धनंजय सिंह का ऐसा था दबदबा, 33 साल के आपराधिक इतिहास में पहली बार हुई सजा; हर बार मुकर जाते थे गवाह
Dhananjay Singh Jaunpur अपहरण व रंगदारी मांगने के मामले में पूर्व सांसद धनंजय सिंह के 33 साल के आपराधिक इतिहास में पहली बार सजा सुनाई गई। धनंजय सिंह को कोर्ट ने इस मामले में सात साल की सजा सुनाई। धनंजय के खिलाफ पहली बार 1991 में मुकदमा दर्ज हुआ था। लगभग सभी मामलों उसके खिलाफ अभी किसी ने गवाही नहीं दी थी।

जागरण संवाददाता, जौनपुर। अपहरण व रंगदारी मांगने के मामले में सात साल की सजा पाए पूर्व सांसद धनंजय सिंह (Dhananjay Singh) के 33 साल के आपराधिक इतिहास में पहली बार सजा हुई है। पूर्व सांसाद पर 1991 में पहला मुकदमा लाइन बाजार थाने में गाली व धमकी देने, बलवा व संपत्ति को क्षति पहुंचाने का दर्ज हुआ था।
फर्जी एनकाउंटर के बाद धनंजय आए सुर्खियों में
2020 में रात 2.50 बजे धनंजय हुए थे गिरफ्तार, गाड़ी ली गई थी कब्जे में
धनंजय ने वादी को किया गया था बीस फोन व वाट्सएप काल
घटना के चार माह पूर्व धनंजय के लोग दिए थे धमकी
एफआइआर के बाद मिली थी धमकी, वादी को मिले थे सुरक्षा गार्ड
3 मिनट 28 सेकंड की मोबाइल पर वार्ता की आडियो क्लिप भी रही अहम
परेशान थे धनंजय, लेकिन बेबाकी से रखा तर्क
छावनी में तब्दील रहा दीवानी न्यायालय
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