यूपी के इस जिले में तेजी से बढ़ रहे डेंगू के मरीज, स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को किया अलर्ट
जौनपुर जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है हालांकि पिछले साल की तुलना में मरीजों की संख्या अभी कम है। केराकत में सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। जिला मलेरिया अधिकारी ने अक्टूबर और नवंबर में प्रकोप बढ़ने की आशंका जताई है। डेंगू मादा एडीज मच्छर के काटने से फैलता है जो रुके हुए पानी में पनपता है। बचाव के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

जागरण संवाददाता, जौनपुर। जनपद में डेंगू का डंक तेज हो गया है, हालांकि आंकड़ा पिछले साल की तुलना में अभी कम है। शनिवार को तीन और मरीज मिले। जिले में पीड़ितों का आंकड़ा 39 पहुंच गया है। सबसे अधिक केराकत में छह मरीज पाए गए हैं।
बारिश थमने के साथ ही मच्छरजनित बीमारियों ने रफ्तार पकड़ ली है। अस्पतालों में वायरल फीवर के साथ ही डेंगू, मलेरिया आदि बीमारी से पीड़ितों की भीड़ बढ़ने लगी है। शनिवार को एक मरीज मुफ्तीगंज के भौंसिंहपुर, एक केराकत और एक रामपुर के सिकरौर गांव में मिला। जनवरी से अब तक डेंगू के कुल 39 मरीज हो चुके हैं।
सवार्धिक प्रभावित ब्लाक केराकत में कुल छह केस, नगर पालिका परिषद में चार, बदलापुर, डोभी, जलालपुर में तीन-तीन डेंगू के मरीज की रिपोर्ट हुई है। पिछले वर्ष अब तक 113 डेंगू मरीजों की तुलना में इस वर्ष अभी तक 39 मरीज मिले हैं।
बढ़ेगा डेंगू का प्रकोप
जौनपुर जिला मलेरिया अधिकारी सुनील यादव ने बताया कि अक्टूबर व नवंबर में डेंगू का प्रकोप और बढ़ने की संभावना है। बचाव के लिए विशेष सतर्कता बरतें। उन्होंने कहा कि डेंगू मादा एडीज मच्छर के काटने से फैलने वाला एक संक्रामक वायरल रोग है।
इसका मच्छर कूलर, गमला, फ्रिज की ट्रे, प्लास्टिक, शीशे आदि के कंटेनर टब, मग, कप, बाल्टी, गिलास, हौद, खुली हुई टंकी आदि में रुके पानी में प्रजनन करता है और नम, अंधेरी जगहों, घरों में बेड के नीचे, आलमारी के पीछे, कूड़े कबाड़ आदि में छिपा रहता है और अपने परिवेश के आस पास ही अधिक संक्रमण फैलाता है।
यह मच्छर चित्तीदार होता है शरीर पर सफेद पट्टियां, चित्तियां होती हैं। इसी लिए इसे टाइगर मच्छर कहते हैं। यह दिन में अधिक काटता है।
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