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    Israel Hamas War: गाजा में खूनी जंग जारी, अब तक 19667 फलस्तीनियों की मौत; इजरायली हमले में हमास का फाइनेंसर फरवाना ढेर

    By Jagran NewsEdited By: Narender Sanwariya
    Updated: Wed, 20 Dec 2023 06:30 AM (IST)

    Israel Hamas War इजरायली बलों ने बताया कि हमास का कथित फाइनेंसर सुभी फरवाना भी रफाह के पास दक्षिणी गाजा में हवाई हमले में मारा गया है। फरवाना के पास हमास समूह के लिए धन जुटाने की जिम्मेदारी थी। वहीं गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार सात अक्टूबर को हमास के हमले के बाद शुरू हुए संघर्ष में अब तक 19667 फलस्तीनी मारे गए हैं जबकि 52586 घायल हैं।

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    Israel Hamas War: गाजा में खूनी जंग जारी, अब तक 19667 फलस्तीनियों की मौत

    यरुशलम, एपी। युद्धविराम की मांग के बीच गाजा पट्टी पर इजरायल के हमले जारी हैं। इन हमलों में मंगलवार को 100 फलस्तीनियों की मौत हो गई और सैकड़ों अन्य घायल हो गए। इस दौरान उत्तरी गाजा के अंतिम कार्यरत अस्पतालों में से एक पर भी हमला किया गया। दूसरी ओर, हमास के पक्ष में यमन के ईरान समर्थित हाउती विद्रोहियों ने लाल सागर में हमले जारी रखने का संकल्प लिया है। इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापार पर और असर पड़ने की आशंका है। प्रमुख शिपिंग कंपनियों के मार्ग बदलने से चिंता बढ़ गई है। अमेरिका ने इससे निपटने के लिए बहुराष्ट्रीय टास्क फोर्स का एलान किया है। यह मालवाहक जहाजों की सुरक्षा करेगी।

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    हमास का फाइनेंसर फरवाना ढेर, अब तक 19667 फलस्तीनियों की मौत

    इजरायली बलों ने मंगलवार को बताया कि हमास का कथित फाइनेंसर सुभी फरवाना भी रफाह के पास दक्षिणी गाजा में हवाई हमले में मारा गया है। फरवाना के पास हमास समूह के लिए धन जुटाने की जिम्मेदारी थी। वहीं, गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सात अक्टूबर को हमास के हमले के बाद शुरू हुए संघर्ष में अब तक 19,667 फलस्तीनी मारे गए हैं, जबकि 52,586 घायल हैं। करीब 19 लाख लोग विस्थापित हुए हैं। फलस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने बताया कि गाजा में 60 प्रतिशत बुनियादी ढांचा या तो नष्ट हो गया है या क्षतिग्रस्त हुआ है।

    नया अभियान शुरू, टास्क फोर्स का गठन

    इस बीच, हाउती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में मालवाहक जहाजों को निशाना बनाने से कई देशों को अपना व्यापारिक मार्ग बदलने को मजबूर होना पड़ रहा है। जिनके पास विकल्प नहीं हैं, वे अन्य मार्ग की तलाश में हैं। अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने इस खतरे से निपटने के लिए नया अभियान शुरू किया है। वह टास्क फोर्स के गठन में जुट गया है जो लाल सागर में हाउती विद्रोहियों से निपट सके।

    लाल सागर स्वेज नहर

    अमेरिकी रक्षा मंत्री लायड आस्टिन ने बहरीन में कहा कि दक्षिण लाल सागर एवं अदन की खाड़ी में संयुक्त गश्त की जाएगी। वहीं, हाउती विद्रोहियों का कहना है कि वह लाल सागर में इजरायली जहाजों या वहां जाने वाले जहाजों को निशाना बनाता रहेगा। उल्लेखनीय है कि लाल सागर स्वेज नहर द्वारा भूमध्य सागर से जुड़ा हुआ है, जो यूरोप और एशिया के बीच सबसे छोटा शिपिंग मार्ग है। वैश्विक नौवहन का लगभग 12 प्रतिशत इस नहर से होकर गुजरता है।

    सीरिया के सैन्य ठिकाने को बनाया निशाना

    इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आइडीएफ) ने बताया कि उसने सीरियाई सेना के सैन्य ठिकाने पर हमला किया है क्योंकि वहां से इजरायली क्षेत्र में मिसाइलों से हमला किया गया था। सीरिया की ओर से दागी गईं मिसाइलें इजरायल में खुले स्थानों पर गिरी थीं।

    इजरायल की ढाल बना हुआ है अमेरिका

    युद्धविराम की अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मांग के बीच इजरायली अधिकारियों के साथ आस्टिन ने बैठक के बाद कहा कि वह यहां कोई समय सीमा तय नहीं कर सकते और न ही शर्तें थोप सकते हैं। उनकी इस टिप्पणी से समझा जा सकता है कि अमेरिका इजरायल की ढाल बना हुआ है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद भारी बहुमत से प्रस्ताव पास कर संघर्षविराम की मांग कर चुका है। वहां फिर से मतदान प्रस्तावित है। सुरक्षा परिषद ने गाजा में संघर्ष रोकने के लिए अरब-प्रायोजित प्रस्ताव पर मतदान में मंगलवार को देरी की, ताकि बड़ी संख्या में नागरिकों को तत्काल आवश्यक सहायता प्रदान की जा सके। सदस्यों ने एक और वीटो से बचने के लिए अमेरिका से बातचीत तेज कर दी है।

    युद्धविराम के प्रयास जारी

    इजरायल के कुछ सहयोगियों फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी ने युद्धविराम के लिए दबाव बढ़ा दिया है। अमेरिका नागरिकों की मौत पर चिंता जताते हुए इजरायल से लगातार सटीक कार्रवाई करने को कह रहा है। वहीं, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि जब तक हमास बचे हुए 129 बंधकों को रिहा नहीं कर देता, युद्ध बंद नहीं हो सकता। हालांकि इजरायली राष्ट्रपति इसाक हर्जोग ने संकेत दिए कि उनका देश विदेशी मध्यस्थता में मानवीय युद्धविराम के लिए तैयार हो सकता है ताकि हमास के कब्जे वाले शेष बंधकों की रिहाई हो सके और मानवीय मदद गाजा पहुंच सके। इन बंधकों में आठ अमेरिकी नागरिक भी हैं। बंधकों की रिहाई के लिए सोमवार को पोलैंड की राजधानी वारसा में कतर के प्रधानमंत्री और इजरायल व अमेरिकी की गुप्तचर एजेंसियों के प्रमुखों की एक बैठक हुई। सूत्रों के मुताबिक यह बैठक सकारात्मक रही, लेकिन तत्काल कोई समझौता होने की संभावना नहीं है। हमास ने युद्ध के जारी रहते किसी भी तरह की वार्ता करने से इन्कार कर दिया है।

    हमास करता है अस्पतालों का इस्तेमाल

    इजरायल सिक्यूरिटी एजेंसी (आइएसए) की पूछताछ में गाजा के कमाल अदवान अस्पताल के निदेशक अहमद कहलोत ने स्वीकार किया कि हमास ने अस्पतालों को अपने नियंत्रण वाले सैन्य प्रतिष्ठानों में बदल दिया है। पूछताछ में उन्होंने बताया कि हमास किस तरह अपने आपरेटिव्स को छिपाने, सैन्य गतिविधियों को संचालित करने और हमास सदस्यों की आवाजाही समेत विभिन्न सैन्य उद्देश्यों के लिए अस्पतालों का इस्तेमाल करता है। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र अधिकारियों ने गाजा के अस्पतालों की स्थिति पर गुस्सा और अविश्वास व्यक्त किया है, जहां घायलों के लिए मूलभूत सुविधाएं तक नहीं हैं। इंटरनेशनल कमेटी आफ द रेड क्रास ने गाजा में संघर्ष को अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नैतिक विफलता करार दिया है।

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