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    सरकारी जमीन बेचने पर तिर्वा राजघराने के देवेश्वर नारायण समेत 3 पर रिपोर्ट, 70 बीघा जमीन की करोड़ों में हुई बिक्री

    Updated: Wed, 25 Dec 2024 12:13 PM (IST)

    Kannauj News कन्नौज के तिर्वा स्टेट के राजपरिवार पर सरकारी जमीन बेचने का आरोप लगा है। राजस्व निरीक्षक ने राजघराने के देवेश्वर नारायण सिंह समेत तीन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। सीलिंग एक्ट के तहत अधिग्रहीत की गई जमीन को बेचने पर प्रतिबंध है लेकिन इसके बावजूद भी जमीन बेची गई है। जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

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    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    जागरण संवाददाता, कन्नौज। तिर्वा स्टेट के राजपरिवार की अधिकांश जमीनों को सीलिंग एक्ट के तहत सरकार ने अधिग्रहीत कर रखा है। इसके बाद भी जमीन बेचने पर राजघराने के देवेश्वर नारायण सिंह समेत तीन लोगों के खिलाफ राजस्व निरीक्षक ने तिर्वा कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

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    ब्रिटिश शासन काल से पूर्व तिर्वा स्टेट का जनपद में राज था। परिवार के लोगों के पास जनपद के अलावा कई महानगरों में करोड़ों की संपत्तियां हैं। आजादी के बाद देश में राजतंत्र खत्म होने के साथ लोकतंत्र शुरू हुआ। वर्ष 1974 में सीलिंग एक्ट तहत परिवार की 80 फीसदी भूमि को सरकार ने अधिग्रहीत कर बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है।

    तीन लोगों पर दर्ज कराई गई रिपोर्ट

    सोमवार को राजस्व निरीक्षक विनोद कुमार ने प्रताप भवन कस्बा तिर्वा निवासी राज परिवार के देवेश्वर नारायण सिंह, लखनऊ के इंद्रानगर निवासी कपिल कुमार गुप्ता और इंदरगढ़ थाना क्षेत्र के फतेहपुर रामपुर मझिला निवासी पूनम पत्नी दीप सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।

    इसमें बताया कि प्रतिबंध के बाद भी दो मार्च 2024 को देवेश्वर नारायण ने तिर्वा खास में 3.670 हेक्टेयर सरकारी जमीन को कपिल कुमार गुप्ता और पूनम को बेच दिया। सीलिंग एक्ट के तहत अधिग्रहीत भूमि की खतौनी निकालने पर सीलिंग एक्ट अधिनियम का आदेश भी दर्ज है। इसके बावजूद भी बैनामें हो रहे हैं।

    2006 से 34 करोड़ रुपये के किए गए बैनामे

    सीलिंग से प्रभावित 70 बीघा से अधिक जमीनों के 2006 से 34 करोड़ से अधिक रुपये के बैनामे किए जा चुके हैं। देवेश्वर नारायण सिंह ने बताया कि सीलिंग एक्ट का मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। इस गाटा संख्या के बारे में जानकारी नहीं थी।

    प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज हो गया और जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम अशोक कुमार ने बताया कि अन्य मामलों की भी जांच कराई जाएगी और सीलिंग से प्रभावित जमीनों के बैनामें होने पर जांच टीम गठित की जाएगी। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

    जमीन के विवाद में चौकी के अंदर मारपीट

    वहीं कानपुर के सेन पश्चिम पारा कोरियां चौकी के अंदर जमीन के विवाद में एक पक्ष ने दूसरे पक्ष संग मारपीट की। किदवई नगर निवासी अधिवक्ता शशांक तिवारी ने बताया कि परसौली गांव में बीते शनिवार को उनके प्लाट के बगल में मित्र रामकिशोर अवस्थी के प्लाट की बाउंड्री हो रही थी।

    इस दौरान अधिवक्ता अशोक यादव, बेटे हर्ष और उत्कर्ष समेत 15 महिला-पुरुषों ने पहुंचकर गाली गलौज कर बाउंड्री का काम रोकने को कहा और मारपीट शुरू कर दी। वह सेन पश्चिम पारा कोरियां पुलिस चौकी पहुंचे तो वहां भी आरोपितों ने महिलाओं के साथ चौकी में घुसकर पुलिस के सामने मारपीट की। थाना प्रभारी गौतम सिंह ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

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