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    गुणों की खान है आंवला फल, जानिए- क्या है धार्मिक, चिकित्सकीय और वैज्ञानिक महत्व

    By Abhishek AgnihotriEdited By:
    Updated: Sat, 13 Nov 2021 05:57 PM (IST)

    कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी को आंवला के पेड़ नीचे पूजन की परंपरा है और भगवान विष्णु को बेहद प्रिय फल है। आयुर्वेद में कफ वात और पित्त का निवारक आंवला फल मनुष्य जीवन में खास जगह रखता है।

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    मनुष्य के जीवन में खास है आंवला फल।

    कानपुर, जागरण स्पेशल। एक दिन पहले कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी पर शहरों और गांवों में लोगों को आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर पूजन करते और भोजन करते जरूर देखा होगा। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि आवंला मनुष्य के जीवन में किस तरह खास जगह रखता है। पूजनीय होने के साथ आंवला गुणों की खान है और शरीर को स्वास्थ रखने के लिए बेहद फायदेमंद भी है। इस लेख में पढ़िए कि किस तरह आवंला वैज्ञानिक, धार्मिक और स्वास्थ्य के लिए अहम है...।

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    भगवान विष्णु को प्रिय है आंवला फल

    धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु को आंवला फल बेहद प्रिय है। कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी को आंवला वृक्ष का पूजन करने की परंपरा है, इस दिन को अक्षय नवमी, धात्री नवमी या आंवला नवमी भी कहते हैं। व्रत करके लोग आंवला के पेड़ को अक्षत, पुष्प एवं चंदन के साथ कच्चे धागे से बांधकर सात बार परिक्रमा करते हैं और पेड़ के नीचे ही घर से भोजन बनाकर खाते हैं। आंवला में रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है और इसके सेवन से निरोगी काया रहती है। वात, पित्त, कफ को नियंत्रण में रखता है। मान्यता है कि आंवला के पेड़ का पूजन करने से निरोगी शरीर, सुख, समृद्धि व सौभाग्य फल मिलता है।

    निरोगी काया रखने में है अहम

    आयुर्वेद में शरीर को कफ, वात और पित्त तीन रोगों का ग्रसित माना जाता है। आंवला ही अकेला ऐसा फल है, जो इन तीनों रोगों के इलाज में बेहद फायदेमंद है। आंवला सेवन से हृदय को मजबूती मिलती है तो त्वचा के लिए खास गुणकारी होता है। आंवले में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं और हड्डियों के लिए बेहद लाभप्रद माना जाता है। मोटापा दूर करने के साथ आंखों की रोशनी बढ़ाने में भी मददगार होता है। इसके अलावा पेट के रोग दूर करने के साथ ही सर्दी-जुकाम होने पर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। आइए जानते हैं कि आंवला किस तरह से फायदेमंद है...।

    दिल के रोगियों के लिए लाभप्रद : आंवला खाने से खून में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर नहीं बढ़ता है। आंवले में मौजूद अमीनो एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स से हृदय गति सुचारु रहती है। ब्लड प्रेशर संबंधित समस्याओं को भी दूर करता है। इससे हृदय को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचता है और शरीर स्वस्थ रहता है।

    त्वचा में लाता निखार : आंवला खाने से खूबसूरती भी बढ़ती है। सौंदर्य बनाए रखने के लिए आंवला रामबाण है क्योंकि इसके सेवन से त्वचा में निखार आता है और दमकती रहती है। इसमें मौजूद एंटी-फंगल त्वचा के फंगल व बैक्टीरियल इंफेक्शन को दूर करते हैं।

    एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर : आंवला फल में एंटीऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। ये एंटीऑक्सीडेंट्स खून को साफ करने के साथ शरीर से नुकसानदेह पदार्थों को बाहर निकालते हैं।

    हड्डियों को बनाता मजबूत : आंवला हड्डियों को मजबूत बनाता है। ऑस्टियोअर्थराइटिस और जोड़ों में दर्द जैसी समस्याओं से भी निजात व आराम दिलाता है। आंवले में काफी मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है, जो हड्डियों को कमजोर पड़ने नहीं देता है। आंवला शरीर में अतिरिक्त कैल्शियम के अवशोषण में भी मददगार है।

    मोटापा बढ़ने से रोकता : आंवला मोटापा बढ़ने से भी रोकता है। आंवला खाने से शरीर से सारे टॉक्सिन को बाहर निकलते हैं। इसके सेवन से पाचन क्रिया सुचारु रहती है और खनिज लवण समेत विटामिन को अच्छी तरह से अवशोषित करता है। इससे शरीर का वजन नियंत्रित और कम होता है।

    बाल झड़ने और सफेद होने से रोकता : आंवला बालों का भी खास ख्याल रखता है, इसका खास बाल झड़ने और सफेद होने से भी रोकता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स, आयरन और विटामिनसी प्रचुनर मात्रा में मिलता है, जो बालों को झड़ने से रोकता है।

    आखों के लिए खास फायदेमंद : आंखों की किसी भी तरह की समस्या के लिए आंवला बेहद फायदेमंद है। आंवला आंखों की रोशनी बढ़ाने में काफी मददगार है और जलन-खुजली जैसी समस्याओं को भी दूर करता है। इसमें मौजूद विटामिन-सी, एंटीऑक्सीडेंट्स और ओमेगा 3 फैटीएसिड नेत्र ज्योति बढ़ाता है।