Kannauj Murder Mystery: दो प्रेमी, एक प्रेमिका… दोस्ती से शुरू हुई ये प्रेम कहानी बनी खून से सनी मर्डर मिस्ट्री
Kannauj Murder Mystery: कानपुर की रहने वाली मुस्कान की उन्नाव में हत्या कर शव को कन्नौज में जला दिया गया। मुस्कान के दो प्रेमियों ने मिलकर इस हत्याकां ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कानपुर। Kannauj Murder Mystery: एक प्रेमिका दो प्रेमी। जब एक प्रेमी को इसकी भनक लगी तो उसने आपा खो दिया। दूसरा प्रेमी कोई और नहीं बल्कि उसका दोस्त ही था। फिर दोनों के बीच विवाद हुआ। दोनों प्रेमी यानी दोस्तों ने फैसला लिया कि मुस्कान दोनों की नहीं तो किसी की नहीं। फिर ये प्रेम कहानी खूनी हो गई।
17 दिसंबर को गाजियाबाद-कानपुर ग्रीनफील्ड हाईवे की सर्विस रोड के किनारे निगोह मोड़ पर सुबह युवती का जला शव मिला था। शव पूरी तरह से जल चुका था, सिर्फ पैर का हिस्सा बचा था। शव के पास चार पहिया वाहन के पहिए के निशान मिले थे। ऐसे में मंगलवार रात युवती की हत्या कर शव लाकर जलाए जाने की आशंका जताई जा रही थी। जलने से बचे पैर के हिस्से में काला धागा बंधा था और अंगुली में चांदी की अंगूठी थी। उम्र करीब 30 से 35 वर्ष होने का अनुमान था। एसओजी प्रभारी जयप्रकाश शर्मा आसपास के रास्तों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाल रहे हैं। डाग स्क्वाड जैकी घटनास्थल से सड़क पार कर एक खेत में पहुंचा लेकिन कोई संकेत नहीं दे सका।

सीसी कैमरे में सुबह चार बजकर 47 मिनट पर आग की लपटें दिखी थीं
घटनास्थल से कुछ दूर लगे सीसी कैमरे में सुबह चार बजकर 47 मिनट पर आग की लपटें उठती दिखाई दीं। इसके अलावा किसी कार की टेल लाइट दिखाई दे रही थी। कोहरा अधिक होने के कारण कार का रंग व नंबर स्पष्ट नहीं हो रहा था। पुलिस ने जब जांच शुरू की तो फुटेज के आधार पर पता लगा कि यह टेल लाइट क्रेटा कार की है। पुलिस ने नवीगंज व जेवां टोल प्लाजा से गुजरने वाली क्रेटा गाड़ियों के बारे में जानकारी जुटाई। हाईवे के एक फुटेज में सफेद रंग की सन रूफ लगी क्रेटा दिखाई दी। जांच में जेबा टोल प्लाजा से कानपुर नंबर की सफेद क्रेटा कार 50 मिनट के अंतराल में आती और जाती दिखी। क्रेटा कार ने नवीगंज टोल प्लाजा को पार नहीं किया। जिससे पुलिस का शक गहरा गया और फिर पुलिस टीम कानपुर जांच करने पहुंची। राजफाश में 150 कैमरों के फुटेज चेक किए। इसी आधार पर शुक्लागंज में रह रहे दोनों आरोपितों तक पहुंच सकी।
18 को मुठभेड़ में दो आरोपित पकड़े गए
18 दिसंबर की रात करीब नौ बजे छिबरामऊ कोतवाली प्रभारी विष्णुकांत, एसओजी प्रभारी जयप्रकाश और गुरसहायगंज कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अजय अवस्थी कैरदा रोड पर लक्षीराम नगला के पास चेकिंग कर रहे थे। इस दौरार क्रेटा कार सवार दो युवक पुलिस को देखकर लौटने लगे। इस पर पुलिस ने जब कार का पीछा किया, तो दोनों कार से उतरकर फायरिंग करते हुए भागने लगे। पुलिस की ओर से की गई फायरिंग के दौरान उन्नाव के शुक्लागंज के थाना गंगा घाट निवासी 24 वर्षीय एहतेशाम पुत्र सगीर वारसी के दाएं पैर में गोली लग गई। इस दौरान मनोहर पार्क के सामने शुक्लागंज थाना गंगा घाट उन्नाव निवासी अरसलान ने शुक्लागंज थाना गंगा घाट उन्नाव में सरेंडर कर दिया। इससे पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
फिर खोला ये राज
पुलिस की पूछताछ में एहतेशाम ने बताया कि कानपुर के कुलीबाजार बकरमंडी थाना अनवरगंज निवासी 35 वर्षीय मुस्कान उर्फ जन्नत पुत्री नवाब तलाकशुदा थी और उसके दो बच्चे हैं। करीब एक साल से वह शुक्लागंज में किराये के मकान में रहकर नौकरी करती थी। छह माह पूर्व उससे प्रेम-प्रसंग शुरू हुआ था। वह मुस्कान से निकाह करना चाहता था, लेकिन दो माह से मुस्कान का उसके दोस्त असलान से प्रेम-प्रसंग शुरू हो गया था।
गला दबाकर दोनों ने मुस्कान को मार डाला था
16 दिसंबर की रात करीब 10 बजे मुस्कान अरसलान के घर पर गई थी। पीछा करते हुए वह भी घर पहुंच गया। इसके बाद दोनों दोस्तों के बीच कहासुनी हुई। दोस्ती एक दूसरे को दोस्ती का वास्ता देकर दोनों ने मुस्कान की गला दबाकर हत्या कर दी। शव को ठिकाने लगाने के लिए एहतेशाम ने अपने बड़े भाई की क्रेटा कार से मुस्कान को एक कंबल में ओढ़ाकर सीट पर सवारी के रूप में बैठा दिया था। इसके बाद दोनों कार से कानपुर होते हुए कन्नौज पहुंचे।

रास्ते से पेट्रोल लकर जलाया शव
रास्ते में उन्होंने दो लीटर पेट्रोल लिया था। इससे छिबरामऊ में हाईवे किनारे पेट्रोल डालकर दोनों ने शव को जला दिया। इसके बाद दोनों वापस लौट गए। एसपी विनोद कुमार ने बताया कि गोली लगने से घायल एहतेशाम को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। एहतेशाम पोल्ट्री फार्म का लोडर चलाता है। वहीं उसका दोस्ता अरसलान इलेक्ट्रीशियन है। दोनों के मुस्कान से प्रेम-संबंध हो गए थे। इसके बाद एक राय होकर दोनों ने उसकी हत्या कर शव लाकर हाईवे किनारे जला दिया था। घटना स्थल से एक अवैध तमंचा और कारतूस भी बरामद हुए हैं।
अलीगढ़ में शव जलाने की बनाई थी योजना
हत्या के बाद दोनों दोस्तों को पुलिस कार्रवाई का डर सताने लगा था। इससे दोनों ने उन्नाव से अलीगढ़ जिले में शव जलाने की योजना बनाई थी, लेकिन हाईवे पर कोहरे में हादसे की आशंका के कारण बुधवार चार बजे दोनों ने गाजियाबाद कानपुर ग्रीनफील्ड किनारे शव जला दिया। अरसलान ने बताया के कोहरे छटते ही सीसीटीवी कैमरे की जद में आने से बचने के लिए वह लोग बगैर पैर जलाए ही जल्द वापस लौटा गए।
शव रखने में मदद करने वाला दोस्त सन्नी भी गिरफ्तार
महिला की गला दबा कर हत्या करने के बाद शव ठिकाने लगाने के लिए आरोपित एहतिशाम और अरसलान ने दोस्त सन्नी को बुलाया। सन्नी ने शव क्रेटा कार की पिछली सीट तक रखने में मदद की थी। तीसरे आरोपित सन्नी उर्फ मो. यासीन को भी पूर्वा बाईपास पर दबोच लिया गया था। मुस्कान की हत्या के बाद शव को क्रेटा कार तक पहुंचाने, आपराधिक षड्यंत्र में शामिल होने और साक्ष्य मिटाने में सनी की भूमिका सामने आई है। पूछताछ में सनी ने बताया कि वह कानपुर में ही चूड़ी की दुकान किए है। उसकी एहतिशाम और अरसलान से दोस्ती थी। मुस्कान की हत्या के बाद एहतिशाम ने उसे बुलाया था। उसने मुस्कान के शव को गायब करने के लिए कार में रखवाने में आरोपितों की मदद की थी।
रोते हुए बोले दोस्त...काश कर लेते समझौता...
पुलिस मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार हुए दोनों दोस्तों को युवती की हत्या कर शव जलाने पर अब अफसोस है। दोनों एक दूसरे के सामने फूट-फूट कर रोने लगे और पुलिस अधिकारियों के सामने कहाकि अगर उन्हें पता होता, कि दोनों एक ही तलाकशुदा युवती को चाहते हैं, तो आपस में ही समझौता कर किसी एक का निकाह करा देते। इससे दोनों की जिंदगी, तो बर्बाद न होती।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जन्नत की मौत के कारणों की नहीं हुई पुष्टि
हत्या के बाद मुस्कान उर्फ जन्नत के शव को जलाए जाने के कारण पोस्टमार्टम में उसकी मौत के कारणों की पुष्टि नहीं हो सकी है। स्वजन ने पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर शव की शिनाख्त की और उसे अपने साथ कानपुर ले गए। जांच में यह शव कानपुर के थाना अनवरगंज के कुलीबाजार निवासी 35 वर्षीय मुस्कान उर्फ जन्नत का था।
डीएनए टेस्ट के लिए महिला के परिवार से नहीं आया कोई सदस्य
दिवंगत महिला मुस्कान उर्फ जन्नत के शव की डीएनए टेस्ट से स्पष्ट पहचान के लिए पुलिस ने उसके स्वजन से संपर्क किया। डीएनए टेस्ट के लिए उसकी दो बहनों से पुलिस ने फोन कर सैंपल देने के लिए बुलाया। एक बहन ने हाल में प्रसव होने की बात कहते हुए आने से मना कर दिया। दूसरी बहन भी शाम तक नहीं पहुंची। एसपी विनोद कुमार ने बताया कि मुस्कान के परिवार के किसी व्यक्ति ने तहरीर भी नहीं दी है। इससे पुलिस की ओर से रिपोर्ट दर्ज की गई है। डीएनए टेस्ट के लिए बहनों और परिवार के लोगों को बुलाया गया है, लेकिन अभी तक कोई नहीं आया है।

15 सौ रुपये महीने पर किराए का कमरा लेकर रहती थी मुस्कान
शुक्लागंज के मनोहरनगर मनोहरनगर की रहने वाली नफीसा ने बताया कि मुस्कान उर्फ जन्नत वैसे तो कानपुर के अनवरगंज थाना क्षेत्र के कुलीबाजार की रहने वाली थी। उसका पति से तलाक हो चुका था। उसके दो छोटी बेटियां हैं जो पति के पास हैं। मकान मालकिन नफीसा के अनुसार बीते लगभग छह माह से वह उसके मकान में 15 सौ रुपये महीने का किराए का कमरा लेकर रह रही थी। 16 दिसंबर को शाम चार बजे घर में ताला बंद करके अकेले निकली थी। उसकी कभी कोई शिकायत नहीं मिली। समय से किराया भी देती थी। घर पर कोई भी आता-जाता नहीं था। उसका मुहल्ले के लोगों से अच्छा व्यवहार था।


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