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    बिधनू सीएचसी में बाहरी इंजेक्शन से प्रसूता की मौत, CMO पहुंचे तो सभी के छूट गए पसीने; फिर जो हुआ...

    Updated: Fri, 01 Aug 2025 03:30 PM (IST)

    बिधनू सीएचसी में स्टाफ नर्स द्वारा बाहर से इंजेक्शन लगाने के बाद प्रसूता की मौत के मामले में सीएमओ ने स्टाफ नर्सों को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि स्टाफ नर्स को बाहर से दवा लिखने का कोई अधिकार नहीं है। बाहर से मंगाई गई दवा से मरीज के साथ कोई घटना होती है तो उसकी जिम्मेदार स्टाफ नर्स ही होगी।

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    बिधनू सीएचसी में बाहरी इंजेक्शन से प्रसूता की मौत

    संवाद सहयोगी, बिधनू। बिधनू सीएचसी में बीते बुधवार को स्टाफ नर्स द्वारा बाहर से मंगाए गया इंजेक्शन लगाने के बाद प्रसूता की मौत हो गई थी। घटना की पड़ताल करने शुक्रवार सुबह सीएमओ हरिदत्त नेमी सीएचसी पहुंचे। उन्होंने स्टाफ नर्सों को बुलाकर फटकार लगाई।

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    साथ बोले स्टाफ नर्स को बाहर से दवा लिखने का कोई अधिकार नहीं है। बाहर से मंगाई गई दवा से मरीज के साथ कोई घटना होती है तो उसकी जिम्मेदार स्टाफ नर्स ही होगी। उन्होंने चिकित्साधीक्षक को आरोपित नर्स के खिलाफ जल्द रिपोर्ट बनाकर भेजने के निर्देश दिए।

    रमजीपुरवा निवासी किसान कमलेश कुमार की 30 वर्षीय पत्नी पूजा की बीते बुधवार सुबह आप्रेशन के 15 घंटे बाद मौत हो गई थी। जिसमे स्वजन ने स्टाफ नर्स सीमा वर्मा पर लापरवाही व बाहर से इंजेक्शन मंगवाकर लगाने का आरोप लगाया था। इंजेक्शन लगने के दस मिनट बाद ही प्रसूता की मौत हो गई थी।

    फिरहाल स्वजनों ने किसी कार्रवाई से इंकार करते हुए शव लेकर चले गए थे। इसके बाद भी एसीएमओ रवींद्र प्रताप मिश्रा ने स्टाफ नर्स पर विभागीय जांच के आदेश दिए थे। शुक्रवार सुबह सीएमओ हरिदत्त नेमी भी घटना की पड़ताल करने सीएचसी पहुंचे।

    उन्होंने आरोपित नर्स समेत सभी स्टाफ नर्सों को बुलाकर सख्त निर्देश दिए। जिसमे उन्होंने बाहर से कोई भी दवा लिखने या मंगाने को मना किया। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की कोई दिक्कत होने पर सीएचसी में मौजूद आकस्मिक डाक्टर की मदद लें।

    घटना को लेकर बैठाई गई जांच के बारे में चिकित्साधीक्षक डा. नीरज सचान से जानकारी ली। उन्होंने घटना की जल्द जांच कर रिपोर्ट भेजने को कहा। इसके बाद सीएमओ ने ओपीडी, लैब, और भर्ती मरीजों के वार्ड का निरीक्षण किया साथ उपस्थिति रजिस्टर देखा। करीब दो घंटे के निरीक्षण के बाद सीएमओ वापस निकल गए।