Chhath Puja 2025: वेदियों पर पूजन, चारों तरफ मंगलगीत, देखें कानपुर से छठ महापर्व की अद्भुत तस्वीरे
Chhath Puja 2025 Sandhya Arghya Time Updates: कानपुर में छठ महापर्व की धूम मची है। गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है, जहाँ वेदियों पर पूजन और छठ मैया के मंगलगीत गाए जा रहे हैं। शहर के घाटों को विशेष रूप से सजाया गया है, जिससे पर्व का माहौल और भी मनमोहक हो गया है। छठ पूजा को लेकर लोगों में भारी उत्साह है।
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पनकी नहर में छठ पूजा पर लगी श्रद्धालुओं की भीड़ । मो. आरिफ
जागरण संवाददाता, कानपुर। Chhath Puja 2025 Sandhya Arghya Time Updates: हिंदू धर्म में छठ महापर्व भगवान सूर्य और छठी मैया को समर्पित है। भक्ति, संयम और पवित्रता का प्रतीक छठ त्योहार का उल्लास कानपुर में अद्भुत दिखा। सिर पर डाला, वेदियों का पूजन और हर तरफ मंगलगीत।
सोमवार शाम चार बजे हैं। पनकी नहर के दोनों तरफ जाने वाले रास्तों पर हर तरफ व्रती सजी-धजी महिलाएं, पुरुष, बच्चे ही नजर आ रहे हैं। सिर पर पूजन का डाला, मन में छठी मैया का ध्यान और जल्द वेदी तक पहुंचने के प्रयास में भीड़ से बचत-बचाते तेज कदम। पंडाल में आयोजक बैठे हैं। 4:20 बजे विधायक नीलिमा कटियार पहुंचीं। पंडाल से थोड़ा आगे बढ़ने पर देखा आवास विकास से जमीन पर दंडवत होते हुए शोभित आ रहे हैं। पिता सजल मुखर्जी का एक्सीडेंट होने पर उन्होंने छठी मैया से स्वस्थ्य होने की मनोकामना मांगी थी। पिता स्वस्थ्य हुए तो वह घर से नहर के घाट तक दंडवत होते हुए मां और पिता के साथ पूजन के लिए वेदी तक पहुंचे।

पनकी नहर में छठ पूजा पर सेल्फी लेतीं महिलाएं । जागरण
चारों तरफ मंगलगीत गाए जा रहे हैं। ढोल बज रहे हैं। नहर के दोनों तरफ जहां भी नजर जा रही है, वहां तक वेदियों पर पूजन शुरु हो गया है। आसमान से बूंदें बरस रही हैं, मानों इंद्र देव खुद छठी मैया के पूजन के लिए जल छिड़कते हुए ऊं अपवित्र: पवित्रो वा सर्वावस्थां..मंत्र पढ़ने लगे हैं। वेदियों पर धूप-अगरबत्ती से वातावरण में खुशबू बिखेर रही है। हल्की सी हवा का झोंका आया तो लगा मानों भक्ति की बयार चलने लगी।
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छठ पूजा करतीं महिलाएं । जागरण
4:45 बजे बजे हैं..ज्यादातर व्रती सूर्यदेव को अर्घ्य देने लगे हैं। मन में परिवार कल्याण, सुख-समृद्धि की मनोकामना, लग रहा है जैसे नहर किनारे आस्था उमड़ पड़ी है। नहर के पानी में दीपक तैर रहे हैं। सूर्यदेव अस्त होने को है। बिजली से की गई रोशनी जगमगाने लगी है।
छठ पूजा में सिंदूर लगातीं महिला। जागरण
भगवान सूर्यदेव की मूर्ति के सामने खड़े होकर लोग सेल्फी ले रहे हैं। कुछ लोग सुरेश्वर महादेव मंदिर में भी पूजन कर रहे हैं। पूर्वांचल छठ पूजा सेवा समिति पनकी आवास विकास नहर के महामंत्री हृदयेश पाठक व्यवस्था संभाले थे।
लाजपत नगर पार्क में बने कृत्रिम तालाब में छठ पूजा के लिए जाते श्रद्धालु। जागरण
सेंट्रल पार्क शास्त्रीनगर को आने वाले हर रास्ते पर भीड़ है। सबसे ज्यादा महिला, पुरुष और बच्चे काली मठिया मंदिर की तरफ से आ रहे हैं। हाथों में पूजन सामग्री है। कुछ महिलाएं सिर पर डाला लिए हैं तो उनके साथ चल रहे पति गोद में नवजात लिए हैं। नई साड़ियों और कपड़ों में सजी-संवरी महिलाओं के निर्जला व्रत रहने के बाद भी चेहरे पर किसी तरह की शिकन नहीं है।
पनकी नहर में छठ पूजा पर पानी में पूजन करतीं महिलाएं । जागरण
गेट के बाहर पुलिसकर्मी जाम न लगने देने के प्रयास कर रहे हैं। भोजपुरी गीत बज रहे थे। वेदियों पर पूजन चल रहा था। सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जा रहा है। महिला, पुरुष, बच्चे सभी भक्ति-भावना से ओतप्रोत हैं। हर तरफ झालर की रोशनी से पूरा पार्क जगमग है।
शास्त्री नगर स्थित बड़ा सेंट्रल पार्क में वेदी बनाकर छठ पूजा करते श्रद्धालु । जागरण
छोटा सेंट्रल पार्क शास्त्री नगर में बनाई गई कृत्रिम नहर में फूलों की पंखुड़ियां डाली गई हैं। संरक्षक सर्वेश शुक्ला, अध्यक्ष आरपी पाल, महामंत्री निखिल सिंह यहां आने वाली व्रती महिलाओं को चुनरी ओढ़ा रहे हैं। व्रती पूजा-पाठ कर रहे हैं।

सरसैया घाट में जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह की पत्नी रश्मि सिंह छठ मईया की पूजा करने पहुंचीं। जागरण
विजय नगर जे टू पार्क में छठ पूजा की व्यवस्था आशीष यादव, अनुज पाल, श्यामू त्रिवेदी संभाले हैं। अरर्मापुर नहर किनारे वेदियों पर पर चारों तरफ पूजन चल रहा है। श्री श्री सार्वजनिक छठ पूजा समिति अर्मापुर बड़ी नहर के उपाध्यक्ष ने बताया कि समिति ने पूजन के सभी बंदोबस्त किए हैं। मैस्कर घाट, सरसैया घाट, अटल घाट, गोला घाट, सिद्धनाथ घाट पर छठ पूजन हुआ।
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महापौर ने अरमापुर में किया छठ पूजन
महापौर प्रमिला पांडेय ने सोमवार शाम अरमापुर और पनकी घाट में डूबते सूरज को अर्घ दिया। महापौर प्रमिला पांडे सबसे पहले अरमापुर घाट पहुंचीं।उन्होंने बड़ी संख्या में महिलाओं के साथ डूबते सूरज को अर्घ देकर पूजन किया। इस दौरान चारों तरफ जय छठ मैया के जयकारे गूंजते रहे। पूजन के बाद महापौर प्रमिला पांडे ने सभी को छठ पूजा की बधाई प्रेषित की। महापौर ने कहा कि यह पर्व न सिर्फ धार्मिक आस्था से जुड़ा है, बल्कि परिवार की सुख-समृद्धि, संतान की दीर्घायु और पर्यावरण के प्रति श्रद्धा का भी प्रतीक है।
वेदियों पर पूजन कर अस्ताचल सूर्य को अर्घ्य दिया गया। रतनपुर, नौरैया खेड़ा, साकेत नगर, बर्रा, दबौली, सीटीआइ नहर में छठ पूजन कर अर्घ्य दिया गया।
कृत्रिम तालाब कमला नगर, रामलीला मैदान लाजपत नगर, केंद्रीय विद्यालय अर्मापुर, मेहराबन सिंह का पुरवा, विजय नगर, गुलाब गार्डन विश्व बैंक, श्यामनगर स्थित रक्षा विहार कालोनी मंदिर में छठ पूजन हुआ। भोजपुरी महासभा केंद्रीय छठ पूजा समिति के अध्यक्ष संतोष गहमरी ने घाटों पर छठी मैया के झंडे लगवाए और श्रद्धालुओं को पियरी गमछा पहनाया।
मैं हर साल मुंबई से अपनी बहन के घर यहां छठ पूजा करने आती हूं। पिछले चार सालों से लगातार मैं यहीं आकर व्रत रखती हूं। मुंबई में मैं अकेले पूजा करती थी, लेकिन यहां बहन के साथ मिलकर पूजा करने में अच्छा लगता है।
-पुनीता शर्मा
इस बार मैंने पहली बार छठ का व्रत रखा है। मैं अपनी मां को छठ पूजा करते देखती थी, तो मेरे मन में भी इच्छा होती थी कि मैं भी व्रत रखूं। व्रत रहने का अवसर मुझे मां की कृपा से मिला है।
-ममता देवी
मैं पिछले 30 वर्षों से छठ का व्रत रखती हूं। वर्षों पहले मैं रावतपुर से रानीघाट पूजा करने जाती थी। अब तो पास में ही घाट बन गए हैं। हर साल व्रतियों की संख्या बढ़ रही है। शहर में छठ पूजन बढ़ा है।
-संजू सिंह
मैं पिछले छह वर्षों से छठ का व्रत रख रही हूं। मुझे यह व्रत करने का अवसर छठ मइया की कृपा से मिला है। मैंने एक बार छठ मइया से मन्नत मांगी थी और जब वह पूरी हो गई तो मैंने संकल्प लिया कि हर साल यह व्रत रखूंगी।
-प्रिया राजभर

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