Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सर्दी में सीने का दर्द, घबराहट और पसीना आने पर हो जाएं सावधान, इग्नोर करने पर जा सकती है जान

    Updated: Sat, 13 Dec 2025 07:08 PM (IST)

    कानपुर में सर्दी बढ़ने के साथ घबराहट और पसीने के साथ सीने में दर्द होने पर विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। डॉक्टरों का कहना है कि यह हृदय संबंधी ...और पढ़ें

    Hero Image

    दैनिक जागरण के हेलो डाक्टर में पाठकों के सवालों का जवाब देते हृदय रोग संस्थान के निदेशक प्रो. राकेश वर्मा । जागरण

    अंकुश शुक्ला, कानपुर। ठंड के मौसम अनियंत्रित बीपी व डायबिटीज के साथ रक्त वाहिकाओं को सिकुड़ने का खतरा बढ़ जाता है। जो हृदय के लिए नुकसानदायक होता और हार्ट अटैक साथ एंजाइना पेन, चलने में हांफी, दिल की धड़कन तेज होने की समस्या के साथ प्रतीत होता है। अक्सर लोग हार्ट अटैक और एंजाइना पेन (सीने में दर्द) में अंतर नहीं समझते हैं। यह बातें शनिवार को दैनिक जागरण के हेलो डाक्टर में हृदय रोग संस्थान के निदेशक प्रो. राकेश वर्मा ने पाठकों के सवालों का उत्तर देते हुए कही। पेश है बातचीत के मुख्य अंश...

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

     

    हार्ट अटैक होने की शुरुआत एंजाइना पेन के साथ होती है। एंजाइना असहनीय दर्द लेकर आता है। इसमें दर्द सीने के बीच वाले भाग से गर्दन, कान, दांत, हाथ और पीठ दर्द में होता है। दर्द के साथ धड़कन बढ़ना, चक्कर आना, घबराहट होना और पसीना आने पर बिना देरी किए नजदीक के अस्पताल में पहुंचकर हृदय रोग विशेषज्ञ को दिखाएं। हृदय रोग संस्थान की इमरजेंसी में महज पांच मिनट में हार्ट अटैक की जांच ईसीजी और ड्राप टेस्ट की सुविधा है। 

     

     

    • 27 वर्ष का हूं, लंबे समय से सीने के एक स्थान पर दर्द रहता है। सांस फूलती है? - अमन सिंह, बर्रा।
    • कम उम्र में इस प्रकार की समस्या हृदय और चेस्ट रोग का लक्षण हो सकती है। एक बार हृदय रोग संस्थान में आकर दिखा लें। कुछ जांच के बाद मौजूदा स्थितियों का अध्ययन किया जा सकता है। सांस फूलने के कई कारण होते हैं। सर्दी के दिनों में वातावरण स्थितियों के कारण प्रदूषण के कण भी सांस फूलने का कारण बनते है।

     

     

     

    • डायबिटीज व हार्ट का मरीज हूं। क्या सुबह टहल सकता हूं? - संजय गर्ग, फर्रुखाबाद।
    • अधिक सर्दी में निकलने से बचें। हल्की धूप आने पर ही घर से निकले। अधिक व्यायाम करने से बचें। हल्का योग व प्राणायाम जरूर करते रहें। ऐसा करने से आप स्वस्थ रहेंगे और दिल की बीमारियों से बचें रहेंगे।

     

     

     

    • हाथ-पैर सुन्न हो जाते हैं। हार्ट का मरीज हूं। बीपी अक्सर बढ़ा रहता है? - गोविंद सिंह यादव, कन्नौज। शशि कपूर, लखनऊ।
    • अनियंत्रित बीपी के कारण इस प्रकार की समस्या हो सकती है। हाथ-पैर में सुन्नपन की समस्या अक्सर दवा खाने में मनमानी के कारण होती है। इसलिए सर्दी में एक बाद दवा का संशोधन अपने डाक्टर से जरूर कराएं।

     

     

     

    • एंजियोप्लाटी हुई है, वाहन चलाने में क्या सावधानी बरतें? - अरविंद सिंह, इटावा। महेश चंद्र बाजपेयी, उन्नाव। दीपक द्विवेदी, इटावा।
    • एंजियोप्लाटी के बाद आप सब कुछ कर सकते हैं। आफिस, घर के काम के साथ वाहन चला सकते हैं। बस आपके भारी काम से बचना होगा। एंजियोप्लाटी के बाद सांस फूलना हृदय की पंपिंग कम होने का संकेत है। एक बार हृदय रोग संस्थान में दिखा लें।

     

     

     

    • हमेशा सिर में दर्द और करंट लगने जैसा प्रतीत होता है। क्या करें? - राजकिशोर, औरैया।
    • आपके हृदय की पंपिंग सामान्य है। इससे परेशान न हो। किसी भी हृदय रोग विशेषज्ञ को दिखाकर दवाएं लें। सिर में दर्द व करंट अक्सर बीपी के अनियंत्रित होने के कारण होता है। इसको कुछ दवा के जरिये नियंत्रित किया जा सकता है। एक बाद हृदय रोग संस्थान में दिखा लें।

     

     

     

    • कोलेस्ट्राल जांच सामान्य है, पर सीने में दर्द बना रहता है? - रोहिताश पाल, फर्रुखाबाद। अशोक, रामकृष्ण नगर।
    • 36 वर्ष की उम्र में कोलेस्ट्राल सामान्य होने के बाद भी सीने में दर्द होना नसों में ब्लाकेज के कारण भी हो सकता है। कार्डियोलाजी में एक बार सीटी एंजियोग्राफी करा लें। कोलेस्ट्राल को सामान्य रखने के लिए बाहर के खाने से परहेज करें। पर्याप्त नींद लें।

     

     

     

    • सर्दी में हार्ट अटैक से कैसे बचाव करें? - जय प्रकाश तिवारी, बर्रा एक। अशोक कुमार, भरथना।
    • 85 वर्ष की उम्र में बचाव के लिए घर में रहें। ठंड के सीधे संपर्क में नहीं आएं। सिर व कान को गर्म कपड़े से ढ़कें। बीपी व डायबिटीज को नियंत्रित करें। इसके लिए दवाओं का संशोधन कराएं। खान-पान को संतुलित रखें। हल्का योग व प्राणायाम कर सकते हैं। खाने में अधिक तेल व मसालेदार खाने से बचें।

     

     

     

    • एंजाइना पेन का पता कैसे करें। इसमें क्या दवा लेनी चाहिए? - कर्मवीर सिंह, के ब्लाक गोविंद नगर। मयंक यादव, उन्नाव।
    • एंजाइना पेन सीने के मध्य में होता है। जो गर्दन तक जाता है। कई मामलों में यह दोनों हाथ और पीठ तक जा रहा है। यह दर्द पहली बार महसूस होता है। इसमें धड़कन तेज हो सकती है पसीना आ सकता है। ऐसे मामले में सतर्कता ही इलाज है। ऐसे में खुद से दवाएं नहीं लेनी चाहिए। नजदीकी चिकित्सालय और हृदय रोग संस्थान में दिखाएं।

     

     

     

    • हार्ट अटैक व एंजाइना पेन से किस प्रकार बच सकते हैं? - जय प्रकाश साहू, आजाद नगर। मो. शमीम, कर्नलगंज।
    • कार्डियक अरेस्ट में नसों में की रुकावट होती है। जो हृदय तक खून को नहीं पहुंचने देती है। सर्दी में हृदय रोग से बचाव के लिए खुद को सर्दी से बचाएं। सामान्य तापमान में रहें। गर्म कपड़े पहनकर ही घर से निकले। बीपी व डायबिटीज की दवा चल रही है तो दवा का संशोधन विशेषज्ञ की सलाह पर कराएं।

     

     

     

    • 2014 में स्टेंट पड़ चुका है। 80 वर्ष का हूं, अब क्या सतर्कता बरतें? - जगदीश गुप्ता, कन्नौज। आरती मिश्रा, फरुर्खाबाद।
    • चलने में सांस फूलना और हांफने की समस्या हो सकती है। पेसमेकर वाले मरीजों में हृदय की कोशिकाएं कमजोर हो सकती है। एक बार इको की जांच कराएं। दिल की बीमारियों से बचाव के लिए दिनचर्या को बेहतर करें। खान-पान को संतुलित करें। स्टेंट पड़ चुका है तो बीपी व डायबिटीज को नियंत्रित रखें। इसके लिए मोटे अनाज का सेवन भी कर सकते हैं।

     

     

     

    • बीपी, डायबिटीज का मरीज हूं, रात में छाती के बाएं ओर दर्द हुआ? - डा. संतोष त्रिपाठी, केशवनगर।हरीशचंद्र, इटावा।
    • बीपी को नियंत्रित करने के लिए दवा समय पर लें। पर्याप्त नींद लें और शरीर में पानी की कमी न होने दें। तनाव मुक्त रहने के लिए परिवार के सदस्यों के साथ संवाद करें। इस प्रकार की समस्या होने पर डिस्प्रिन की एक गोली खाकर कार्डियोलाजी में आकर तुरंत दिखाएं। कार्डियोलाजी में हर इलाज की व्यवस्था है।

     

     

     

    • अचानक बेहोशी और घबराहट होने पर क्या करना चाहिए। क्या यह हार्ट अटैक है? - अफसार अहमद, विजय नगर। कुलदीप मोहन, उन्नाव। राम कुमार गुप्ता।
    • अगर पल्स चल रही है तो परेशान न हो। अचानक बेहोशी में अचेत होने की स्थिति में पल्स जाने पर सीपीआर देकर कार्डियोलाजिस्ट तक पहुंचाए। घबराहट होने की स्थिति में इको जांच जरूर कराएं।

     

     

     

    • रात में सोते समय हाथ में झुनझुनाहट और खर्राटे की समस्या है। क्या यह हार्ट अटैक के लक्षण है?- श्याम चौधरी, कन्नौज।
    • नहीं, हाथ-पैर में झुनझुनाहट और खर्राटे डायबिटीज के लक्षण हो सकते हैं। इसके लिए एक बार मेडिसिन विभाग को दिखा लें। जांच में डायबिटीज के स्तर का पता चलेगा और आपको खर्राटे व झुनझुनाहट की समस्या से बचाया जा सकता है।

     

     

     

    • हार्ट अटैक होने पर क्या प्राथमिक उपचार दें? - विश्वनाथ दीक्षित, विनायकपुर।
    • हार्ट अटैक में सतर्कता ही प्राथमिक उपचार है। ऐसी स्थिति में एक डिस्प्रिन की गोली देकर नजदीक अस्पताल तक पहुंचाया। डिस्प्रिन की गोली को चबाकर खाने से खून में घुल जाएगी और रक्त के जमाव को काफी हद तक कम करेगी। इससे आपको अस्पताल तक पहुंचने का समय मिल जाएगा।

     

     

    इन्होंने किए प्रश्न

    सुरेश अवस्थी, पांडु नगर। जय नारायण, उत्तरीपुरा। नवल किशोर, बांदा। अखिलेश कुमार तिवारी, काकादेव।देवेंद्र कुमार, निर्मल सिंह सिसोदिया, अन्ना चौराहा। गिरिश कुमार, उन्नाव। एसपी गुप्ता। ओम प्रकाश तेजवानी, गाेविंद नगर। डा. रफीक अहमद। गौरव पटेल, कन्नौज। विश्वकांत, औरैया।

     


    इन बातों का रखें ध्यान

    • सर्दी से बचाव करें। गर्म कपड़ों से गर्दन व कान को ढककर रखें।
    • घर के तापमान को सामान्य रखें। इसके लिए आयल हीटर का प्रयोग करें। यह कमरे में आक्सीजन को कम नहीं होने देता है।
    • धूप आने पर ही घर से निकले। विटामिन डी का एक्सपोजर बनाए रखें।
    • सीने में भारीपन, थकान व घबराहट हो रही है तो डिस्प्रिन का प्रयोग करें।