102 साल की सास की टांग टूटी तो 80 साल की बहू ने गिफ्ट किया टॉयलेट
चंदना ने अपनी सास को सहूलियत देने के लिए अपनी पाचों बकरियां बेच दी, इस पूरे काम में उन्हें किसी सरकारी महकमे से मदद नहीं मिली। ...और पढ़ें

कानपुर (जेएनएन)। हम लोग जब किसी को कोई तोहफा देते हैं तो उसमें कपड़े, जेवरात या फिर पैसे शामिल होते हैं। लेकिन कानपुर की एक महिला ने अपनी सास को ऐसा गिफ्ट दिया जो शायद ही किसी ने दिया हो। 80 साल की एक महिला चांदना ने अपनी पांच बकरियां बेचकर अपनी 102 साल की सास को टॉयलेट गिफ्ट किया है।
चंदना ने अपनी सास को सहूलियत देने के लिए अपनी पाचों बकरियां बेच दी। इस पूरे काम में उन्हें किसी सरकारी महकमे से मदद नहीं मिली। अब सरकार चांदना की प्रयास को सम्मान देने के लिए उन्हें ग्रामीण भारत के स्वच्छता बढ़ाने के भारत सरकार के अभियान की एंबेसडर बनाने पर विचार कर रही है। चांदना ने बताया कि जब उनकी वृद्ध सास का शौच के लिए बाहर जाने पर गिरने से पैर की हड्डी टूट गई थी। जिसके बाद ही उन्होंने निर्णय ले लिए के वो अपनी सास के लिए टॉयलेट बनाएंगी।
80-year-old woman gifts a toilet to her 102-year-old mother-in-law by selling six goats in Kanpur's Anantapur (Uttar Pradesh) pic.twitter.com/wSEgsAKAqu
— ANI UP (@ANINewsUP) May 14, 2017
चांदना के बेटे राम प्रकाश ने बताया कि मदद के लिए चांदना ने गांव के सरपंच से लेकर जिला मुख्यालय तक सब जगह गुहार लगाई लेकिन किसी ने उनकी कोई मदद नहीं की। इसके बाद उन्होंने तय कर लिया कि वो स्वयं ही टॉयलेट का निर्माण करेंगी। सरकार की तरफ से मदद ना मिलने पर भी चांदना निराश नहीं हुई और अपने दम पर ही उन्होंने जो ठाना वो कर के दिखाया। आर्थिक रूप से बेहद कमजोर होने के कारण उन्होंने अपनी पांचों बकरियां बेच दी ताकि वो अपनी सास को ये तोहफा दे सकें।
इस पूरे मसले पर जब गांव के सरपंच से बात की गई तो उन्होंने सारा ठीकरा जिला अधिकारी पर फोड़ दिया। उन्होंने कहा, 'हमने समय रहते नामों की लिस्ट जिला मुख्यालय को भेज दी थी लिए अब तक एक भी टॉयलेट नहीं बन सका है।' वहीं जिला मुख्यालय से जुड़े अधिकारी ने चांदना के प्रयास की सरहाना की है और कहा कि इस पूरे मसले की जांच करेंगे।

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