कानपुर में पहले पिता को पीटा और फिर उसके सामने किया बेटी का अपहरण
इतना ही नहीं आरोपियों ने किशोरी के पिता को घेरने पर जमकर पीटा, इससे वह बुरी तरह से घायल हो गए।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री अपने 100 दिन का रिपोर्ट कार्ड पेश करते कहते हैं कि एंटी रोमियो दल के गठन के बाद से प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित महसूस कर रही हैं। लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा है। कानपुर के सचेंडी इलाके में लंका रोड निवासी लोडर चालक की 17 वर्षीय बेटी सोमवार दोपहर अपने घर से चप्पल खरीदने को निकली। रास्ते में किशोरी का गांव के तीन युवकों ने अपहरण कर लिया।
इतना ही नहीं आरोपियों ने किशोरी के पिता को घेरने पर जमकर पीटा। इससे वह बुरी तरह से घायल हो गए। पिता ने आरोपियों के खिलाफ थाने में शिकायत की। पुलिस का कहना है कि मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।
सचेंडी निवासी किशोरी के पिता के मुताबिक सोमवार दोपहर उनकी 17 साल की बेटी घर से अपने लिए चप्पल खरीदने निकली थी। भैरमपुर गांव में किशोरी को एक कार में देखकर गांव के एक युवक ने किशोरी के घर पर सूचना दी।
इसके बाद पिता बेटी को खोजते हुए बिनौर क्रासिंग पहुंचे। जहां लाल सिंह पुरवा निवासी पवन की कार में बेटी बैठी थी। जिसे गांव के दीपू व रामनाथ पकड़े हुए थे। विरोध पर इन लोगों ने बेटी को कार में बंद कर दिया और उस पर हमला बोलकर पीटकर लहूलुहान कर दिया।
लोगों के एकत्र होने पर आरोपी कार में बैठकर भाग निकले। साथ ही उन्होंने पुलिस पर बेटी के पहले भी तीन दिन के लिए घर से जाने का आधार बनाकर अपहरण की जगह बहला-फुसलाकर कर भागने की तहरीर लिखाने का आरोप लगाया।
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एसओ शशिभूषण मिश्र ने बताया कि मामला प्रेम प्रसंग का है। पिता की तहरीर पर मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।
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