मालगाड़ी खड़ी कर चले गए चालक और गार्ड
वाराणसी-फैजाबाद रेल प्रखंड पर स्थित के मिहरावां रेलवे स्टेशन पर रविवार की रात ड्यूटी पूरी हो जाने पर रिलीवर न मिलने से नाराज लोको पायलट व गार्ड मालगाड़ी को लूप लाइन पर खड़ी कर चले गए।
जागरण संवाददाता, जौनपुर : वाराणसी-फैजाबाद रेल खंड पर स्थित मिहरावां स्टेशन पर रविवार की रात ड्यूटी पूरी हो जाने पर रिलीवर न मिलने से नाराज लोको पायलट व गार्ड मालगाड़ी को खड़ी कर चले गए। सोमवार की दोपहर 12 बजे तक वैकल्पिक व्यवस्था न होने के चलते मालगाड़ी जस की तस खड़ी रही। स्टेशन मास्टर को ट्रेनों की क्रा¨सग में दिक्कत का सामना करना पड़ा।
मालगाड़ी सीमेंट लादकर वाराणसी से शाहगंज की तरफ जा रही थी। चालक व गार्ड ड्यूटी पूरी होने के बाद रास्ते के स्टेशनों पर मेमो देकर रिलीवर की मांग करते रहे। महकमे के जिम्मेदार चालक व गार्ड के आग्रह की अनसुनी करते रहे। चालक का शरीर जवाब देने लगा और वह गाड़ी आगे चलाने में खुद को असमर्थ महसूस करने लगा तो मजबूर होकर रविवार की रात 12 बजे मेहरावां रेलवे स्टेशन के पास लूप लाइन मालगाड़ी खड़ी कर दी। चालक व गार्ड दोनों चले गए। दूसरे दिन सोमवार को दोपहर 12 बजे तक किसी रिलीवर के न आने पर मालगाड़ी खड़ी रही। एक लोको पायलट ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि आठ घंटे की ड्यूटी निर्धारित है। अक्सर चालक अधिकतम ओवरटाइम 12 घंटे ड्यूटी करते हैं। इसके बाद शरीर थकान से जवाब देने लगता है। झपकी आने लगती है जिससे ड्यूटी जोखिम भरी हो जाती है। लिहाजा, मजबूरी में चालक और गार्ड को ऐसा कदम उठाना पड़ता है। ऐसे में चालक किसी स्टेशन पर मालगाड़ी खड़ी कर रिलीवर के आने की प्रतीक्षा करता है न कि कहीं भागता है। इस बारे में पूछने पर मेहरावां के स्टेशन मास्टर पंकज यादव ने बताया कि चालक व गार्ड का इंतजाम हो जाने के बाद मालगाड़ी गंतव्य के लिए रवाना की जाएगी।