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    विचलित कर देने वाला मामला...पहले मां छोड़ गई, फिर सौतेले पिता ने मरने के लिए कचरे में फेंक दिया

    Updated: Fri, 21 Nov 2025 03:01 PM (IST)

    कन्नौज में एक विचलित कर देने वाला मामला सामने आया है। मां के घर छोड़ने के बाद सौतेले पिता ने अपने दो साल के बेटे को कचरे में फेंक दिया। एक स्वास्थ्यकर्मी ने बच्चे को देखा और चाइल्ड हेल्पलाइन को सूचित किया, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।

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    जागरण संवाददाता, कन्नौज। हर किसी को विचलित कर देने का मामला सामने आया। पत्नी के घर छोड़कर चले जाने के बाद सौतेले पिता ने घायल कुपोषित दो साल के बेटे को तालाब किनारे कचरे में फेंक दिया। दो दिन तक कचरे में पड़े रहने से मासूम के सिर में हुए जख्म में कीड़े और मवाद पड़ गया। वहां से गुजर रही महिला स्वास्थ्यकर्मी की सूचना पर चाइल्ड हेल्पलाइन टीम ने मासूम को जिला अस्पताल के पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराया। अब उसकी हालत में सुधार है।

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    शहर के मानपुर मुहल्ला निवासी एक 35 वर्षीय व्यक्ति ने एक साल पूर्व बिहार की महिला से शादी की थी। महिला पहले से विवाहित थी। इससे वह अपने साथ एक साल के बेटे को भी साथ लाई थी। वह व्यक्ति अक्सर शराब के नशे में महिला की पिटाई करता था। इससे डेढ़ माह पूर्व वह बच्चे को घर में छोड़कर कहीं चली गई। बच्चा कुपोषित था। 12 नवंबर को उसके सिर में चोट लग गई थी। इसके बाद शराबी सौतेले पिता ने उसे मारने की नीयत से घर से थोड़ी दूर तालाब किनारे फेंक दिया।


    दो दिन यहां कूड़े और कचड़े में पड़े रहने से जख्म में कीड़े पड़ गए। इस दौरान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर प्रभारी शिवांगी मिश्रा की नजर पड़ी तो उन्होंने चाइल्ड हेल्पलाइन को फोन कर इसकी जानकारी दी। चाइल्ड हेल्पलाइन कर्मचारी तौसीफ ने बताया कि मासूम का जिला अस्पताल के पोषण पुनर्वास केंद्र वार्ड में उपचार चल रहा है। जिला अस्पताल के सीएमएस डा. शक्ति बसु ने बताया कि मासूम के सिर में गहरा जख्म था।


    हालत ठीक होने पर बाल कल्याण समिति करेगी देखभाल

    मासूम जिला अस्पताल में भर्ती है। बुधवार को मासूम की सौतेली दादी उसे लेने पहुंची थी, लेकिन चिकित्सकों ने देने से इन्कार कर दिया। चाइल्ड हेल्पलाइन के कर्मचारी तौसीफ ने बताया कि मासूम को पिता या मां के सुपुर्द करने का प्रविधान है। पिता या मां अभी तक जिला अस्पताल नहीं पहुंचे हैं। इससे मासूम को हालत में सुधार होने पर बाल कल्याण समिति को सौंपा जाएगा।


    राज्य महिला आयोग ने लिया संज्ञान

    मासूम को तालाब किनारे फेंके जाने की घटना का राज्य महिला आयोग सदस्य पुष्पा पांडेय ने संज्ञान लिया है। उन्होंने मासूम के बेहतर उपचार के निर्देश दिए हैं। इससे अधिकारी अब मासूम के स्वास्थ्य की जानकारी कर निगरानी भी कर रहे हैं।


    पांच दिन में मासूम का बढ़ा वजन

    सिर में लगी चोट में कीड़े पड़ने से मासूम के सिर में संक्रमण (सेप्सिस) फैल गया है। 14 नवंबर को जिला अस्पताल में भर्ती होने के समय बच्चे का वजन 6.800 किलोग्राम वजन था। शुक्रवार को बच्चे का वजन 7.800 किलोग्राम पाया गया। चाइल्ड लाइन कर्मचारी गीता शर्मा को बच्चे की देखभाल के लिए केयर टेकर नियुक्त किया गया है।