रक्षामंत्री ने लांच किया IIT Kanpur का बनाया App, जानिए- रक्षा मंत्रालय के लिए कैसे करेगा काम
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस पर आधारित शिकायत प्रबंधन एप्लीकेशन से अब रक्षा मंत्रालय के पास चंद सेकेंड में शिकायतें पहुंचेंगी और किसी भी क्षेत्र में शिकायतें बढऩे पर अपने आप अलर्ट भी देगा । शिकायतों का तुरंत निस्तारण किया जाएगा।
कानपुर, जेएनएन। आइआइटी कानपुर ने रक्षा मंत्रालय के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग पर आधारित शिकायत प्रबंधन एप्लीकेशन तैयार की है। यह अपने आप शिकायत के स्वरूप और भाषा के मुताबिक उसे संबंधित अधिकारी के पास भेज देगा, जिसका तुरंत निस्तारण किया जा सकेगा। किसी क्षेत्र से अधिक शिकायतें या समस्या आने पर एप्लीकेशन मंत्रालय को अलर्ट दे देगा। मौजूदा वक्त में शिकायतों के निवारण में समय लग रहा है। अब नई तकनीक से चंद सेकेंड में ही संबंधित अधिकारी के पास शिकायत पहुंच जाएगी। इसकी लांचिंग गुरुवार को दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की।
लांचिंग पर कार्मिक लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डा. जितेंद्र सिंह, रक्षा सचिव डा. अजय कुमार, डीएआरपीजी के अतिरिक्त सचिव वी श्रीनिवासी, रक्षा मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव निवेदिता शुक्ला आइआइटी निदेशक प्रो. अभय करंदीकर, प्रो. शलभ, प्रो. निशीथ श्रीवास्तव समेत अन्य अधिकारी शामिल रहे। एप्लीकेशन के निर्माण के लिए रक्षा मंत्रालय, प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग, आइआइटी कानपुर के बीच चार अगस्त 2020 को करार हुआ था। प्रो. शलभ ने बताया कि केंद्रीकृत लोक शिकायत निवारण और निगरानी प्रणाली (सीपीजीआरएएमएस)पोर्टल पर लाखों शिकायतें आती हैं। इसको संबंधित अधिकारी के पास जाने में समय लग रहा है। कई बार शिकायतें अत्याधिक महत्वपूर्ण होती हैं, जिसपर तत्काल कार्रवाई जरूरी है। इस समस्या को देखते हुए एप्लीकेशन तैयार किया गया है।
अंग्रेजी भाषा में करेगा काम : अभी केवल अंग्रेजी भाषा में एप्लीकेशन काम करेगा। हिंदी, उर्दू, तमिल, तेलुगू समेत अन्य भाषाओं में इसको धीरे-धीरे तब्दील किया जाएगा।
घटनाएं रोकने में कारगर : विशेषज्ञों के मुताबिक इस एप्लीकेशन की मदद से असामाजिक तत्वों को पकड़ा जा सकेगा। कई बार लोग शिकायत करते हैं, लेकिन उस पर तुरंत एक्शन न होना भारी साबित होता है।
फर्जी शिकायतों पर अंकुश : यह एप्लीकेशन फर्जी शिकायतों पर रोक लगा सकेगा। कई बार आने वाली एक जैसी फर्जी शिकायतों पर यह निगाह रखेगा।
रिकार्डिंग से शिकायत की तैयारी : आइआइटी के विशेषज्ञ एप्लीकेशन में वायस रिकार्डिंग के सिस्टम को भी डालने की तैयारी कर रहे हैं। शिकायतकर्ता सिर्फ बोलकर अपनी शिकायत अपलोड कर सकेंगे।