सरकारी अस्पताल का रजिस्टर देखकर जिलाधिकारी को आया गुस्सा, फोन करने पर माफी मांगने लगा डॉक्टर, फिर…
कानपुर में एक डॉक्टर की लापरवाही का मामला सामने आया है। चौबेपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर प्रतीक श्रीवास्तव ने रजिस्टर में फील्ड पर होने की ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कानपुर। चौबेपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर साहब ने रजिस्टर में फील्ड पर होने की बात दर्ज की और घर निकल गए। बुधवार देर शाम सरसैया घाट स्थित नवीन सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की शासी निकाय की बैठक में जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह की समीक्षा के दौरान ये सच सामने आया।
जिलाधिकारी ने डॉ. प्रतीक श्रीवास्तव का वेतन रोक दिया, जबकि चिकित्सा अधीक्षक को प्रतिकूल प्रविष्टि दी। कई को लापरवाही पर चेतावनी जारी की गई। वीएचएनडी सेशन में जिले की 58वीं रैंक पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. रमित रस्तोगी के विरुद्ध निंदा प्रस्ताव पारित कर जवाब-तलब किया गया।
यह है पूरा मामला
जिलाधिकारी ने समीक्षा के दौरान चिकित्सा अधीक्षक चौबेपुर से आरबीएसके टीम के फील्ड भ्रमण की जानकारी मांगी। पता चला रजिस्टर में डाॅ. प्रतीक श्रीवास्तव ने दोपहर 12:10 बजे क्षेत्र में जाने की बात लिखी।
जब उनके मोबाइल फोन पर जिलाधिकारी ने डाॅ. प्रतीक से संपर्क कर पूछा किन-किन गांव में गए? शाम तक कितने मरीज देखे? इस पर वे कोई जवाब नहीं दे सके। जब जिलाधिकारी नाराज हुए तो माफी देने की बात कहते हुए सच उगला। बोले- वे गांव गए ही नहीं। घर चले आए।
एएनएम व चिकित्सा अधीक्षक को चेतावनी
जिलाधिकारी ने सीएमओ से कहा, शहरी क्षेत्र में टीकाकरण की कार्य योजना बनाएं। पतारा में वीएचएनडी सत्र में कार्य न करने वाली एएनएम व चिकित्सा अधीक्षक को चेतावनी जारी कराएं।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (स्टोर) के अनुपस्थित होने पर सीएमओ को निर्देश दिए कि इसकी रिपोर्ट दें। उप जिलाधिकारी नरवल के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हाथीपुर में निरीक्षण में केवल वार्ड ब्वाय के मिलने पर बाकी के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए।
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कहा, रिपोर्ट न देने वाले नर्सिंग होम को चिह्नित कर कार्रवाई कराएं। उपस्थिति पंजिका सुबह सीएमओ व संबंधित विभागाध्यक्ष सत्यापित कर लें। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घाटमपुर के चिकित्सा अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस देने पर संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। इसलिए उन्हें फिर से चेतावनी पत्र जारी करें।
हर सप्ताह रात में दो बार निरीक्षण
जिलाधिकारी ने सभी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि सप्ताह में दो बार सभी चिकित्सालयों का रात्रि निरीक्षण करें। इसकी निरीक्षण आख्या जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में रखें।
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