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    कानपुर-बुंदेलखंड की 52 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस की निगाह, प्रियंका वाड्रा ने संभाली कमान

    कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र की 52 विधानसभा सीटों पर अपनी नजरें जमाई हैं। पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने दिल्ली में इस क्षेत्र के नेताओं के साथ बैठक की और उन्हें जमीन पर काम करने की नसीहत दी। कांग्रेस ने हाल ही में प्रदेश जिला शहर और ब्लॉक स्तर की सभी कमेटियों को भंग कर दी है।

    By shiva awasthi Edited By: Abhishek Pandey Updated: Fri, 06 Dec 2024 03:39 PM (IST)
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    कांग्रेस की महासचिव सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा से दिल्ली में मिलते एआइसीसी सदस्य विकास अवस्थी। स्वयं

    जागरण संवाददाता, कानपुर। समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में सफलता से कांग्रेस उत्साहित है। कानपुर-बुंदेलखंड की 52 विधानसभा सीटों पर पार्टी की निगाह है। पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव व वायनाड से सांसद चुनी गईं प्रियंका वाड्रा ने गुरुवार को इस क्षेत्र के नेताओं को दिल्ली बुलाकर गणित समझी और जमीन पर काम करने की नसीहत दी।

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    अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य विकास अवस्थी ने बताया कि बुंदेलखंड तक पिछड़ों को जोड़ने का काम कर रहे प्रदेश महासचिव जेपी पाल, फतेहपुर के शिवाकांत तिवारी को दिल्ली में बुलाया था।

    एआइसीसी सदस्य विकास अवस्थी कहते हैं

    कांग्रेस बुंदेलखंड व कानपुर के साथ ही उत्तर प्रदेश में अब नई ऊर्जा से काम करने की तैयारी में है। वार्ड, बूथ, न्याय पंचायत से गांवों तक संगठन में ऊर्जावान युवाओं को मौका देने की रणनीति राष्ट्रीय महासचिव ने बनाई है। उत्तर प्रदेश पर वैसे भी उनका विशेष फोकस रहता है।

    कार्यकर्ताओं को नई ऊर्जा मिलेगी, गोटें सेट करने में लगे

    कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को कमेटियां भंग होने के बाद नई ऊर्जा मिली है। सब ने गोटें सेट करने की शुरुआत कर दी है। कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र में विधानसभा चुनाव 2027 को लेकर कमर कस ली है। 52 सीटों के लिए संगठन मजबूती से लेकर हर बिंदु पर बात हो रही है। संगठन में बढ़ निष्क्रियता बढ़ गई थी, जिसे लेकर दिल्ली बैठक में बुंदेलखंड क्षेत्र के नेताओं से चर्चा हुई।

    पिछले एक वर्ष से संगठन के निष्क्रिय पदाधिकारियों को बदलने की चर्चा भी चल रही थी। अब टीम में नौजवानों को मौका देने की तैयारी है।  प्रदेश कमेटी और जिला, शहर में  नई ऊर्जा देने को तैयारी में पार्टी है। अचानक सभी कमेटिया भंग होते ही नेता अपनी अपनी गोटे सेट करने में लगे हैं।

    प्रदेश महासचिव जेपी पाल कहते हैं

    कांग्रेस बड़े बदलाव की ओर है। अब  बेहतरी आएगी। पूर्व कार्यवाहक अध्यक्ष सुनीत त्रिपाठी का कहना है कि नई कमेटियां बनने से लोगों को शामिल किया जा सकेगा। छावनी व कल्याणपुर से विधायक रह चुके पूर्व विधायक भूधर नारायण मिश्र का कहना है कि संगठन में ऊर्जावान युवा आने से संघर्ष ठीक होगा।

    कांग्रेस ने भंग की प्रदेश, जिला, शहर व ब्लॉकों की कमेटियां

    उत्तर प्रदेश में नए सिरे से संगठन को मजबूत करने के लिए कांग्रेस ने सभी कमेटियों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने गुरुवार रात यह आदेश जारी कर दिया है। इस संबंध में बीती 29 नवंबर को हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संगठन के पुनर्गठन का प्रस्ताव रखा था।

    उन्होंने कहा था कि संगठन को मजबूत करने के लिए नए सिरे से कमेटियों का गठन किया जाना चाहिए। उत्तर प्रदेश पहला राज्य है, जहां पर प्रदेश, जिला, शहर व ब्लॉक की सभी कमेटियों को भंग कर दिया गया है। प्रदेश अध्यक्ष अपने पद पर बने रहेंगे।

    प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने बताया कि कार्यसमिति की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष की तरफ से पेश किए गए प्रस्ताव के बाद प्रदेश कांग्रेस की तरफ से कमेटियों को भंग करने संबंधी प्रस्ताव केंद्रीय नेतृत्व को भेजा गया था। केंद्रीय नेतृत्व ने इस प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है। इसके बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी सहित, जिला व शहर तथा ब्लॉक की कमेटियों को भंग कर दिया है।

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