तीन की मौत के मामले में दो अवर अभियंता निलंबित, सहायक अभियंता व एक्सईएन को चेतावनी
जौनपुर जिले में पुराने मछलीशहर पड़ाव पर करंट लगने से प्राची मिश्रा और समीर की मौत हो गई। इस दौरान बचाने की कोशिश के दौरान एक ई-रिक्शा चालक भी मारा गया। जांच रिपोर्ट के बाद लापरवाही बरतने के आरोप में नगर पालिका और विद्युत विभाग के जेई निलंबित किए गए।
जागरण संवाददाता, जौनपुर। नगर के पुराने मछलीशहर पड़ाव पर सोमवार की शाम हुए हादसे में प्राची मिश्रा व युवक समीर की भी करंट लगने से ही मौत हुई थी। करंट लगने के बाद गिरने से दोनों नाले में बह गए थे, जबकि बचाने के प्रयास में करंट प्रवाहित खंभा पकड़ने से ई-रिक्शा चालक शिवा गौतम की जान गई थी।
घटना की तीन सदस्यीय जांच टीम की रिपोर्ट आने के बाद बुधवार की शाम जिलाधिकारी के निर्देश पर दोषी पाए गए नगर पालिका के जेई निर्माण व विद्युत विभाग के जेई को निलंबित कर दिया गया तथा बिजली विभाग के अवर अभियंता व एक्सइएन को चेतावनी दी गई है। तीनों मृतकों के स्वजन को विद्युत विभाग 24 घंटे के भीतर साढ़े सात-सात लाख सहायता राशि देगा।
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जिलाधिकारी डा. दिनेश चंद्र ने बताया कि बुधवार को दर्दनाक हादसे को लेकर गठित तीन सदस्यीय समिति ने जांच रिपोर्ट सौंपी। रिपोर्ट में तीनों की मौत का कारण करंट बताया गया है। इस घटना में अवर अभियंता बिजली विभाग नीरज सोनी तथा अवर अभियंता निर्माण नगर पालिका परिषद सागर कुमार की स्पष्ट लापरवाही उजागर हुई है। दोनों को निलंबित कर दिया गया है।
इसके साथ ही अधीक्षण अभियंता को 24 घंटे के भीतर सहायता राशि देने के लिए निर्देशित किया गया है। वहीं बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता रमेश चंद्र ने बताया कि अवर अभियंता को निलंबित करने के साथ ही सहायक अभियंता विनोद प्रजापति व अधिशासी अभियंता सचिन सिन्हा को चेतावनी दी गई है। मृतकों के स्वजन को साढ़े सात-सात लाख रुपये सहायता राशि विभाग की ओर से 24 घंटे के भीतर दी जाएगी।
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यह है पूरी घटना
जौनपुर नगर के पुराने मछलीशहर पड़ाव तिराहा के पास सोमवार की शाम पांच बजे तेज बरसात थमने पर युवती प्राची मिश्रा ई-रिक्शा में सवार होने गई तो करंट के झटके से नाले में गिर गई। उसे गिरता देख वहां खड़ा 18 वर्षीय समीर उसे बचाने गया तो वह भी करंट से नाले में गिर गया। यह देख ई-रिक्शा चालक शिवा गौतम ने दोनों को बचाने का प्रयास किया तो बिजली का खंभा छूते ही करंट से झुलसकर नाले के किनारे गिर गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
इस दर्दनाक हादसे की खबर लगते ही प्रशासन में खलबली मच गई। डीएम डा. दिनेश चंद्र, एसपी डा. कौस्तुभ, सिटी मजिस्ट्रेट इंद्र नंदन सिंह, एएसपी (सिटी) आयुष श्रीवास्तव, सीओ सिटी देवेश सिंह मातहतों के साथ मौके पर पहुंच गए। फायर ब्रिगेड के जवान व नगरपालिका के कर्मियों ने बैकहो लोडर से नाले पर रखी गई पटिया हटाकर व पक्के अतिक्रमण तोड़कर रात 12.30 बजे तक खोज करते रहे, लेकिन पता न चलने पर तलाश का काम बंद कर दिया गया।
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मंगलवार की सुबह खोज शुरू हुई। घटनास्थल से बदलापुर पड़ाव मोड़ तक 15 मेन होल खोलकर पाइप में टार्च से रोशनी कर देखा, लेकिन पता नहीं चला। इस दौरान वहां आए लाइन बाजार थाना क्षेत्र के मियांपुर निवासी प्राची मिश्रा के स्वजन व प्रयागराज जिले के फूलपुर के ग्राम कोहना निवासी शौकत अली के 18 वर्षीय समीर के स्वजन लापता होने की बात कहते हुए तलाश के काम में उदासीनता बरतने का आरोप लगाकर आक्रोश जताने लगे।
करीब दो बजे प्राची मिश्रा के स्वजन व नागरिकों ने बदलापुर पड़ाव पर रास्ता जाम कर दिया था। पुलिस अधिकारियों ने समझा-बुझाकर हटाया। इसके बाद दोपहर तीन बजे वाराणसी से आई एसडीआरएफ की टीम ने घटनास्थल से बदलापुर पड़ाव मोड़ तक बैकहो लोडर से सीवर पाइप लाइन निकालकर तलाश की, लेकिन पता नहीं चला। शाम करीब 6.30 बजे बदलापुर पड़ाव के पास पठानटोलिया स्थित मालीपुर में नाले में समीर का शव दिखा। इसके करीब घंटे भर बाद सौ मीटर की दूरी पर कीचड़ में फंसा प्राची मिश्रा का भी शव मिला। इसके बाद रात में ही पोस्टमार्टम कराकर शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
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