इंटरसेप्टर से होगी निगरानी... गाजियाबाद-कानपुर ग्रीनफील्ड हाईवे पर हादसों को रोकने का प्लान तैयार
कन्नौज में गाजियाबाद-कानपुर ग्रीनफील्ड हाईवे पर बढ़ते हादसों को रोकने के लिए संभागीय परिवहन विभाग और एनएचएआई ने नई योजना बनाई है। अब इंटरसेप्टर वाहनों ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कन्नौज। हादसा रोकने के लिए अब हाईवे पर इंटरसेप्टर वाहनों से निगरानी की जाएगी। जगह-जगह मोबाइल बैरिकेड्स की व्यवस्था होगी। हाईवे पर हादसा होते ही तत्काल डायवर्जन कर घायलों को अस्पताल पहुंचाया जाएगा।
गाजियाबाद-कानपुर ग्रीनफील्ड हाईवे पर लगातार हादसों की संख्या बढ़ रही है। वर्ष 2024 में हाईवे पर हुए 45 हादसों में 38 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, 2025 में 60 हादसों में 56 लोगों की मौत हुई है।
हादसों की रोकथाम के लिए संभागीय परिवहन विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचआइ) ने अब 20 किलोमीटर दायरे में इंटरसेप्टर वाहन से निगरानी करने की योजना बनाई है। वहीं, प्रत्येक पांच किलोमीटर या कट के पास मोबाइल बैरिकेड्स की व्यवस्था होगी।
रात में या कोहरा में भीषण हादसा होने पर डायवर्जन किया जाएगा। एआरटीओ इज्या तिवारी ने बताया कि चालक लापरवाही और यातायात नियमों की अनदेखी से वाहन चलाते हैं। यह हादसों की मुख्य वजह है। इंटरसेप्टर वाहनों में तैनात टीम हाईटेक उपकरणों से निगरानी करेगी।
इस तरह इंटरसेप्टर से होती निगरानी
इंटरसेप्टर से निगरानी का मतलब है तकनीकी रूप से वाहनों में स्पीड रडार (आटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन) कैमरे और जीपीएस लगे होते हैं।
यह वाहन 300 मीटर दूर से ही ओवरस्पीडिंग, बिना हेलमेट, सीट बेल्ट, वाहन की अन्य खामियों जैसे लाइट और इंडिकेटर का पता लगाकर ई-चालान कर देते हैं।
आठ ब्लैक स्पाट पर होगा सुधार
मौजूदा समय में हाईवे पर अंधा मोड़, पाल चौराहा, गोवर्धनी तिराहा, तेराजाकेट, उमर्दा नहर, फगुआ अंडरपास, छिबरामऊ बाईपास और सराय प्रयाग ब्लैक स्पाट हैं। इन स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे, रिफ्लेक्टर संकेतक लगाए जाएंगे। शहरी क्षेत्र में ब्लैक स्पाट पर होमगार्ड जवान भी तैनात किए जाएंगे।
हादसों के आंकड़ों पर एक नजर
| वर्ष | हादसा | मृतक | घायल |
|---|---|---|---|
| 2024 | 460 | 240 | 700 |
| 2025 | 540 | 290 | 850 |

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