Kanpur News: कानपुर में ठंड बढ़ने के साथ ही सांड़ और कुत्ते बने गए मुसीबत, वाहन चालकों पर कर रहे हमला
कानपुर में जाड़े के साथ ही सांड़ और कुत्ते आम आदमी के लिए मुसीबत बन गए हैं। सड़कों पर घूम रहे आवारा सांड़ और कुत्ते वाहन चालकों पर हमला कर उन्हें घायल कर रहे हैं। नगर निगम का दावा है कि रोज गोवंश पकड़ कर गोशाला भेजा जा रहा है। साथ ही रोज 50 कुत्तों का बंध्याकरण किया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, कानपुर। जाड़े के साथ ही शहर में सांड और कुत्तें मुसीबत बन गए। हालत यह है कि हार्न सुनकर कुत्ते वाहन चालकों पर हमला कर देते है। जरा सी चूक वाहन चालकों के लिए मुसीबत बन रही है। हालांकि नगर निगम का दावा है कि रोज गोवंश पकड़ कर गोशाला भेजा जा रहा है।
साथ ही रोज 50 कुत्तों का बंध्याकरण किया जा रहा है। जाना जाजमऊ में एक और गोशाला का निर्माण कराया जा रहा है। इसमें दो हजार गोवंश रखने की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा कुत्तों के बर्थ एनीमल कंट्रोल सेंटर एक और बनाया जा रहा है। इसके लिए शासन से धन मिल गया है।
कुत्तों के आतंक के चलते लोग रात में डंडा लेकर बाहर निकलते है। सुबह लोगों का टहलना मुसीबत बन गया है। कारगिल पार्क मोतीझील, एचबीटीयू परिसर, सीएसए , नानाराव पार्क में सुबह टहलने वालों के लिए मुसीबत बने हुए है। लोगों का निकलना मुसीबत हो जाता है। अक्सर लोगों पर हमला कर देते है।
मरियमपुर, फजलगंज, गांधीनगर, पीरोड, कल्याणपुर, दर्शनपुरवा, कौशलपुरी, जवाहर नगर, नेहरू नगर समेत कई जगह कुत्तों का आतंक है। पीरोड के गोलू बाजपेई, नवाबगंज के अंकुर त्रिवेदी, विकास नगर की अंजली श्रीवास्तव ने बताया कि रात में निकलने पर वाहनों के हार्न सुनकर कुत्ते दौड़ पड़ते है।
परमट, सीसामऊ बाजार, गांधीनगर, लालबंगला, लाजपत नगर, दर्शनपुरवा, ग्वालटोली समेत कई जगह सांडो़ं का आतंक है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा आरके निरंजन ने बताया कि रोज ही अभियान चलाकर कम से कम 20 से ज्यादा जानवरों को पकड़ा जा रहा है। नवंबर से लगातर अभियान चलाया जा रहा है।
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