स्टेशन पर यात्री सुविधाएं बढ़ाने के लिए लामंबदी
स्टेशनों पर मूलभूत सुविधाओं के बढ़ाने जाने व एक्सप्रेस ट्रेनों की ठहराव की मांग को लेकर मंगलवार को वाराणसी-प्रयागराज रेल प्रखंड के जरौना व बरसठी रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन किया गया। जज ¨सह अन्ना के नेतृत्व में जुटे प्रदर्शकारियों ने बरेली-जौनपुर पैंसेजर को रोककर विरोध जताया। मौके पर जुटी भीड़ को काबू करने के लिए आरपीएफ जवानों को पसीने बहाने पड़े।
जागरण संवाददाता, जौनपुर : स्टेशनों पर मूलभूत सुविधाओं के बढ़ाने जाने व एक्सप्रेस ट्रेनों की ठहराव की मांग को लेकर मंगलवार को वाराणसी-प्रयागराज रेल प्रखंड के जरौना व बरसठी रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन किया गया। जज ¨सह अन्ना के नेतृत्व में जुटे प्रदर्शकारियों ने बरेली-जौनपुर पैंसेजर को रोककर विरोध जताया। मौके पर जुटी भीड़ को काबू करने के लिए आरपीएफ जवानों को पसीने बहाने पड़े।
जरौना स्टेशन पर पैंसेजर ट्रेन के सुबह तकरीबन नौ बजे पहुंचने पर पहले से मौजूद लोग ट्रैक पर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे। आरपीएफ व स्थानीय पुलिस ने भारी मशक्कत कर किसी तरह लोगों को हटाया। इस दौरान तकरीबन चार मिनट ट्रेन रूकी रही, जिससे यात्रियों को परेशानी हुई। स्थानीय लोगों का कहना है कि तमाम घोषणाओं के बाद भी स्टेशन बदहाल है। यहां न तो बैठने की व्यवस्था है और न ही पीने के लिए पानी की। साथ ही प्लेटफार्म नीचा होने की वजह से ट्रेन पकड़ने के चक्कर में अक्सर लोग गिर जाते हैं। आरपीएफ प्रभारी रोहतास कुमार के समझाने के बाद किसी तरह लोग माने। पैसेंजर को बरसठी स्टेशन पर भी तकरीबन आठ मिनट रोककर गोदान एक्सप्रेस की ठहराव की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया। स्थानीय लोगों की मांग है कि एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव नहीं होने की वजह से मुंबई जाने के लिए यात्रियों को तीस किलोमीटर का सफर तय कर जंघई व मड़ियाहूं पहुंचना पड़ता है। इसके अलावा एजे पैसेंजर ट्रेन नियमित चलाने की मांग की गई। उपस्थित लोगों ने रेल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। रामजज्ञ तिवारी, ईश्वरदत्त मिश्र, केशव मिश्र, रामनरायन बिन्द सहित अन्य मौजूद रहे। सांसद रामचरित्र निषाद ने जंघई, नीभापुर, जरौना बरियाराम सहित अन्य स्टेशनों की दशा जल्द सुधारने का भरोसा दिया।