अब छिबरामऊ की 12 पंचायतों में 4.60 करोड़ का घोटाला
आडिट की फांस - जिले के प्रभारी और पंचायतीराज मंत्री ने जारी कराए नोटिस - वर्ष 2016 से 2
- वर्ष 2016 से 2020 तक हुए आडिट में पकड़ा बड़ा गोलमाल
जागरण संवाददाता, कन्नौज : जिले की सभी 504 ग्राम पंचायतों में बड़े पैमाने पर विकास कार्यो के नाम पर घोटाले का सच आडिट में सामने आ रहा है। अब चौथे चरण में जिला लेखा परीक्षा अधिकारी, सहकारी समितियां एवं पंचायतें ने छिबरामऊ की 12 पंचायतों में 4.60 करोड़ रुपये का घोटाला पकड़ा है। यह गड़बड़ी वर्ष 2016 से 2020 तक के आडिट में सामने आई है। जिले के प्रभारी और प्रदेश के पंचायतीराज मंत्री ने सभी को नोटिस जारी कराए हैं।
इसमें वर्ष 2016 से 19 तक ग्राम पंचायत हाथिन में 76,16,343 रुपये, खुड़ावा में 45,23,989, कपूरपुर मे 58,41,933, कूदेपुर में 49,98,953, मुड़िया में 72,11,731, कमालपुर मे 28,54,148, लोकपुर में 58,11,280 रुपये व वर्ष 2019-20 में कुंवरपुर लोधपुर में 10,56,992, अहीरुवाराजा रामपुर में 30,97,371, खानपुर चौबेपुर में 16,21,843, सरायदायमगंज में 1,68,980 व सरायगूजरमल में 12,10,992 रुपये का घोटाला निकाला है। यह धनराशि विकास कार्यो में खर्च करना दर्शाया गया है, लेकिन पूर्व प्रधान व तत्कालीन सचिवों ने बिल व बाउचर नहीं दिए हैं। कई जगह भुगतान की गई धनराशि के मद में संबंधित काम हुए ही नहीं है। कहीं निर्माण में निर्धारित धनराशि से अधिक खर्च करना पाया गया है, जिसे घोटाला मानकर पूर्व प्रधान व तत्कालीन सचिवों पर बराबर की रिकवरी निकाली गई है। जिला पंचातय राज अधिकारी जितेंद्र कुमार मिश्र ने बताया कि सभी पूर्व प्रधान व तत्कालीन सचिवों को एफआइआर की चेतावनी देकर नोटिस जारी किए गए हैं। यदि अभिलेख हैं तो 15 दिन का समय देकर मांगे हैं। वर्ना कार्रवाई करेंगे। इन पूर्व प्रधानों को मिला नोटिस
हाथिन ग्राम पंचायत की मुन्नी देवी, खुड़ावा की शांतीदेवी, कपूरपुर की सीमा बेगम, कूदेपुर के जितेंद्र सिंह, मुड़िया की कुसुमादेवी, कमालपुर के रामेंद्र कुमार, लोकपुर की कुंतीदेवी, कुवंरपुर लोधपुर की बीना देवी, अहीरुवाराजा रामपुर की मीरा देवी, खानपुर चौबे के राजेश कुमार नायक, सरायमदायमगंज के शिवकुमार व सरायगूजरमल के अंकित। ये हैं तत्कालीन सचिव
ग्राम पंचायत हाथिन, खुड़ावा, कपूरपुर, मुड़िया, कुंवरपुर लोधपुर, अहीरुवाराजा रामपुर के ज्ञानेंद्र सिंह, कूदेपुर में तैनात रहे लाल सिंह, विश्राम सिंह व देवेंद्र सिंह, कमालपुर के सुभाषचंद्र व कौशलेंद्र सिंह, लोकपुर में तैनात रहे राकेश कुमार, रवि यादव व देवेंद्र सिंह, खानपुर चौबे में विनय कुमार, सरायदायमगंज में देवेंद्र सिंह व सरायगूजरमल अनुराधा यादव। इनमें ज्ञानेंद्र सिंह की मृत्यु हो चुकी है। इस कारण आधी धनराशि पूर्व प्रधान से ही वसूली जाएगी। इनसेट
जवाब न मिलने पर गबन की श्रेणी में रखकर कराएंगे वसूली : मंत्री
ग्राम पंचायतों में बड़े पैमाने पर घोटाला होने पर जिले के प्रभारी व पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी खासे नाराज हैं। उन्होंने दैनिक जागरण की खबरों का संज्ञान लेकर कार्रवाई की बात कही है। बताया कि अभिलेख न दिखाए जाने के कारण व्यय की धनराशि गबन श्रेणी में मानते हुए वसूली के लिए डीपीआरओ को निर्देश दिए हैं। डीपीआरओ ने संबंधित पूर्व प्रधान व सचिव को नोटिस जारी किए हैं। तय समय पर जवाब न मिलने पर डीएम की अध्यक्षता में कमेटी बनाकर कार्रवाई की जाएगी। मंडलायुक्त कानपुर ने भी अवगत कराया है। ये है जिले की स्थिति
विकास खंड : 08
कुल ग्राम पंचायतें : 504
परिसीमन के बाद ग्राम पंचायतें : 499
आडिट : 75 ग्राम पंचायतें
2011-2020 तक पकड़ा गया घोटाला।
पहला चरण : तीन ग्राम पंचायतों में 97.26 लाख की गड़बड़ी
दूसरा चरण : 31 ग्राम पंचायतों में 14.88 करोड़ की गड़बड़ी।
तीसरा चरण : 29 पंचायतों में 13.34 करोड़ का फर्जीवाड़ा।
चौथा चरण : 12 पंचायतों में 4.60 करोड़ का गोलमाल।