलिस ने पूछताछ के लिए रोका था। कुछ देर कोतवाली में ही बिठाए रखा। इस पर कोतवाली पहुंचे कर्मवीर के पिता पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष दीपू सिंह ने गुस्से में आकर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक संतोष कुमार अवस्थी के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। कोतवाली में तैनात सुरक्षा कर्मी विरोध का साहस नहीं जुटा सके। दीपू सिंह व उसके पुत्र कर्मवीर को पकड़ने के लिए कानपुर-इटावा हाईवे समेत औरैया-फफूंद जालौन मार्ग पर कड़ा पहरा लगा दिया गया था। संतोष कुमार ने बताया कि आरोपित दीपू व कर्मवीर को हिरासत में ले लिया गया है।
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