पति की हत्या के बाद बेडरूम में दफना दी लाश, 15 दिन तक उसी कमरे में प्रेमी संग बनाती रही संबंध; फिर...
जौनपुर के एक व्यक्ति की मुंबई में उसकी पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर हत्या कर दी। उन्होंने शव को कमरे में दफनाकर टाइल्स लगा दी। पत्नी अपने प्रेमी के साथ करीब पखवाड़े तक उसी कमरे में रंगरेलियां मनाती रही। भाइयों को शक होने पर वह बेटे को लेकर प्रेमी संग भाग गई। पुलिस ने शव बरामद कर लिया है और घर में मातम छा गया।

जागरण संवाददाता, जौनपुर। बक्शा थाना क्षेत्र के अभयचंद पट्टी (कलीचाबाद) निवासी युवक की मुंबई के नाला सोपारा में उसकी पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर नृशंस हत्या कर दी। कमरे में ही गड्ढा खोदकर शव दफना कर टाइल्स लगवा दिया। हैरान कर देने वाली बात यह रही कि करीब एक पखवारे तक उसी कमरे में प्रेमी के साथ रंगरेलियां मनाती रही।
भाइयों के तलाश करने व दुर्गंध उठने पर राजफाश का आभास होने पर छह वर्षीय पुत्र को लेकर बिहार निवासी प्रेमी संग भाग गई। सोमवार को पुलिस ने शव बरामद किया। खबर आते ही घर में कोहराम मच गया। मंगलवार की शाम मुंबई में ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
अभयचंद पट्टी निवासी अमर सिंह चौहान उर्फ मल्लू मुंबई में राजमिस्त्री का काम करते थे। धीरे-धीरे अपने चारों पुत्रों अजय, विजय, अखिलेश व दीपक को भी वहीं बुलाकर अपना ही काम सिखाकर लगा दिया। इसके बाद वर्षों पूर्व खुद घर आकर रहने लगे। इस दौरान विजय चौहान ने नाला सोपारा में निजी घर बनवा लिया। चारों भाई उसी में साथ रहने लगे।
लगभग आठ वर्ष पूर्व विजय चौहान की शादी जफराबाद थाना क्षेत्र के हौज निवासी दूधनाथ चौहान की पुत्री चमन उर्फ कोमल चौहान के साथ धूमधाम से हुई। शादी के कुछ माह बाद चमन पति विजय के मुंबई चली गई। तब अन्य तीन भाई नाला सोपारा में ही किराए पर कमरे लेकर रहने लगे। शादी के दो वर्ष बाद पुत्र पैदा हुआ। विजय चौहान ओवरटाइम भी करता था। पड़ोस में ही रहने वाले बिहार निवासी मोनू प्रजापति से चमन उर्फ कोमल का प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। वह प्रेमी संग रंगरेलियां मनाने लगी। पता चलने पर विजय चौहान ने एतराज किया तो जमकर विवाद हो गया। तब उसने प्रेमी संग मिलकर विजय को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली।
करीब 20 दिन पूर्व घटना को दिया अंजाम
लगभग 20 दिन पूर्व पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर विजय की हत्या कर दी। शव के तीन टुकड़े कर प्लास्टिक के थैले में रखकर कमरे में तीन-चार फीट गहरा गड्ढा खोदकर दफन कर दिया। ऊपर से टाइल्स लगा दिया। टाइल्स पर ही बेड रख दिया और प्रेमी के साथ निर्भय होकर रहने लगी। विजय के नजर न आने पर भाई अखिलेश करीब एक पखवारे पूर्व हालचाल लेने कमरे पर पहुंचा तो चमन ने यह कहकर लौटा दिया कि कहीं काम लगाए हैं। इन दिनों वहीं रहते भी हैं।
कुछ दिन बाद फिर गया तो फिर बहाना बनाकर लौटा दिया। तभी अखिलेश की नजर कमरे में कुछ हिस्से में दूसरे रंग की लगी टाइल्स पर पड़ी। तो माथा ठनक गया। वह और अधिक पूछताछ करने लगा तो राजफाश होने की डर से चार-पांच दिन पूर्व ताला लगाकर बेटे को साथ लेकर प्रेमी संग चमन भाग गई।
सोमवार को भाइयों ने तोड़ा कमरे का ताला, दी पुलिस को सूचना
सोमवार को अखिलेश अन्य भाइयों के साथ कमरे पर पहुंचा तो ताला बंद मिला। भीतर से कुछ दुर्गंध आने पर पास-पड़ोस के लोगों को जुटाकर कमरे का ताला तोड़ा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने खोदाई कराई तो देररात विजय का शव मिला। भाइयों ने घर पर खबर दी तो करुण-क्रंदन मच गया।
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